Union Budget: विदेशी कंपनियों पर सरकार मेहरबान, कॉरपोरेट टैक्स घटाकर 35% करने का प्रस्ताव

Union Budget: बजट से पहले सोमवार को पेश आर्थिक समीक्षा 2023-24 में चीन के साथ तनावपूर्ण संबंधों के बावजूद स्थानीय विनिर्माण को बढ़ावा देने और निर्यात बाजार का फायदा उठाने के लिए चीन से प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) को बढ़ाने की बात कही गई थी. आर्थिक समीक्षा में कहा गया है कि अमेरिका और यूरोप के देश चीन से अपनी विनिर्माण इकाइयों को हटा रहे हैं.

By KumarVishwat Sen | July 23, 2024 6:00 PM

Union Budget: केंद्र सरकार विदेशी कंपनियों पर मेहरबान दिखाई दे रही है. इसीलिए उसने वित्त वर्ष 2024-25 के बजट में विदेशी कंपनियों के लिए कॉरपोरेट टैक्स को घटाकर 35 फीसदी करने का मन बनाया है. मंगलवार को लोकसभा में सालाना बजट के भाषण में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को विदेशी पूंजी निवेश आकर्षित करने के लिए विदेशी कंपनियों पर कॉरपोरेट कर की दर को घटाकर 35 फीसदी करने का ऐलान किया है. वित्त वर्ष 2024-25 के बजट में विदेशी कंपनियों (विशेष दरों पर वसूले जाने वाले कर को छोड़कर) की आमदनी पर लगने वाले आयकर की दर को 40 फीसदी से घटाकर 35 फीसदी करने का प्रस्ताव रखा गया है.

आर्थिक समीक्षा में चीनी एफडीआई पर सरकार को नसीहत

अपने बजट भाषण में निर्मला सीतारमण ने कहा कि हमारी विकास जरूरतों के लिए विदेशी पूंजी को आकर्षित करने के लिए मैं विदेशी कंपनियों पर कॉरपोरेट टैक्स की दर को 40 फीसदी से घटाकर 35 फीसदी करने का प्रस्ताव करती हूं. बजट से पहले सोमवार को पेश आर्थिक समीक्षा 2023-24 में चीन के साथ तनावपूर्ण संबंधों के बावजूद स्थानीय विनिर्माण को बढ़ावा देने और निर्यात बाजार का फायदा उठाने के लिए चीन से प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) को बढ़ाने की बात कही गई थी.

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विदेशी कंपनियों के लिए टैक्स घटना अचरज भरा कदम: डेलॉयट इंडिया

आर्थिक समीक्षा में कहा गया है कि अमेरिका और यूरोप के देश चीन से अपनी विनिर्माण इकाइयों को हटा रहे हैं. लिहाजा, चीनी कंपनियों का भारत में निवेश करना और फिर उत्पादों का इन बाजारों में निर्यात करना अधिक कारगर हो सकता है. डेलॉयट इंडिया के भागीदार रोहिंटन सिधवा ने कहा कि विदेशी कंपनियों के लिए टैक्स की दर 40 फीसदी से घटाकर 35 फीसदी करना और निर्यातकों पर लगने वाले दो फीसदी समानीकरण शुल्क को खत्म करना अचरज भरा कदम है.

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