Coal India का उत्पादन बढ़कर 5.36 करोड़ टन पहुंचा, विदेश में भी कई खनिज संपत्तियों का किया अधिग्रहण
Coal Production in India: कोल इंडिया लिमिटेड (सीआईएल) ने बताया कि जुलाई 2023 में उसका कोयला उत्पादन सालाना आधार पर 13.4 प्रतिशत बढ़कर 5.36 करोड़ टन हो गया. कंपनी के सभी सहायक कंपनियों ने जुलाई 2023 तक अपने-अपने लक्ष्य को हासिल कर लिया है.
Coal Production in India: कोल इंडिया लिमिटेड (CIL) ने बताया कि जुलाई 2023 में उसका कोयला उत्पादन सालाना आधार पर 13.4 प्रतिशत बढ़कर 5.36 करोड़ टन हो गया. सीआईएल ने मंगलवार को एक बयान में कहा कि पिछले साल जुलाई में उसका कोयला उत्पादन 4.73 करोड़ टन था. कंपनी ने बताया कि अप्रैल-जुलाई 2023 के दौरान उसका उत्पादन बढ़कर 22.91 करोड़ टन हो गया, जो 2022 की इसी अवधि के 20.7 करोड़ टन की तुलना में 10.7 प्रतिशत अधिक है. सीआईएल ने वित्त वर्ष 2023-24 के दौरान 78 करोड़ टन कोयला उत्पादन का लक्ष्य रखा है। कंपनी ने बीते वित्त वर्ष में 70.3 करोड़ टन कोयले का उत्पादन किया था. कंपनी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि हमारी सभी सहायक कंपनियों ने पिछले वित्त वर्ष 2022-23 की तुलना में अच्छी वृद्धि दर्ज की है.उन्होंने बताया कि सभी सहायक कंपनियों ने जुलाई 2023 तक अपने-अपने लक्ष्य को हासिल कर लिया है.
विदेश में महत्वपूर्ण खनिज संपत्तियों का अधिग्रहण शुरू किया
कोल इंडिया लिमिटेड (सीआईएल) अपने परिचालन में विविधता लाने और मूल्य श्रृंखला को अधिक एकीकृत करने के लिए विदेश में लिथियम, कोबाल्ट और निकल जैसी खनिज संपत्तियों के अधिग्रहण की योजना बना रही है. कंपनी ने हाल में अलौह और महत्वपूर्ण खनिजों को अपने दायरे में शामिल करने के लिए अपने मेमोरेंडम ऑफ एसोसिएशन (एमओए) में संशोधन किया है. इससे नए क्षेत्रों में विस्तार करने की कंपनी की प्रतिबद्धता का पता चलता है. एमओए किसी कंपनी के संविधान का आधार है. इससे पहले सीआईएल ने विदेश में कोयला संपत्तियों के अधिग्रहण का प्रयास किया था, जो सफल नहीं हो सका. इस समय सीआईएल विदेश में विलय और अधिग्रहण के लिए उपयुक्त अवसरों की तलाश कर रही है। कंपनी के प्रबंधन ने अपनी ताजा वार्षिक रिपोर्ट में शेयरधारकों यह जानकारी दी. यह रणनीतिक कदम आत्मनिर्भर भारत मिशन के अनुरूप है, जिसके जरिए इन महत्वपूर्ण खनिजों की लगातार आपूर्ति सुनिश्चित हो सकेगी.
क्या है कोल इंडिया
कोल इंडिया एक सरकारी उपक्रम है जो भारतीय सरकार के अधीन स्थायीकृत कोल उत्पादन और उपभोक्ता कंपनी है. यह विश्व का सबसे बड़ा कोयला उत्पादक कंपनी है और भारत के विभिन्न कोल खनिकार्मों के आधिकारिक खनिकर्म कंपनियों को संचालित करता है. कोल इंडिया का मुख्यालय कोलकाता में स्थित है और यह 1975 में स्थापित किया गया था. यह उपक्रम खनिकर्म से संबंधित सभी पहलूओं को संभालता है, जिसमें उत्पादन, वितरण, विपणन, और उपभोक्ता उत्पादन शामिल होते हैं. कोल इंडिया के तहत खनिकर्म निगमों के साथ, यह भारत में कोयला उत्पादन और वितरण के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और देश की ऊर्जा संगठनों और उद्योगों को कोयले की आपूर्ति के लिए संबंधित सेवाएं प्रदान करता है.
कोल इंडिया की मुख्य उपक्रम
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बर्बेता कोल खनिकर्म कंपनी (Barbati Coal Mining Company)
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केंदरीय कोल फील्ड्स (Central Coalfields)
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केंद्रीय कोल खनिकर्म कंपनी (Central Coal Mining Company)
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दक्षिण ईस्टर्न कोलफील्ड्स (Eastern Coalfields)
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नर्थ ईस्टर्न कोलफील्ड्स (North Eastern Coalfields)
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नोर्थर्न कोलफील्ड्स (Northern Coalfields)
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महानादी कोलफील्ड्स (Mahanadi Coalfields)
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वेस्टर्न कोलफील्ड्स (Western Coalfields)
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