त्योहारी सीजन में कार खरीदते वक्त इन बातों का रखें ध्यान, कार लोन के लिए ऐसे चुनें बेहतर विकल्प
त्योहारी सीजन में शानदार ऑफर और कई तरह के छूट दिये जाते हैं. धनतेरस के मौके पर लोग सोना- चांदी, गाड़िया और इलेक्ट्रॉनिक के सामान पर विशेष ध्यान देते हैं. बैंक भी त्योहारी सीजन में कई तरह के लोन के उपलब्ध कराता है. इसमें कई तरह की छूट का ऐलान किया जाता है.
भारत में त्योहार के दौरान खरीदारी का चलन है. कई बड़े त्योहारों में लोग कपड़े और कई चीजें खरीदते हैं. अक्सर इन त्योहारी सीजन का इंतजार किया जाता है. इन त्योहारी सीजन में खरीदारी करना शुभ माना जाता है. कंपनियां भी इस अवसर को बेहतर ढंग से समझती हैं.
त्योहारी सीजन में शानदार ऑफर और कई तरह के छूट दिये जाते हैं. धनतेरस के मौके पर लोग सोना- चांदी, गाड़िया और इलेक्ट्रॉनिक के सामान पर विशेष ध्यान देते हैं. बैंक भी त्योहारी सीजन में कई तरह के लोन के उपलब्ध कराता है. इसमें कई तरह की छूट का ऐलान किया जाता है. अगर इस बार आप कार खरीदने का मन बना रहे हैं तो आपके लिए यह बेहतरीन मौका है क्योंकि त्योहारी सीजन में बैंक कई तरह के ऑफर दे रहे हैं.
Also Read: त्यौहारी मौसम में पूरा होगा घर और कार का सपना, ये बैंक दे रहा है ब्याज दर में छूट
लोन अप्लाई करने से पहले किन बातों का ध्यान रखना चाहिए
अगर आप कार या किसी भी जरूरत के लिए लोन अप्लाई कर रहे हैं तो आपको क्रेडिट रिपोर्ट की जांच करनी चाहिए. बैंक लोन देते वक्त क्रेडिट रिकार्ड देखते हैं. बैंक आपके क्रेडिट स्कोर के आधार पर लोन की ब्याज दरें तय करते हैं. अगर आपका क्रेडिट स्कोर 750 या इससे ज्यादा है तो ऐसे में इस बात की संभावना बढ़ जाती है कि आपको कम ब्याज दर पर आसानी से लोन मिल जाये.
इसके उलट, अगर आपका क्रेडिट स्कोर अच्छा नहीं है या 750 से कम है ,तो आपको लोन लेने में परेशानी हो सकती है साथ ही लोन मिलता है तो ज्यादा ब्याज दर चुकाना पड़ सकता है. लोन के आवेदन से पहले अपनी क्रेडिट रिपोर्ट ऑनलाइन लेंडिंग मार्केटप्लेस या क्रेडिट ब्यूरो से जरूर हासिल कर लें .
कार लेने से पहले दूसरे बैंको से भी पता कर लें
आप कौन सी कार लेना चाहते हैं. कार का मॉडल क्या है ? कितना लोन लेना है कितना आप खुद पेमेंट करना चाहते हैं. इन चीजों को तय करने के बाद आप. आप फाइनेंस कंपनियों के साथ- साथ बैंक से बेहतर जानकारी हासिल कर लें. आप लेंडर्स द्वारा दी जाने वाली कार लोन रेट्स की तुलना ऑनलाइन फाइनेंशियल मार्केटप्लेस में कर सकते हैं. लोन के लिए अलग-अलग लोन ऑफर्स की तुलना करते समय एलटीवी रेश्यो पर भी विचार करना चाहिए.
कितनी EMI रखनी चाहिए
Also Read: त्यौहारी मौसम में पूरा होगा घर और कार का सपना, ये बैंक दे रहा है ब्याज दर में छूट
आपको अपनी मासिक आय के 50 फीसद से कम ईएमआई के तौर पर रखना चाहिए. कार लोन आवेदकों को EMI का विकल्प चुनते समय महीने के अपने जरूरी खर्चों जैसे फाइनेंशियल गोल्स, बीमा प्रीमियम और किराया जैसी दूसरी चीजों का भी ध्यान रखना चाहिए. सबसे कम रिपेमेंट टेन्योर का विकल्प चुनना चाहिए. लेकिन अगर आपको लगता है कि आपके पास पर्याप्त रकम नहीं है तो फिर आपको अपने EMI के बोझ को कम करने के लिए लंबी अवधि का विकल्प चुनना चाहिए हालांकि ऐसे में आपका ब्याज दर बढ़ सकता है.
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.