क्रिप्टोकरेंसी में निवेश कितना सुरक्षित है. इस सवाल के जवाब के लिए आपको अबतक क्रिप्टोकरेंसी की स्थिति को समझना होगा. क्रिप्टोकरेंसी में निवेश में जोखिम की संभावनाएं अधिक है. कई देशों ने इसे मान्यता नहीं दी है लेकिन निवेशक इन तमाम जोखिम के बाद भी निवेश कर रहे हैं.
बिटक्वाइन दुनिया की सबसे लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी इसमें भारी गिरावट दर्ज की गयी है ना सिर्फ बिटक्वाइन बल्कि दूसरे क्रिप्टोकरेंसी जिनमें प्रमुख रूप से इथेरियम, बाइनेंस क्वाइन, डॉजक्वाइन जैसे कई आते हैं उनमें भी गिरावट है. अगर ठीक से क्रिप्टोकरेंसी के बाजार को देखेंगे तो पायेंगे दुनिया भर की टॉप 10 सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी की कीमत में गिरावट है.
वैश्विक क्रिप्टोकरेंसी मार्केट 3.05 फीसदी गिरकर 1.28 लाख करोड़ डॉलर का रह गया है. जून के दौरान क्रिप्टो एक्सचेंजों पर ट्रेडिंग वॉल्युम में भी गिरावट दर्ज की गयी है.
अगर पिछले 24 घंटे से ज्यादा समय के आंकड़े पर क्रिप्टोकरेंसी की स्थिति को देखते हैं तो हम बिटक्वाइन 1.53 फीसदी गिरकर 31418.66 डॉलर पर है. अगर थोड़ा और आंकड़े को बड़ा करें तो पिछले सात दिनों में 6.60 फीसदी की गिरावट दर्ज की गयी है.
चीन क्रिप्टोकरेंसी पर पहले ही बैन लगा चुका है अब इस पर सख्ती कर रहा है चीन के सेंट्रल बैंक ने क्रिप्टोकरेंसी ट्रेडिंग पर कड़ाई करने का आदेश दिया है. इसी का असर है कि क्रिप्टोकरेंसी में गिरावट दर्ज की जा रही. चीन ने ऐसे लोगों की पहचान कर उनके खाते पर बैन लगाने का आदेश दिया है जो क्रिप्टोकरेंसी के लिए लेन देन कर रहे हैं.
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भारत में भी क्रिप्टोकरेंसी को मान्यता नहीं मिली है. आरबीआई ने इसे लेकर कई बार चेतावनी जारी की है लेकिन आईसीआईसीआई बैंक ने भी अपने ग्राहकों से कहा है कि निवेश के लिए क्रिप्टोकरेंसी की खरीद ना करें. सरकार मानसून सत्र में इसे लेकर विधेयक पेश कर सकती है हालांकि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद देश में डिजिटल करेंसी की ट्रेडिंग से बैन हट गया है.
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