Small Saving Scheme: छोटी बचत योजनाओं में बदलाव कर सकती है सरकार
Small Saving Scheme: अगर आप भी छोटी बचत योजनाओं में निवेश करते हैं तो यह जानकारी आपके लिए हैं. सरकार इस तिमाही में छोटी बच्ची की योजनाओं की ब्याज दर में बदलाव करने जा रही है.
Small Saving Scheme: जब भी हम सुरक्षित और जोखिम मुक्त निवेश की बात करते हैं तो पहला ध्यान छोटी बचत योजनाओं का आता है. जहां हम छोटे-छोटे निवेश कर के एक अच्छी पूंजी जमा कर लेते हैं. पिछले तिमाही की ब्याज दर अपरिवर्तित रखने के बाद सरकार छोटी बचत योजनाओं पर ब्याज दरों की समीक्षा करने को तैयार है. यह योजनाएं हमेशा से ही भारतीय निवेशकों के बीच लोकप्रिय रही है. भारत सरकार द्वारा यह योजनाएं समर्थित की जाती है. सरकार आवृत्ति जमा, सार्वजनिक भविष्य निधि ,सुकन्या समृद्धि योजना ,महिला समृद्धि बचत, प्रमाण पत्र ,किसान विकास पत्र ,राष्ट्र बचत प्रमाण पत्र जैसी योजनाओं की ब्याज दरों की समीक्षा करने वाला है. सरकार हर तिमाही में इन छोटी बचत योजनाओं के ब्याज दरों को तय करती है. इस समीक्षा में यह माना जा रहा है कि पब्लिक प्रोविडेंट फंड के ब्याज दरों में बढ़ोतरी की जा सकती है. इस समय सरकार कुल 12 तरह की छोटी बचत योजना चल रही है. जिसमें डाकघर बचत योजना, पीपीएफ ,सुकन्या योजना, वरिष्ठ नागरिक योजना जैसी योजनाएं शामिल है.
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किस योजना की ब्याज दर में हुआ था बदलाव
वित्त वर्ष 2023 -24 की अंतिम तिमाही के लिए सरकार ने सुकन्या समृद्धि योजना की ब्याज दरों में बढ़ोतरी की है. जहां इस योजना में पहले 8 फ़ीसदी का ब्याज दर मिलता था वहां इसे बढ़ाकर 8.20 फ़ीसदी कर दिया गया है.यह योजना सरकार द्वारा लड़कियों के लिए विशेष कर लाया था. यह खाता किसी भी लड़की के नाम पर उसके 10 वर्ष की आयु होने तक खोला जा सकता है. इस योजना के तहत एक बच्ची के नाम पर एक ही खाता खोला जा सकता है.इस योजना में न्यूनतम ₹250 से निवेश किया जा सकता है.
किस योजना में नहीं हुआ कोई भी बदलाव
पिछले तीन वर्षों में पीपीएफ की दरों में कोई भी बदलाव नहीं किया गया है. बता दे की इसमें आखिरी बार अप्रैल-जून 2020 में बदलाव किया गया था, तब इसके ब्याज दर को 7.9 फ़ीसदी से घटाकर 7.1 फीसदी कर दिया गया था. उसके बाद से इस योजना में कोई भी संशोधन नहीं किया गया है.पोस्ट ऑफिस प्रोविडेंट फंड में न्यूनतम ₹500 से निवेश शुरू किया जा सकता है. मौजूदा समय में इस अकाउंट में सालाना 7.1 फीसदी ब्याज दर मिलता है. इस अकाउंट में एक वित्त वर्ष में न्यूनतम ₹500 और अधिकतम 1.5 लख रुपए जमा किया जा सकता है. इस फंड की मेच्योरिटी पीरियड 15 साल रखी गई है, इस अवधि से पहले इसे क्लोज नहीं किया जा सकता है. इस बार यह उम्मीद की जा रही है कि सरकार इस योजना में कुछ बदलाव कर सकती है जिससे निवेशकों को कुछ राहत मिलेगी.
छोटी बचत योजनाओं के लाभ
छोटी बचत योजना आपको सुरक्षित निवेश करने में मदद करती है. इन योजनाओं में जमा राशि पर मिलने वाले ब्याज का एक हिस्सा आयकर अधिनियम 80 C के तहत कर मुक्त हो सकता है. यह योजनाएं आपके नियमित आय का भी स्रोत बन सकती है. कुछ योजनाएं ऐसी होती है जो आपको नियमित अंतराल पर ब्याज का भुगतान करती है. अधिकतम योजनाओं में न्यूनतम जमा राशि कम होती है और आप अपनी सुविधा के अनुसार इसे जमा कर सकते हैं. जिससे यह आपके निवेश को आसान और सुरक्षित बनाती हैं.
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