Business News: बीते वित्त वर्ष में परिवारों पर कर्ज का बोझ हुआ दोगुना, बचत हुई आधी

Business News: ग्लोबल मार्केट से मिल रहे कमजोर संकेतों के बीच आज फिर भारतीय शेयर बाजार की शुरूआत खराब हो सकती है. सुबह से एशिया के बाजारों में नरमी देखने को मिल रहा है. गिफ्ट निफ्टी भी 100 अंक फिसलकर कारोबार कर रहा है. वहीं, अमेरिकी फेडरल रिजर्व की सख्त कमेंट्री से ग्लोबल बाजारों से कमजोर संकेत मिल रहे हैं. S&P 500 इंडेक्स तो नैस्डैक कल डेढ़ परसेंट से ज्यादा फिसला गया. इससे पहले बुधवार को भारतीय बाजार में जबरदस्त गिरावट देखने को मिली. तीस शेयरों पर आधारित सेंसेक्स 796 अंक यानी 1.18 प्रतिशत की गिरावट के साथ 66,800.84 अंक पर बंद हुआ. कारोबार के दौरान एक समय यह 868.7 अंक तक लुढ़क गया था.

By Madhuresh Narayan | September 22, 2023 7:07 AM
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मुख्य बातें

Business News: ग्लोबल मार्केट से मिल रहे कमजोर संकेतों के बीच आज फिर भारतीय शेयर बाजार की शुरूआत खराब हो सकती है. सुबह से एशिया के बाजारों में नरमी देखने को मिल रहा है. गिफ्ट निफ्टी भी 100 अंक फिसलकर कारोबार कर रहा है. वहीं, अमेरिकी फेडरल रिजर्व की सख्त कमेंट्री से ग्लोबल बाजारों से कमजोर संकेत मिल रहे हैं. S&P 500 इंडेक्स तो नैस्डैक कल डेढ़ परसेंट से ज्यादा फिसला गया. इससे पहले बुधवार को भारतीय बाजार में जबरदस्त गिरावट देखने को मिली. तीस शेयरों पर आधारित सेंसेक्स 796 अंक यानी 1.18 प्रतिशत की गिरावट के साथ 66,800.84 अंक पर बंद हुआ. कारोबार के दौरान एक समय यह 868.7 अंक तक लुढ़क गया था.

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लाइव अपडेट

बीते वित्त वर्ष में परिवारों पर कर्ज का बोझ हुआ दोगुना, बचत हुई आधी

पिछले वित्त वर्ष 2022-23 में परिवारों की शुद्ध वित्तीय बचत करीब 55 प्रतिशत गिरकर सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के 5.1 प्रतिशत पर आ गई, जबकि इन परिवारों पर कर्ज को बोझ दोगुना से भी अधिक होकर 15.6 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया. नवीनतम आधिकारिक आंकड़ों के विश्लेषण से यह जानकारी मिली है. एसबीआई रिसर्च की विश्लेषणात्मक रिपोर्ट के मुताबिक, घरेलू बचत से निकासी का एक बड़ा हिस्सा भौतिक संपत्तियों में चला गया है और 2022-23 में इनपर कर्ज भी 8.2 लाख करोड़ रुपये बढ़ गया. इनमें से 7.1 लाख करोड़ रुपये आवास ऋण एवं अन्य खुदरा कर्ज के रूप में बैंकों से लिया गया है. पिछले वित्त वर्ष में घरेलू बचत गिरकर जीडीपी के 5.1 प्रतिशत पर सिमट गई, जो पिछले पांच दशक में सबसे कम है. वित्त वर्ष 2020-21 में घरेलू बचत जीडीपी के 11.5 प्रतिशत के बराबर थी, जबकि महामारी से पहले 2019-20 में यह 7.6 प्रतिशत थी. सामान्य सरकारी वित्त और गैर-वित्तीय कंपनियों के लिए कोष जुटाने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया घरेलू बचत ही होती है. ऐसे में परिवारों की बचत का गिरना चिंता का विषय हो सकता है.

तीसरे दिन भारतीय बाजार में बिकवाली, निवेशकों के 5.4 लाख करोड़ डूबे

भारतीय बाजार में लगातार तीसरे दिन बिकवाली का दौर जारी रहा. कारोबार के अंत में BSE सेंसेक्स 570.60 अंक की गिरावट के साथ 66,230.24 के स्तर पर बंद हुआ. जबकि, निफ्टी 159.05 अंक की गिरावट के साथ 19742.35 के स्तर पर बंद हुआ. इस दौरान निवेशकों के करीब 5.4 लाख करोड़ डूब गए.

