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मारुति सुजुकी ने जून तिमाही में कमाया दोगुना मुनाफा
वाहन बनाने वाली मारुति सुजुकी इंडिया का एकीकृत शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष 2023-24 की अप्रैल-जून तिमाही में दोगुना से अधिक होकर 2,525 करोड़ रुपये रहा. वाहन कंपनी ने सोमवार को शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि इससे पूर्व वित्त वर्ष 2022-23 की इसी तिमाही में कंपनी का शुद्ध लाभ 1,036 करोड़ रुपये था. मारुति सुजुकी इंडिया की परिचालन आय चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-जून तिमाही में 32,338 करोड़ रुपये रही जो एक साल पहले इसी तिमाही में 26,512 करोड़ रुपये थी. कंपनी के निदेशक मंडल की सोमवार को हुई बैठक में सुजुकी मोटर गुजरात प्राइवेट लिमिटेड (एसएमजी) के साथ विनिर्माण समझौते के अनुबंध को समाप्त करने और सुजुकी मोटर कॉरपोरेशन (एसएमसी) से एसएमजी के शेयर प्राप्त करने के विकल्प को मंजूरी दे दी गई.
सेंसेक्स 367.47 अंक उछला, NIFTY भी चढ़कर 19,753 पर बंद, बेहतर हुआ कारोबार
स्पताह के पहले कारोबारी दिन भारतीय बाजार में बेहतर कारोबार हुआ है. बीएसई सेंसेक्स 367.47 अंक उछलकर 66,527.67 और एनएसई निफ्टी 107.75 अंक चढ़कर 19,753.80 अंक पर बंद. NTPC, Power Grid Corporation, Adani Ports, ONGC और Hindalco Industries निफ्टी का टॉप गेनर रहा. वहीं, Apollo Hospitals, Britannia Industries, HDFC Life, Divis Labs और Kotak Mahindra Bank टॉप लूजर रहे.
एयरटेल ने 8,000 करोड़ रुपये का स्पेक्ट्रम बकाया चुकाया
दूरसंचार कंपनी एयरटेल ने 2015 की नीलामी में मिले स्पेक्ट्रम के लिए अपनी देनदारियों के तहत दूरसंचार विभाग (डॉट) को 8,024 करोड़ रुपये का भुगतान किया है. कंपनी ने सोमवार को यह जानकारी दी. सुनील मित्तल की अगुवाई वाली दूरसंचार कंपनी ने बताया कि उक्त किश्तों का भुगतान 10 प्रतिशत ब्याज के साथ किया गया. कंपनी ने एक बयान में कहा कि भारती एयरटेल ने दूरसंचार विभाग (भारत सरकार) को वर्ष 2015 की नीलामी में मिले स्पेक्ट्रम से संबंधित स्थगित देनदारियों तहत 8,024 करोड़ रुपये का भुगतान किया है. एयरटेल ने कहा कि वह अपनी पूंजी संरचना के जरिए वित्तीय लचीलेपन पर जोर दे रही है, जिसमें वित्तपोषण की लागत को अनुकूल बनाना शामिल है.
आज दोपहर तक 6.13 करोड़ से अधिक लोगों ने दाखिल किया आईटीआर
देश में 31 मार्च को समाप्त वित्त वर्ष 2022-23 में अर्जित आय के लिए अभी तक 6.13 करोड़ से अधिक आयकर रिटर्न (आईटीआर) दाखिल किए गए हैं. आयकर विभाग ने अपने आधिकारिक ट्विटर खाते पर यह जानकारी दी. उसने लिखा है कि कल 30 जुलाई 2023 तक 6.13 करोड़ आईटीआर दाखिल किए गए. आज 31 जुलाई दोपहर 12 बजे तक 11.03 लाख और आईटीआर और दाखिल किए गए. पिछले साल 31 जुलाई तक करीब 5.83 करोड़ आईटीआर दाखिल किए गए थे. आईटीआर दाखिल करने में मदद के लिए आयकर विभाग की हेल्पडेसक और वेबसाइट पर चौबिसों घंटे सेवाएं उपलब्ध हैं. वित्त वर्ष 2022-23 के लिए आईटीआर जमा करने की अंतिम तारीख आज यानी 31 जुलाई 2023 है.
