Coal Crisis : देश में जारी बिजली संकट के बीच केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आर के सिंह का बयान सामने आया है. उन्होंने कहा है कि हमारे पास कोयले का पूरा स्टॉक है. बिजली संकट को लेकर बेवजह बातें कही जा रही है. इस बात में कोई सच्चाई नहीं है. राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में भी बिजली संकट नहीं है. राजधानी को पूरी बिजली मिलती रहेगी. मामले पर हमारी पैनी नजर बनी हुई है. जनता को बिजली को लेकर चिंता करने की जरूरत नहीं है.
आगे केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आर.के.सिंह ने कहा कि हमने आज सभी पदाधिकारियों की बैठक बुलाई थी. दिल्ली में जितनी बिजली की आवश्यकता है, उतनी बिजली की आपूर्ति की जा रही है. राजधानी में बिजली की आपूर्ति होती रहेगी. यहां चर्चा कर दें कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि कोयले की कमी के कारण राष्ट्रीय राजधानी के लोगों को बिजली संकट का सामना करना पड़ सकता है. यही नहीं उन्होंने राष्ट्रीय राजधानी में बिजली की आपूर्ति करने वाले उत्पादन संयंत्रों में कोयला और गैस पहुंचाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हस्तक्षेप करने का आग्रह किया.
केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आर.के.सिंह ने कहा कि हमने आज सभी पदाधिकारियों की बैठक बुलाई थी. दिल्ली में जितनी बिजली की आवश्यकता है, उतनी बिजली की आपूर्ति हो रही है और होती रहेगी. बिना आधार के ये पैनिक इसलिए हुआ क्योंकि गेल ने दिल्ली के डिस्कॉम को एक संदेश भेज दिया कि वो बवाना के गैस स्टेशन को गैस देने की कार्रवाई एक या दो दिन बाद बंद करेगा. वो मैसेज इसलिए भेजा क्योंकि उसका कांट्रैक्ट समाप्त हो रहा है. उन्होंने कहा कि हमारे पास आज के दिन में कोयले का चार दिन से ज़्यादा का औसतन स्टॉक है, हमारे पास प्रतिदिन स्टॉक आता है. कल जितनी खपत हुई, उतना कोयले का स्टॉक आया.
दिल्ली के बिजली मंत्री सत्येंद्र जैन ने शनिवार को कहा कि बवाना संयंत्र में गैस की आपूर्ति बहाल होने के बाद दो दिन के लिए बिजली संकट टल गया है. यदि आने वाले दिनों में एनटीपीसी लिमिटेड की ओर से बिजली की आपूर्ति नहीं की गई तो राष्ट्रीय राजधानी में ‘ब्लैकआउट’ हो सकता है. ऐसा लगता है कि यह संकट ‘मानव निर्मित’ है.
Posted By : Amitabh Kumar
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