टाटा पावर रिन्यूएबल ने नेपाल के बाजार में जमाया पैर, डुगर पावर से किया करार

नवीकरणीय समाधान प्रदाता कंपनी टाटा पावर रिन्यूएबल एनर्जी (टीपीआरईएल) ने नेपाल में नवीकरणीय ऊर्जा उद्यम को गति देने के लिए स्थानीय कंपनी डुगर पावर के साथ समझौता किया है. टाटा पावर ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी. कंपनी ने बयान में कहा कि यह गठजोड़ नेपाल के तेजी से विकसित हो रहे नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में टीपीआरईएल के रणनीतिक प्रवेश की शुरुआत है और स्थायी ऊर्जा की ओर नेपाल के बदलाव को गति देने में एक लंबी छलांग के लिए मंच तैयार करता है. बयान के अनुसार, टीपीआरईल ने नेपाल के प्रमुख औद्योगिक समूह डुगर की अनुषंगी इकाई डुगर पावर प्राइवेट लिमिटेड (डुगर पावर) के साथ करार किया है. यह साझेदारी ऑन और ऑफ-ग्रिड ऊर्जा समाधानों की एक श्रृंखला का उत्पादन करने और क्षेत्र में ऊर्जा स्थिरता के लिए दीर्घकालिक प्रतिबद्धता की शुरुआत करने के लिए परिवर्तनकारी सौर प्रौद्योगिकियों के लिए तैयार है. यह समझौता नेपाल की विविध ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने के लिए डिजायन किया गया है.

अगस्त में कृषि, ग्रामीण श्रमिकों के लिए खुदरा महंगाई में मामूली रूप से हुई कम

कृषि श्रमिकों और ग्रामीण मजदूरों के लिए खुदरा मुद्रास्फीति इस साल अगस्त में पिछले महीने की तुलना में मामूली रूप से घटकर क्रमश: 7.37 प्रतिशत और 7.12 प्रतिशत पर आ गई. श्रम मंत्रालय के अनुसार, सीपीआई-एएल (उपभोक्ता मूल्य सूचकांक-कृषि मजदूर) और सीपीआई-आरएल (ग्रामीण मजदूर) पर आधारित मुद्रास्फीति की ‘पॉइंट-टू-पॉइंट’ दर अगस्त 2023 में 7.37 प्रतिशत तथा 7.12 प्रतिशत थी, जबकि जुलाई 2023 में यह क्रमश: 7.43 प्रतिशत तथा 7.26 प्रतिशत थी. अगस्त 2022 में सीपीआई-एएल 6.94 प्रतिशत और सीपीआई-आरएल 7.26 प्रतिशत रही. अगस्त में खाद्य मुद्रास्फीति 8.89 प्रतिशत (एएल) और 8.64 प्रतिशत (आरएल) रही, जबकि जुलाई 2023 में यह 8.88 प्रतिशत तथा 8.63 प्रतिशत थी. एक साल पहले समान माह में 6.16 प्रतिशत और 6.21 प्रतिशत थी. अगस्त 2023 में अखिल भारतीय सीपीआई-एएल और सीपीआई-आरएल क्रमशः नौ अंक और आठ अंक बढ़कर 1,224 अंक तथा 1,234 अंक पर पहुंच गए. पिछले महीने में सीपीआई-एएल और सीपीआई-आरएल क्रमशः 1,215 अंक तथा 1,226 अंक पर थे.

लिबर्टी जनरल इंश्योरेंस ने पराग वेद को नियुक्त किया सीईओ

लिबर्टी जनरल इंश्योरेंस ने पराग वेद को अपना मुख्य कार्यपालक अधिकारी (CEO) और बोर्ड का निदेशक नियुक्त करने की बृहस्पतिवार को घोषणा की. पराग वेद लिबर्टी के साथ जुड़ने से पहले टाटा एआईजी जनरल इंश्योरेंस में ‘कंज्यूमर लाइन’ के अध्यक्ष रहे चुके हैं. लिबर्टी जनरल इंश्योरेंस की ओर से जारी एक बयान के अनुसार वेद के पास बीमा उद्योग में दो दशकों से अधिक का अनुभव है. वह आईसीआईसीआई लोम्बार्ड जनरल इंश्योरेंस सहित कई संगठनों में वरिष्ठ पदों पर सेवाएं दे चुके हैं. रूपम अस्ताना के सेवानिवृत्त होने पर वेद उनकी जगह लेंगे. लिबर्टी जनरल इंडिया की स्थापना 2013 में की गई. अभी 28 राज्यों में 100 स्थानों पर उपस्थिति के साथ उसके कर्मचारियों की संख्या 1,100 से अधिक है.

