Coal India Share Price: कोल इंडिया ने इस तिमाही में शानदार प्रदर्शन किया है. हाई सेल और ज्वाइंट वेंचर में सुधार के चलते कंपनी का मुनाफा सालाना आधार पर 12.5 प्रतिशत की उछाल के साथ 6800 करोड़ पहुंच गया है. बड़ी बात ये है कि कंपनी के सामान्य तिमाही में पिछले साल करीब 140 करोड़ रुपये का घाटा लगा था.
कोल इंडिया के द्वारा जारी परिणाम के अनुसार, इस साल कंपनी ने करीब 90 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया है. कंपनी का ऑपरेशनल रेवेन्यू करीब 4 फीसदी उछलकर 3277 करोड़ रुपये, EBITDA करीब 12 फीसदी चढ़कर 10121 करोड़ रुपये और EBITDA मार्जिन 29.1 फीसदी रहा है. कंपनी के शानदार प्रदर्शन का असर सीधे-सीधे कंपनी के शेयरों पर देखने के लिए मिला है.
सितंबर तिमाही के नजीतों के कारण सोमवार को स्टॉक मार्केट में कोल इंडिया के शेयर में तेजी देखने को मिली. कंपनी के शेयर चार प्रतिशत उछलकर आठ साल के हाई पर पहुंच गए. इंट्रा-डे कारोबार में स्टॉक 350 रुपये पर था, ये 2016 के बाद से अभी तक का उच्चतम भाव है. जो बाजार बंद होते-होते 5.26% प्रतिशत की तेजी के साथ 349.25 रुपये पर बंद हुआ.
Also Read: Tata Technologies IPO: 20 साल का इंतजार खत्म, 22 नवंबर को आएगा टाटा का आईपीओ, ग्रे मार्केट में दिखा भारी एक्शनकोल इंडिया के शेयरों में एक्शन को देखते हुए ब्रोकरेज फर्म ने इसके टारगेट प्राइस को बढ़ा दिया है. जेफरीज ने कंपनी की रेटिंग को होल्ड से बाय कर दिया है. इसके साथ ही, टारगेट प्राइस को 19 प्रतिशत बढ़ाकर 385 रुपये कर दिया है. कंपनी में निवेशकों की अब विशेष रुचि देखने को मिल रही है.
वहीं, ब्रोकरेज फर्म मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज ने भी अपनी कोल इंडिया को बाय की श्रेणी में रख दिया है. साथ ही, टार्गेट प्राइस को 18 प्रतिशत बढ़ाकर ₹380 प्रति शेयर कर दिया. मोतीलाल ओसवाल ने कहा कि माइनिंग सेक्टर में कोल इंडिया हमारी शीर्ष पसंद बनी हुई है.
इस बीच, सरकार ने कहा कि बुधवार को शुरू होने वाली कोयला खदानों की वाणिज्यिक नीलामी के आठवें दौर में कुल 39 ब्लॉक बिक्री के लिए रखे जाएंगे. जून, 2020 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा कोयला खदानों की वाणिज्यिक नीलामी की पहली किस्त की शुरुआत के बाद सात चरणों में कुल 91 कोयला खदानों को बिक्री के लिए रखा गया है.
कोयला मंत्रालय ने बयान में कहा कि आगामी दौर में कुल 35 कोयला खदानों की पेशकश की जाएगी, जिसमें कोयला खदान (विशेष प्रावधान) अधिनियम, 2015 के तहत 11 और एमएमडीआर अधिनियम 1957 के तहत 24 शामिल हैं. इसके अतिरिक्त, वाणिज्यिक कोयला नीलामी के सातवें दौर में दूसरे प्रयास के तहत चार कोयला खदानों की पेशकश की जा रही है. इसमें कहा गया है कि कोयला खानों की वाणिज्यिक नीलामी के आठवें दौर की शुरुआत खनन उद्योग में निजी क्षेत्र की भागीदारी को बढ़ावा देने और कोयला उत्पादन बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है.