CIBIL Score: लोन मिलने में हो रही परेशानी… ऐसे सुधारें अपना खराब सिबिल स्कोर, जानिए आसान तरीका
Cibil Score: सिबिल स्कोर व्यक्ति के पुराने लोन का एक पैरामीटर है. इससे किसी शख्स के पहले का क्रेडिट हिस्ट्री क्या रहा है, इसका पता चलता है. सिबिल स्कोर और क्रेडिट स्कोर दोनों एक ही है. सिबिल स्कोर 300 से लेकर 900 तक हो सकता है.
Cibil Score: अगर आपको किसी तरह का भी लोन बैंक या किसी वित्तीय संस्था ले लेना होता है तो सबसे पहले आपका सिबिल चेक किया जाता है. अगर आपका सिबिल निर्धारित पैमाने पर खरा उतरता है तो आपको बड़ी आसानी से लोन मिल जाता है, नहीं तो लोन पास नहीं होता, या उसमें काफी मुश्किल होती है. इसका सबसे बड़ा कारण होता है कि आपका सिबिल स्कोर या क्रेडिट स्कोर (Cibil Score, Credit Score) ठीक नहीं है. सिबिल स्कोर का बेहतर होना आपके लिए कई चीजें आसान कर देता है. स्कोर अच्छा हो तो लोन लेने में आसानी होती है. आपका सिबिल स्कोर अच्छा होगा तो बैंक आपको क्रेडिट कार्ड पर लोन देंगे. सिबिल स्कोर के लिए 30/25/20 का फॉर्मूला जरूरी है.सिबिल स्कोर एक तरह से आपकी क्षमता, अब तक के कर्ज लेने के बाद की आपकी स्थिति को दिखाता है.
दरअसल, सिबिल स्कोर व्यक्ति के पुराने लोन का एक पैरामीटर है. इससे किसी शख्स के पहले का क्रेडिट हिस्ट्री क्या रहा है, इसका पता चलता है. सिबिल स्कोर और क्रेडिट स्कोर दोनों एक ही है. सिबिल स्कोर 300 से लेकर 900 तक हो सकता है. सबसे बड़ी बात कि एक साथ कई तरह के लोन लेने से बचना चाहिए इससे भी आपका क्रेडिट स्कोर खराब हो सकता है. क्रेडिट लिमिट को कम ना होने दें. बता दें, सिबिल एक हिसाब है जो देश के किसी व्यक्ति या संगठन की क्रेडिट हिस्ट्री का मूल्यांकन करता है. इसके लिए क्रेडिट इन्फॉर्मेशन ब्यूरो इंडिया लिमिटेड (CIBIL) की ओर से किया जाता है. बता दें, सिबिल एक क्रेडिट रेटिंग फर्म है. इसमें 24 सौ से अधिक सदस्य हैं.
क्या है सिबिल स्कोर
अगर किसी का सिबिल ठीक होगा तो बैंक से उसे लोन पाने में आसानी होगी, अन्य वित्तीय संस्था से भी आसानी से लोन मिल सकता है. ऐसे में सवाल है कि आखिर सिबिल स्कोर (CIBIL SCORE) क्या है.दरअसल, सिबिल स्कोर एक तीन अंकों की संख्या है. इसका उपयोग ऋण देने वाले बैंक या वित्तीय संस्था आपके रिकॉर्ड का आकलन करते है, कि पूर्व में आपने कितना लोन लिया और उसे समय पर चुकाया या नहीं. इसी आधार पर बैंक या वित्तीय संस्था तय करते है कि आपको लोन दिया जाएगा या नहीं. अगर सिबिल ठीक है तो लोन के मंजूर होने की संभावना बढ़ जाती है.
कैसे जानें की सिबिल स्कोर अच्छा है या नहीं
सिबिल स्कोर ठीक है तो लोन आसानी से मिलने की संभावना बढ़ जाती है. एक अच्छा सिबिल स्कोर आमतौर पर 700 या उससे ऊपर का माना जाता है.वहीं, बहुत द तक यह ऋण देने वाले और आप जिस प्रकार के ऋण के लिए आवेदन दे रहे हैं इस पर भी निर्भर करता है. हालांकि यह भी गौरतलब है कि सिबिल लोन दिलाने में एक अहम कड़ी होता है, लेकिन यह नहीं बता सकता है कि कोई वित्तीय संस्थान किसी शख्स को लोन या क्रेडिट कार्ड के लिए मंजूरी देगा या नहीं. हालांकि यह यह लोन लेने वाले शख्स की छवि बनाने में अहम भूमिका निभाता है. इसलिए अच्छा सिबिल स्कोर होने से लोन मिलने की संभावना काभी बढ़ जाती है.वहीं, जिसकी क्रेडिट हिस्ट्री खराब होती है उसे सुधारने में समय लग जाता है. इसकी प्रक्रिया लंबी भी हो सकती है.
कैसे सुधरेगा CIBIL स्कोर?
अगर किसी शख्स का सिबिल खराब हो गया है तो तो इसे सुधारा जा सकता है. इसके लिए कई कदम उठाने होंगे. सबसे पहले समय पर पेमेंट करना होगा. दरअसल सिबिल खराब होने का सबसे बड़ा कारण देरी से ईएमआई का भुगतान करना होता है. सिबिल ठीक करने के लिए EMI का पेमेंट समय पर करना चाहिए. ताकी क्रेडिट स्कोर को बेहतर बना रहे. इसके अलावा अपना सिबिल स्कोर दुरुस्त रखने के लिए फिक्स डेट से पहले अपने क्रेडिट कार्ड या लोन की बकाया राशि का भुगतान कर दें. इसके अलावा किसी का भी लोन गारंटर बनने से बचें, जो भी आपकी गारंटी पर लोन ले रहा है अगर वो किसी तरह से डिफॉल्ट होता है तो इसका सीधा असर आपके सिबिल स्कोर पर भी पड़ेगा.
बहुत सारे लोन लेने से भी सिबिल पर असर पड़ता है. इस लिए एक समय में एक ही लोन लें, ताकि उसका भुगतान करने में आपको कोई परेशानी न हो. क्योंकि कई लोन लेने से हो सकता है कि बकाया भुगतान में देरी हो, जिससे आपका सिबिल खराब हो सकता है. इसके अलावा अगर आप लंबी अवधि के लिए कर्ज लेते है तो आपकी ईएमआई भी कम होगी जिसे आप आसानी से दे सकते हैं. इससे आप डिफॉल्टर होने से बचेंगे.
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