नयी दिल्ली : सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (बीपीसीएल) ने अपने कर्मचारियों को बाजार मूल्य से एक-तिहाई दाम पर शेयर विकल्प की पेशकश की है. निजीकरण से पहले अपने कर्मचारियों को ‘पुरस्कृत’ करने के लिए कंपनी ने यह कदम उठाया है. शेयर बाजारों को भेजी सूचना में कंपनी ने कहा कि उसके निदेशक मंडल की शुक्रवार को हुई बैठक में प्रस्तावित कर्मचारी शेयर खरीद योजना (ईएसपीएस) को मंजूरी दी गयी. इसके लिए शेयरधारकों की मंजूरी ली जाएगी.
हालांकि, बीपीसीएल ने इसका ब्योरा नहीं दिया है, लेकिन मामले से जुड़े एक सूत्र ने कहा कि ‘बीपीसीएल ट्रस्ट फॉर इन्वेस्टमेंट इन शेयर्स’ के पास कंपनी की चुकता शेयर पूंजी में 9.33 फीसदी हिस्सेदारी है. इसमें से दो फीसदी हिस्सेदारी की पेशकश कर्मचारियों को पिछले छह महीने के औसत दाम के एक-तिहाई मूल्य पर की जाएगी.
कंपनी में सरकार की शेयरधारिता में कोई बदलाव नहीं होगा. सरकार बीपीसीएल में अपनी समूची 52.98 फीसदी हिस्सेदारी रणनीतिक निवेशक को बेचने जा रही है. कंपनी के निजीकरण के लिए अनुरोध पत्र (ईओआई) देने की अंतिम तारीख 30 सितंबर है.
कर्मचारियों को दिए गए शेयरों में एक साल का लॉकइन पीरियड होगा. इसका मतलब यह कि शेयर मिलने के एक साल बाद ही कर्मचारी उसे बेच पाएंगे. हालांकि, कंपनी ने अभी यह फैसला नहीं किया है कि ट्रस्ट के पास बचे बाकी के 7.33 फीसदी हिस्सेदारी का क्या किया जाएगा. बीपीसीएल के शेयर शुक्रवार को 403 रुपये पर बंद हुए थे.
Posted By : Vishwat Sen
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.