सीबीएफसी, कॉनकॉर्ड बायोटेक इस सप्ताह लाएंगे आईपीओ, 54-57 रुपये होगी शेयर की कीमत
गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी सीबीएफसी फाइनेंस लिमिटेड और रेयर एंटरप्राइजेज समर्थित कॉनकॉर्ड बायोटेक इस सप्ताह आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) लाएंगे. एनबीएफसी ने बताया कि उसने अपनी 1,025 करोड़ रुपये की शुरुआती शेयर बिक्री के लिए कीमत 54-57 रुपये प्रति शेयर तय की है. आईपीओ तीन अगस्त को खुलेगा और सात अगस्त को बंद होगा. कॉनकॉर्ड बायोटेक ने कहा कि 1,550 करोड़ रुपये के आईपीओ के लिए कीमत का दायरा 705-741 रुपये प्रति शेयर है. अहमदाबाद स्थित कंपनी ने बताया कि आईपीओ चार अगस्त को खुलेगा और आठ अगस्त तक चलेगा.
भारत के सुपर प्रीमियम खंड में 50 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी पर है सैमसंग की नजर
दक्षिण कोरिया की प्रमुख इलेक्ट्रॉनिक कंपनी सैमसंग की भारत के सुपर प्रीमियम खंड में 50 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी हासिल करने पर नजर है. कंपनी को उम्मीद है कि वह अपनी फोल्डेबल डिवाइस 'गैलेक्सी फोल्ड 5' और 'गैलेक्सी फ्लिप 5' के जरिए इस लक्ष्य को हासिल करने में सफल होगी. फिलहाल भारत के सुपर प्रीमियम स्मार्टफोन खंड में आईफोन बनाने वाली कंपनी एप्पल का दबदबा है. इस श्रेणी में 1,000 अमेरिकी डॉलर (लगभग 82,000 रुपये) से अधिक कीमत वाले हैंडसेट शामिल हैं. सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स के अध्यक्ष और मोबाइल अनुभव कारोबार के प्रमुख टी एम रोह ने कहा कि कंपनी का लक्ष्य सुपर प्रीमियम खंड में 'गैलेक्सी फोल्ड 5' और 'गैलेक्सी फ्लिप 5' की पेशकश के साथ अपनी बाजार हिस्सेदारी को मौजूदा 35 प्रतिशत से बढ़ाकर 50 प्रतिशत करना है. उन्होंने कहा कि भारत के सुपर प्रीमियम खंड में सैमसंग फोल्डेबल की बाजार हिस्सेदारी लगभग 35 प्रतिशत है. अब फोल्ड 5 और फ्लिप 5 की पेशकश के साथ हम इस खंड में 50 प्रतिशत से अधिक हिस्सेदार का लक्ष्य लेकर चल रहे हैं.
चीन की निर्माण गतिविधियां जुलाई में घटी, आर्थिक मंदी का दबाव बढ़ा
निर्यात में कमी के चलते चीन की विनिर्माण गतिविधियां जुलाई में घट गईं, जिससे सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी पर आर्थिक मंदी को दूर करने का दबाव और बढ़ गया है. सोमवार को जारी एक सर्वेक्षण से यह पता चला. राष्ट्रीय सांख्यिकी एजेंसी और एक उद्योग समूह द्वारा जारी क्रय प्रबंधक सूचकांक जून के 49 अंक से बढ़कर जुलाई में 49.3 अंक हो गया. हालांकि, इस सूचकांक में 50 से कम अंक का अर्थ है कि गतिविधियां घट रही हैं. एचएसबीसी के एरिन शिन ने एक रिपोर्ट में कहा कि चीन का विनिर्माण पीएमआई संकुचन को दर्शा रहा है, क्योंकि बाहरी क्षेत्र में दबाव बढ़ गया है. ऐसे में चीन को राजकोषीय और मौद्रिक उपायों के जरिए वृद्धि का समर्थन करना पड़ सकता है.
पहली तिमाही के नतीजों से पहले निवेशकों का अदाणी ग्रीन एनर्जी व ट्रांसमिशन पर फोकस
अदानी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड और अदानी ट्रांसमिशन लिमिटेड अदानी समूह की दो कंपनियां हैं, जो आज अपने जून तिमाही के नतीजों की घोषणा करेंगी. इसे लेकर निवेशकों की नजर अदाणी ग्रीन एनर्जी व अदाणी ट्रांसमिशन के शेयरों पर है.
