Business News: केंद्र सरकार मध्यवर्ग को देगी बड़ी राहत, तेल में नरमी के बाद, थाली में परोसा जाएगा ‘भारत दाल’
Business News: भारतीय उपभोक्ताओं के लिए एक बड़ी और अच्छी खबर है. केंद्रीय खाद्य एवं उपभोक्ता मामलों के मंत्री पीयूष गोयल के द्वारा लोगों को सस्ती दर पर दाल उपलब्ध कराने के लिए 'भारत दाल' ब्रांड की बिक्री की शुरूआत की गयी.
Business News: त्योहारी सीजन शुरू होने से पहले सरसों एवं सोयाबीन तेल तिलहन के साथ- साथ कच्चा पामतेल (सीपीओ) और पामोलीन तेल में मामूली सुधार देखने को मिल रहा है. जबकि, मूंगफली तेल के साथ-साथ बिनौला तेल की कीमतें पूर्वस्तर पर है. सस्ते आयातित खाद्यतेलों ने देश के तेल तिलहन उद्योग को गहरा झटका दे डाला. समझा जा रहा है कि इसका असर लंबे समय तक भारतीय बाजार में रहने की उम्मीद है. इस बीच भारतीय उपभोक्ताओं के लिए एक बड़ी और अच्छी खबर है. केंद्रीय खाद्य एवं उपभोक्ता मामलों के मंत्री पीयूष गोयल (Piyush Goyal) के द्वारा लोगों को सस्ती दर पर दाल उपलब्ध कराने के लिए ‘भारत दाल’ (Bharat Dal) ब्रांड की बिक्री की शुरूआत की गयी. इस दाल की प्रतिकिलो कीमत केंद्र सरकार की सब्सिडी के साथ 60 रुपये है.
नेफेड के माध्यम से होगी बिक्री
केंद्र सरकार के द्वारा सस्ता दाल राष्ट्रीय कृषि सहकारी विपणन संघ (NAFED) के माध्यम से बेचा जाएगा. इसके अलावा ये एनसीसीएफ, केंद्रीय भंडार और मदर डेयरी के सफल के रिटेल स्टोर पर भी उपलब्ध होगा. केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने बताया कि भारत दाल ब्रांड नाम के तहत एक किलो पैक के लिए 60 रुपये प्रति किलो और 30 किलोग्राम पैक के लिए 55 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से सब्सिडी वाली चना दाल की बिक्री शुरू की. नेफेड द्वारा चना दाल की मिलिंग और पैकेजिंग की जा रही है. ये दिल्ली में अपने खुदरा दुकानों और एनसीसीएफ, केंद्रीय भंडार और सफल के बिक्री केन्द्रों के माध्यम से बेची जाएगी. बता दें कि चना भारत में सबसे अधिक उत्पादित होने वाली दाल है और पूरे भारत में कई रूपों में इसका सेवन किया जाता है. चना के कई पोषण संबंधी स्वास्थ्य लाभ हैं. यह फाइबर, आयरन, पोटेशियम, विटामिन बी, सेलेनियम बीटा कैरोटीन और कोलीन से भरपूर है जो मानव शरीर को एनीमिया, रक्त शर्करा, हड्डियों के स्वास्थ्य आदि और यहां तक कि मानसिक स्वास्थ्य को नियंत्रित करने के लिए आवश्यक है.
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कपास की खेती का रकबा घटा
कोयंबटूर स्थित भारतीय कपड़ा उद्योग परिसंघ (सीआईटीआई) ने भी आयातित कपास पर आयात शुल्क सीमित करने की मांग की है. बताया जा रहा है कि खरीफ मौसम में कपास खेती का रकबा घटा है. इसके अलावा सोयाबीन, सूरजमुखी खेती का भी रकबा घटा है. मलेशिया और शिकागो एक्सचेंज में मामूली घट बढ़ रही. सूत्रों ने कहा कि इसी तरह का अनुभव पहले सूरजमुखी के संदर्भ में देखा गया है और अनिश्चित बाजार के कारण वर्ष 1997-98 में जो सूरजमुखी की बुवाई लगभग 100 प्रतिशत की होती थी वह रकबा चालू खरीफ सत्र में घटकर मात्र तीन प्रतिशत रह गया है.
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तेल-तिलहनों के भाव: (रेट दिल्ली के बाजार से)
सरसों तिलहन – 5,400-5,450 (42 प्रतिशत कंडीशन का भाव) रुपये प्रति क्विंटल
मूंगफली – 7,075-7,125 रुपये प्रति क्विंटल
मूंगफली तेल मिल डिलिवरी (गुजरात) – 17,380 रुपये प्रति क्विंटल
मूंगफली रिफाइंड तेल 2,510-2,785 रुपये प्रति टिन
सरसों तेल दादरी- 10,500 रुपये प्रति क्विंटल
सरसों पक्की घानी- 1,750 -1,830 रुपये प्रति टिन
सरसों कच्ची घानी- 1,750 -1,860 रुपये प्रति टिन
तिल तेल मिल डिलिवरी – 18,900-21,000 रुपये प्रति क्विंटल
सोयाबीन तेल मिल डिलिवरी दिल्ली- 10,100 रुपये प्रति क्विंटल
सोयाबीन मिल डिलिवरी इंदौर- 10,000 रुपये प्रति क्विंटल
सोयाबीन तेल डीगम, कांडला- 8,350 रुपये प्रति क्विंटल
सीपीओ एक्स-कांडला- 8,120 रुपये प्रति क्विंटल
बिनौला मिल डिलिवरी (हरियाणा)- 9,100 रुपये प्रति क्विंटल
पामोलिन आरबीडी, दिल्ली- 9,500 रुपये प्रति क्विंटल
पामोलिन एक्स- कांडला- 8,550 रुपये (बिना जीएसटी के) प्रति क्विंटल
सोयाबीन दाना – 4,960-5,055 रुपये प्रति क्विंटल
सोयाबीन लूज- 4,725-4,820 रुपये प्रति क्विंटल
मक्का खल (सरिस्का)- 4,015 रुपये प्रति क्विंटल
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