नई दिल्ली : केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक को केंद्रशासित प्रदेश में हुए कथित बीमा घोटाले के सिलसिले में कुछ सवालों का जवाब देने को कहा है. मीडिया की रिपोर्ट में बताया जा रहा है कि जांच एजेंसी की ओर से स्पष्टीकरण देने के लिए मौखिक समन दिया गया है. इस घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया देते हुए सत्यपाल मलिक ने कहा कि सीबीआई ने ‘कुछ स्पष्टीकरण’ के लिए यहां एजेंसी के अकबर रोड स्थित गेस्टहाउस में मौजूद होने को कहा है.
पिछले साल भी हुई थी पूछताछ
जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कहा कि सीबीआई कुछ स्पष्टीकरण चाहता है, जिसके लिए मेरी उपस्थिति चाहते हैं. मैं राजस्थान जा रहा हूं, इसलिए मैंने उन्हें 27 से 29 अप्रैल की तारीख दी हैं, जब मैं उपलब्ध रहूंगा. सीबीआई ने कथित घोटाले के सिलसिले में पिछले साल भी उनसे पूछताछ की थी. केंद्रीय एजेंसी ने सरकारी कर्मचारियों के लिए एक समूह चिकित्सा बीमा योजना का ठेका देने और जम्मू-कश्मीर में कीरू जलविद्युत परियोजना से जुड़े 2,200 करोड़ रुपये के निर्माण कार्य में भ्रष्टाचार के मामले में सत्यपाल मलिक के आरोपों के संबंध में दो प्राथमिकी दर्ज की थीं.
300 करोड़ रुपये का मिला था ऑफर
सत्यपाल मलिक ने दावा किया था कि उन्हें दो फाइल साइन करने के लिए 300 करोड़ का ऑफर मिला था. सत्यपाल मलिक ने कहा कि मेरे द्वारा दी गई रिपोर्ट के संबंध में सीबीआई कुछ स्पष्टीकरण चाहती है. वहीं, समाचार एजेंसी भाषा ने एक अधिकारी के हवाले से बताया कि उन्हें सीबीआई ने बीमा घोटाले से जुड़े सवालों का जवाब देने को लेकर नोटिस जारी किया है.
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राम माधव ने भी भेजा है मानहानि का नोटिस
अभी हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने दावा किया था कि आरएसएस और भाजपा नेता राम माधव योजना पास कराने के लिए उनके पास आए थे. इस पर राम माधव ने कहा था कि यह बात निराधार है. उन्होंने सत्यपाल मलिक के खिलाफ मानहानि का नोटिस भेजा है. उन्होंने कहा कि आप प्रासंगिक बने रहने के लिए इस तरह के बयान दे रहे हैं. ऐसा करके सिर्फ आपको लोकप्रियता चाहिए है.
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