पाकिस्तान पर फिर मेहरबान हुआ चीन, विश्व बैंक के साथ मिलकर 25 करोड़ डॉलर का कर्ज देगा चाइनीज बैंक
कोरोना काल में आर्थिक तंगी से जूझ रहे पाकिस्तान पर चीन अपनी मेहरबानी बरसाने किसी प्रकार की कोताही नहीं बरत रहा है. देश की अवाम को रोटी तक के लिए समुचित व्यवस्था नहीं कर पाने वाले इमरान खान सरकार को चीन के एक बैंक की ओर से करीब 25 करोड़ डॉलर का कर्ज दिया जाएगा. चीन समर्थित एशियन इन्फ्रास्ट्रक्चर इन्वेस्टमेंट बैंक (एआईआईबी) ने कहा कि कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए वह पाकिस्तान को 25 करोड़ डॉलर का कर्ज उपलब्ध कराएगा.
इस्लामाबाद : कोरोना काल में आर्थिक तंगी से जूझ रहे पाकिस्तान पर चीन अपनी मेहरबानी बरसाने किसी प्रकार की कोताही नहीं बरत रहा है. देश की अवाम को रोटी तक के लिए समुचित व्यवस्था नहीं कर पाने वाले इमरान खान सरकार को चीन के एक बैंक की ओर से करीब 25 करोड़ डॉलर का कर्ज दिया जाएगा. चीन समर्थित एशियन इन्फ्रास्ट्रक्चर इन्वेस्टमेंट बैंक (एआईआईबी) ने कहा कि कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए वह पाकिस्तान को 25 करोड़ डॉलर का कर्ज उपलब्ध कराएगा.
विश्व बैंक भी होगा कर्ज का साझेदार : समाचार एजेंसी रॉयटर्स हवाले से मीडिया में आ रही खबरों के अनुसार, एआईआईबी के अलावा विश्व बैंक भी इस कर्ज में हिस्सेदार होगा. बैंक ने बयान जारी कर कहा कि इस लोन से पाकिस्तान कोरोना महामारी से निपटने के लिए अपनी स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर कर सकेगा. कोरोना संक्रमण के बाद से ही पाकिस्तान में रोजमर्रा की चीजों की कीमतें काफी बढ़ गयी हैं.
एआईआईबी ने पहले भी पाकिस्तान को 50 करोड़ डॉलर का दिया था कर्ज : अमेरिकी अखबार न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक, इससे पहले एआईआईबी ने पाकिस्तान को 50 करोड़ डॉलर का कर्ज मुहैया कराया था. मौजूदा कर्ज और पिछला ऋण दोनों ही एआईआईबी के 10 अरब डॉलर के फंड का हिस्सा हैं, जो बैंक ने कोरोना महामारी से निपटने के लिए अलग कर रखा है.
कराची में 54 रुपये किलो बिक रहा आटा : पाकिस्तानी अखबार डॉन न्यूज की एक रिपोर्ट के अनुसार, खुले बाजार में मिलों में आटा की कीमतें चार रुपये बढ़कर 54 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गयी हैं. आटा की यह कीमत कराची के बाजार की है, जबकि पंजाब और पाकिस्तान के अन्य प्रांतों में कीमत इससे भी ज्यादा है. अप्रैल से लेकर अभी तक आटे की कीमतों में सरकार के अनुसार 18.50 रुपये की बढ़ोतरी हो चुकी है.
पाकिस्तान में 100 रुपये किलो तक पहुंच सकता है गेहूं का दाम : इतना ही नहीं, महंगाई के मुद्दे पर दो दिन पहले इमरान सरकार को अपने मंत्रिमंडल बैठक बुलानी पड़ी थी. इस बैठक में सरकार ने गेहूं के आयात की मंजूरी दी है. हालांकि, इस कदम से गेहूं और महंगा हो जाएगा और इसके लिए पहले से आर्थिक तंगी से जूझने वाले देश को काफी ज्यादा विदेशी मुद्रा खर्च करनी होगी. फिलहाल, इमरान खान सरकार की ओर से रूस और यूक्रेन से 1,20,000 टन गेहूं आयात करने की मंजूरी मिल गयी है, जिसमें प्रति टन इसकी कीमत 220-232 डॉलर है. इससे घरेलू मार्केट में एक क्विंटल गेहूं की कीमत करीब 4,200 रुपये तक होगी.
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Posted By : Vishwat Sen
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