‘इंटरनेशनल कांग्रेस ऑन द केमिस्ट्री ऑफ सीमेंट’ 2027 की मेजबानी करेगा भारत

भारत ‘इंटरनेशनल कांग्रेस ऑन द केमिस्ट्री ऑफ सीमेंट’ (आईसीसीसी) 2027 की मेजबानी करेगा. एक आधिकारिक बयान में यह जानकारी दी गई. आईसीसीसी की मेजबानी हासिल करने की दौड़ में भारत के अलावा संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) और स्विजरलैंड भी शामिल थे. उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (डीपीआईआईटी) के अनुसार, भारत के अग्रणी अनुसंधान एवं शैक्षणिक संस्थान, नेशनल काउंसिल फॉर सीमेंट एंड बिल्डिंग मैटेरियल्स (एनसीसीबीएम) ने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) दिल्ली के साथ मिलकर बैंकॉक (थाईलैंड) में चल रहे 16वें आईसीसीसी के दौरान सम्मेलन की संचालन समिति के सदस्यों के समक्ष भारत की दावेदारी सफलतापूर्वक पेश की. आधिकारिक बयान के अनुसार, भारत को मेजबानी मिलने की घोषणा 20 सितंबर 2023 को बैंकॉक में की गई.

कच्चे तेल की ऊंची कीमतों के बावजूद भारत वित्त वर्ष 2024 में 6.5 प्रतिशत की जीडीपी वृद्धि हासिल करेगा

नीति आयोग के सदस्य अरविंद विरमानी ने बृहस्पतिवार को कहा कि कच्चे तेल की ऊंची कीमतों तथा जलवायु परिवर्तन के कारण बढ़ी अनिश्चितता के बावजूद चालू वित्त वर्ष 2023-24 में भारतीय अर्थव्यवस्था करीब 6.5 प्रतिशत की दर से बढ़ेगी. विरमानी ने यह भी कहा कि भारत में सकल घरेलू बचत अनुपात लगातार बढ़ा है. नीति आयोग के सदस्य ने कहा कि मेरा वृद्धि अनुमान (भारत की जीडीपी वृद्धि का) 6.5 प्रतिशत है क्योंकि मुझ लगता है कि वैश्विक जीडीपी में उतार-चढ़ाव से कमोबेश सामंजस्य बैठा लिया गया है. अमेरिका स्थित कुछ अर्थशास्त्रियों के भारत के आर्थिक वृद्धि को बढ़ा-चढ़ाकर बताने का दावा करने पर विरमानी ने कहा कि उन्होंने देखा है कि कुछ पूर्व अधिकारियों को यह पता नहीं था कि जीडीपी का निर्माण कैसे किया जाता है क्योंकि वे अकादमिक पृष्ठभूमि से आए हैं.

शेयर मार्केट में ईएमएस लिमिटेड के शेयर 34 प्रतिशत उछाल के साथ सूचीबद्ध

पानी एवं जलनिकासी से जुड़ी ढांचागत कंपनी ईएमएस लिमिटेड के शेयर बृहस्पतिवार को 211 रुपये के निर्गम मूल्य के मुकाबले करीब 34 प्रतिशत उछाल के साथ सूचीबद्ध हुए. बीएसई पर शेयर ने 33.43 प्रतिशत के उछाल के साथ 281.55 रुपये पर शुरुआत की. बाद में यह 36.82 प्रतिशत बढ़कर 288.70 रुपये पर पहुंच गए. एनएसई पर इसने 33.67 प्रतिशत की बढ़त के साथ 282.05 रुपये पर कारोबार शुरू किया. शुरुआती कारोबार में कंपनी का बाजार मूल्यांकन 1,522.10 करोड़ रुपये रहा. आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) को निर्गम के अंतिम दिन 12 सितंबर को 75.28 गुना अभिदान मिला था. आईपीओ के लिए मूल्य दायरा 200-211 प्रति शेयर रखा गया.

गोल्डमैन शैक्स ने सेबी को 26.44 लाख रुपये का भुगतान कर मामले का निपटान किया

गोल्डमैन शैक्स (सिंगापुर) पीटीई ने पूंजी बाजार नियामक सेबी को 26.44 लाख रुपये का भुगतान कर मासिक ओडीआई की जानकारी देने में गड़बड़ी से संबंधित मामले का निपटारा कर लिया है. भारतीय पूंजी बाजार में विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक (एफपीआई) के रूप में पंजीकृत गोल्डमैन शैक्स ने ‘विदेशी डेरिवेटिव समाधानों’ (ओडीआई) की मासिक सूचना में गड़बड़ी से संबंधित मामले में सेबी के समक्ष निपटान का प्रस्ताव रखा था जिसे स्वीकार कर लिया गया है.

प्री-ओपनिंग में भारतीय बाजार में दिखी कमजोरी, सेंसेक्स और निफ्टी में दिखा दबाव

नकारात्मक ग्लोबल संकेतों के बीच भारतीय बाजार की कमजोर शुरूआत हुई है. BSE सेंसेक्स 106.83 अंक की गिरावट के साथ 66,694.01 के स्तर पर कारोबार कर रहा था. जबकि, निफ्टी 66.25 अंक की गिरावट के साथ 19835.15 के स्तर पर था.