गूगल एड्स ने जेनरेटिव एआई से बनाया विज्ञापन टूल
गूगल के वैश्विक विज्ञापनों के उपाध्यक्ष डैन टेलर ने कहा कि विज्ञापनदाता और व्यवसाय अब गूगल एड्स मंच पर स्वत: तैयार विज्ञापनों का लाभ उठा सकेंगे. गूगल एड्स 'लार्ज लर्निंग मॉडल' (एलएनएम) और जनरेटिव आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (जेन एआई) का उपयोग करके विपणक से मिली सूचना के आधार पर प्रचार अभियान की रूपरेखा तैयार कर सकेगा. उन्होंने अपनी हालिया भारत यात्रा के दौरान कहा कि यह विज्ञापनदाताओं के लैंडिंग पेजों और अच्छा प्रदर्शन करने वाले सवालों से सीखता है. टेलर ने इस साल 10 मई को गूगल आई/ओ के दौरान परफॉरमेंस मैक्स जैसे विपणक और विज्ञापनदाताओं के लिए पेश किए गए जेन एआई टूल का जिक्र किया था. उन्होंने बताया कि कैसे मिंत्रा, सैमसंग, एचडीएफसी और टाटा एआईजी जैसे ब्रांडों ने एआई के इस्तेमाल से 18 प्रतिशत तक अधिक नतीजा हासिल किया.
अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया सात पैसे गिरकर 82.25 पर
अमेरिकी मुद्रा की मजबूती और घरेलू शेयर बाजारों से विदेशी कोषों की बिकवाली के कारण सोमवार को शुरुआती कारोबार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया सात पैसे गिरकर 82.25 पर आ गया. विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने कहा कि कच्चे तेल की कीमतें 84 डॉलर प्रति बैरल से अधिक होने से भी रुपये पर असर पड़ा. अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 82.23 पर खुला, और बाद के कारोबार में यह 82.25 तक चला गया, जो पिछले बंद भाव के मुकाबले सात पैसे की गिरावट दर्शाता है. रुपया शुक्रवार को डॉलर के मुकाबले 82.18 पर बंद हुआ था. शेयर बाजार के अस्थाई आंकड़ों के मुताबिक विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने शुक्रवार को शुद्ध रूप से 1,023.91 करोड़ रुपये के शेयर बेचे.
भारतीय बाजार की मिलीजुली शुरुआत, TCS, Marico, SBI Cards, Maruti पर रहेगी नजर
सप्ताह के पहले कारोबारी दिन भारतीय बाजार प्री-ओपनिंग में मिलीजुली शुरुआत देखने को मिली. सेंसेक्स 136.24 अंक यानी 0.21 फीसदी की बढ़त के साथ 66,296.44 के स्तर पर कारोबार कर रह था जबकि निफ्टी 4.70 अंक यानी 0.02 फीसदी गिरकर 19,641.30 के स्तर पर कारोबार कर रहा था. हालांकि, ग्लोबल मार्केट से अच्छे संकेत मिल रहे हैं. एशियन बाजार में मजबूती देखने को मिल रही है. GIFTY NIFTY चौथाई प्रतिशत ऊपर कारोबार कर रहा है.
स्टार्टअप के लिए नियामक व्यवस्था के पहलुओं पर समिति कर सकती है विचार
सरकार द्वारा नियुक्त समिति इस बात पर विचार कर सकती है कि क्या कुछ इकाइयों में कॉरपोरेट प्रशासन से संबंधित चिंताओं को देखते हुए स्टार्टअप के लिए सख्त नियामक व्यवस्था की जरूरत है. एक अधिकारी ने यह जानकारी दी. अधिकारी ने कहा कि स्टार्टअप आम तौर पर छोटे होते हैं और नियमन के मामले में उनमें संतुलन की जरूरत होती है. कारोबारी सुगमता और अनुपालन आधारित नियामक व्यवस्था सुनिश्चित की जानी चाहिए. अधिकारी ने कहा कि कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय की ओर से सितंबर, 2019 में गठित कंपनी कानून समिति (सीएलसी) स्टार्टअप के लिए नियमन व्यवस्था के विभिन्न पहलुओं पर विचार कर सकती है. कॉरपोरेट मामलों के सचिव की अध्यक्षता में गठित स्थायी समति सरकारी अधिकारी, उद्योग के प्रतिनिधि और विशेषज्ञ शामिल हैं. यह मोटे तौर पर कंपनी अधिनियम, 2013 और सीमित देयता भागीदारी (एलएलपी) अधिनियम, 2008 के प्रभावी कार्यान्वयन के साथ ही कारोबारी सुगमता पर ध्यान देती है. अधिकारी ने कहा कि मंत्रालय ने इस बारे में अपनी राय नहीं बनाई है कि क्या स्टार्टअप के लिए अधिक कठोर नियामक ढांचे की आवश्यकता है या नहीं. उन्होंने कहा कि ऐसी संस्थाओं पर बहुत अधिक नियामक अनुपालन बोझ नहीं होना चाहिए.