गोल्ड लोन पर बोल्ड इंटरेस्ट, 10 तरह के चार्ज
Gold Laon: जब कोई व्यक्ति गोल्ड लोन लेने जाता है, तो उसे सबसे अधिक ब्याज देना पड़ता है. यह गोल्ड मुहैया कराने वाली कंपनियों और बैंकों की पॉलिसी पर निर्भर करता है कि वह गोल्ड लोन लेने वाले ग्राहकों से कितना ब्याज वसूलते हैं.
Gold Loan: स्वर्णकारों के पास से आप सोना खरीदने जाते हैं, तो दाम देखते हैं. गोल्ड लोन लेने जाते हैं तो क्या देखते हैं? आम तौर पर कोई भी आदमी गोल्ड लोन लेने जाता है, तो उस पर लगने वाला ब्याज देखता है. मगर, वह यह नहीं देखता कि गोल्ड लेने पर कितने प्रकार के चार्ज देने पड़ते हैं. हम आपको बताते हैं कि जब आप गोल्ड लोन लेने जाते हैं, तो उसपर ब्याज दर सबसे अधिक लगता है और कम से कम 10 प्रकार के चार्ज लगाए जाते हैं. तब कहीं जाकर गोल्ड लोन आदमी को मिलता है. आइए, जानते हैं कि गोल्ड लोन पर ब्याज दर कितना है और 10 तरह के कौन-कौन से चार्ज हैं?
Table of Contents
गोल्ड लोन पर कितना लगता है ब्याज
जब कोई व्यक्ति गोल्ड लोन लेने जाता है, तो उसे सबसे अधिक ब्याज देना पड़ता है. बजाज फिनसर्व की आधिकारिक वेबसाइट पर प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार, गोल्ड लोन पर सालाना कम से कम 9.5 फीसदी का ब्याज देना पड़ता है और इस पर अधिकतम 28 फीसदी तक ब्याज दर निर्धारित है. यह गोल्ड मुहैया कराने वाली कंपनियों और बैंकों की पॉलिसी पर निर्भर करता है कि वह गोल्ड लोन लेने वाले ग्राहकों से कितना ब्याज वसूलते हैं.
ये भी पढ़ें: अमेजन ने लूट लिया बाजार, 3 महीने में 13.5 अरब डॉलर की कमाई
गोल्ड लोन पर लगने वाले 10 प्रकार के चार्ज
- प्रोसेसिंग चार्ज: गोल्ड प्रोसेसिंग फीस के तौर पर लोन अमाउंट का 0.12% प्रोसेसिंग चार्ज वसूला जाता है, जिसमें सभी प्रकार के टैक्स शामिल होते हैं. यह प्रोसेसिंग चार्ज 99 रुपये से लेकर 600 रुपये के बीच हो सकता है.
- स्टाम्प ड्यूटी: यह स्टाम्प ड्यूटी संबंधित राज्यों के कानून के अनुसार वसूली जाती है और लोन अमाउंड पर पहले ही काट ली जाती है.
- कैश हैंडलिंग चार्ज: गोल्ड लोन पर कैश हैंडलिंग चार्ज के तौर पर ग्राहकों से 50 रुपये या इससे अधिक रकम वसूली जाती है.
- बकाया रकम पर पैनल्टी चार्ज: गोल्ड लोन की बकाया रकम पर प्रतिदिन 8 रुपये के हिसाब से पैनल्टी चार्ज लिया जाता है. यह ब्याज दर के अतिरिक्त होगा, जो मैच्यूरिटी डेट के बाद बाकी बची रकम के पुनर्भुगतान में चूक के मामले में वसूला जाता है.
- कैश डिपॉजिट चार्ज: गोल्ड लोन पर नकदी भुगतान पर ग्राहकों से कैश डिपॉजिट चार्ज के तौर पर 50 रुपये लिया जाता है.
- पीजी फैसलिटी चार्ज: डिजिटल प्रॉपर्टीज के माध्यम से लोन का आंशिक या पूरा पेमेंट करने के लिए पेमेंट गेटवे के इस्तेमाल के लिए ग्राहकों से 11 रुपये का पीजी फैसिलिटी चार्ज वसूला जाता है.
- कन्वेनिएंस चार्ज: इसे सुविधा शुल्क भी कहा जाता है. यह गोल्ड लोन को सुरक्षित करनेवाले कई आभूषणों में से कुछ आभूषणों को छुड़ाने के एवज में ग्राहकों से 149 रुपये वसूला जाता है.
- फोरक्लोजर चार्ज: गोल्ड लोन पर फोरक्लोजर चार्ज के तौर पर कम से कम 7 दिन का ब्याज वसूला जाता है. यदि ग्राहक बुकिंग के 7 दिनो के अंदर लोन क्लोज कर देता है, तो उस पर 7 दिन का ब्याज वसूला जाता है.
- ऑक्शन चार्ज: गोल्ड लोन की रकम का भुगतान नहीं करने की स्थिति में ग्राहकों से प्रति नोटिस 40 रुपये वसूला जाता है. इसके वसूली चार्ज के तौर पर 500 रुपये और एडवर्टीजमेंट चार्ज के तौर पर 200 रुपये वसूले जाते हैं.
ये भी पढ़ें: Infosys GST Notice मामले में आया नया मोड़, इन्फोसिस के साथ खड़ा हुआ नैसकॉम
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.