कर्ज में डूबे अनिल अंबानी की मुश्किलें अब और बढ़ गयी है. जिन तीन चीनी बैंको में अनिल अंबानी का बकाया है वो बैंक अब अनिल अंबानी की दुनियाभर में फैली संपत्तियों का पता लगायेंगे. यूके कोर्ट के आदेश के बाद अनिल के खिलाफ यह कार्रवाई हो रही है. बता दें कि अनिल अंबानी पर तीन चीनी बैंको का 5,226 करोड़ रुपये बकाया है.
इससे पहले 22 मई को यूके की कोर्ट ने अनिल अंबानी को आदेश दिया था की वो चीनी बैंको तो 5,226 करोड़ रुपये का भुगतान करेंगे. जिसमें ब्याज के 7.04 करोड़ रुपये शामिल हैं. इसके अलावा बैंकों ने कानूनी कार्रवाई के खर्च की भारपाई भी करने की मांग कोर्ट से की थी.
बैंको का प्रतिनिधित्व कर रहे बंकिम थंकी क्यूसी ने ब्रिटेन की अदालत को बताया कि अनिल अंबानी पैसे देने से इनकार कर रहे थे. शुक्रवार को इस मामले में हुई सुनवाई के बाद बैंक ने चीनी बैंको ने बयान जारी कर कहा कि वे अंबानी के खिलाफ प्रवर्तन कार्रवाई करेंगे. साथ ही बैंक अपने संपत्ति की भारपाई के लिए क्रॉस एक्जामिनेशन से मिली जानकारी का उपयोग करेंगे.
पर चीनी बैंक भारत में अनिल अंबानी की की संपत्ति पर फिलहाल दावा नहीं करेंगे क्योंकि भारत में एसबीआई अनिल के खिलाफ दिवालिया प्रक्रिया चला रहा है, जिस पर दिल्ली हाईकोर्ट ने रोक लगायी है. कयास लगाये जा रहे है कि चीनी बैंक देश के बाहर मौजूद अनिल की संपत्तियों का अधिग्रहण करेंगी जो अनिल ने अपने शपथ पत्र में बताया था.
अनिंल अंबानी मे इससे पहले अपनी संपत्तियों का खुलासा किया था. ऐफिडेविट के उनके संपत्ति की कीमत 1,00,000 लाख डॉलर (करीब 74 लाख रुपये) से ज्यादा है. ऐफिडेविट मे अनिल से यह भी पूछा गया था कि क्या उनकी इस संपत्ति में किसी और की भी भागीदारी है.
कोर्ट में जमा किये गये ऐफिडेविट में अंबानी ने बताया कि उन्होंने रिलायंस इनोवेंचर्स को 5 अरब रुपये का लोन दिया है. और रिलायंस इनोवेंचर्स में 1.20 करोड़ इक्विटी शेयर की कोई कीमत नहीं है. उन्होंने कोर्ट को बताया कि बताया कि अपने पारिवारिक ट्रस्ट समेत दुनियाभर के किसी भी ट्रस्ट में उनका कोई आर्थिक हित नहीं है.
Posted By: Pawan Singh