मेटा ने भारत में व्हाट्सऐप भुगतान सेवा का विस्तार किया, नए 'टूल' से खरीदारी होगी आसान

व्हाट्सऐप ने भारत में अपनी भुगतान सेवा के विस्तार की घोषणा की. इससे कारोबारियों के साथ लेनदेन करने वाले लोगों के लिए भुगतान करना आसान हो जाएगा. वे विभिन्न डिजिटल भुगतान विकल्पों सहित यूपीआई ऐप के विकल्प के साथ क्रेडिट और डेबिट कार्ड से भी सीधे चैट में खरीदारी कर सकेंगे. मेटा के संस्थापक और सीईओ मार्क जुकरबर्ग ने कहा कि भारत लोगों और व्यवसायों के 'मैसेजिंग' अपनाने के मामले में दुनिया में अग्रणी है. व्हाट्सऐप ने कहा कि वह भुगतान को आसान बनाने के लिए रेजरपे और पेयू जैसे साझेदार के साथ काम कर रही है. जुकरबर्ग ने कहा है कि लोगों और व्यवसायों के बीच काम करने के बेहतर तरीके के रूप में ‘मैसेजिंग’ की स्वीकार्यता बढ़ रही है और भारत दुनिया में इस मामले में अगुवा है. सोशल मीडिया क्षेत्र की दिग्गज कंपनी ने यहां कई नए ‘टूल’ का अनावरण किया है. इनके जरिये व्हॉट्सएप का इस्तेमाल कर कारोबार को आगे बढ़ाने में मदद मिलेगी.

निवेश प्रोत्साहित करने को एथनॉल कीमत के लिए दीर्घकालिक नीति की जरूरत

भारतीय चीनी मिल संघ (इस्मा) ने कहा कि सरकार को एथनॉल मूल्य निर्धारण के लिए दीर्घकालिक नीति और फॉर्मूला लाना चाहिए. इससे चीनी मिलें लगभग 400 करोड़ लीटर क्षमता विस्तार करने को लेकर प्रोत्साहित होंगी. इस क्षमता विस्तार के लिये 17,500 करोड़ रुपये के अनुमानित निवेश की आवश्यकता पड़ेगी. अगले महीने से शुरू होने वाले विपणन वर्ष 2023-24 के लिए चीनी की मांग-आपूर्ति परिदृश्य के बारे में संवाददाताओं को जानकारी देते हुए, इस्मा के अध्यक्ष आदित्य झुनझुनवाला ने यह भी मांग की कि उत्पादन लागत में वृद्धि को देखते हुए चीनी का न्यूनतम बिक्री मूल्य 38 रुपये प्रति किलो तक बढ़ाया जाना चाहिए जो मौजूदा समय में 31 रुपये प्रति किलो है. उन्होंने कहा कि इस्मा प्रमुख उत्पादक राज्यों में गन्ना क्षेत्र की उपग्रह चित्रों का विश्लेषण करने के बाद नवंबर के दौरान विपणन वर्ष 2023-24 (अक्टूबर-सितंबर) के लिए चीनी उत्पादन का ताजा अनुमान जारी करेगा. उसके बाद ही आकलन कर पाएगा कि क्या चीनी और एथनॉल की घरेलू मांग को पूरा करने के बाद निर्यात के लिए कोई अधिशेष चीनी की मात्रा रहती है या नहीं.

ग्लोबल बाजार से मिल रहा संकेत, आज फिर हो सकती है शेयर मार्केट की कमजोर शुरूआत

ग्लोबल मार्केट से मिल रहे कमजोर संकेतों के बीच आज फिर भारतीय शेयर बाजार की शुरूआत खराब हो सकती है. सुबह से एशिया के बाजारों में नरमी देखने को मिल रहा है. गिफ्ट निफ्टी भी 100 अंक फिसलकर कारोबार कर रहा है. वहीं, अमेरिकी फेडरल रिजर्व की सख्त कमेंट्री से ग्लोबल बाजारों से कमजोर संकेत मिल रहे हैं. S&P 500 इंडेक्स तो नैस्डैक कल डेढ़ परसेंट से ज्यादा फिसला गया. इससे पहले बुधवार को भारतीय बाजार में जबरदस्त गिरावट देखने को मिली. तीस शेयरों पर आधारित सेंसेक्स 796 अंक यानी 1.18 प्रतिशत की गिरावट के साथ 66,800.84 अंक पर बंद हुआ. कारोबार के दौरान एक समय यह 868.7 अंक तक लुढ़क गया था.

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