नई दिल्ली : केंद्र सरकार की ओर से सोमवार को सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के आंकड़ों को लेकर कांग्रेस और भाजपा में सियासी बयानबाजी तेज हो गई है. सरकार की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार, वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान जीडीपी में 7.3 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है. सरकार के इस आंकड़े पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने हमला कर दिया. उनके इस हमले के जवाब में केंद्रीय मंत्री और भाजपा के नेता अनुराग ठाकुर ने भी पलटवार किया है.
बुधवार को केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कोरोना संकट के दौरान भी कांग्रेस राजनीति करने से बाज नहीं आ रही है. कांग्रेस नेतृत्व ने इस अनजान दृष्टिकोण को अपनाते हुए सदा ही इसे अपना हथियार बनाया है. उन्होंने कहा कि वैश्विक आपदा के दौर में यह कठिन समय जरूर है, लेकिन भारतीय अर्थव्यवस्था अब भी काफी मजबूत है. उन्होंने कहा कि पता नहीं पूर्व वित्तमंत्री ने क्यों कठिन आंकड़ों को नजरअंदाज कर दिया.
उन्होंने कहा कि लगातार सुधारों और मजबूत बुनियादी सिद्धांतों ने यह सुनिश्चित किया है कि वित्त वर्ष 2020-21 की पहली तिमाही में भारत को 24.4 फीसदी के संकुचन से वित्त वर्ष 2020-21 की चौथी तिमाही में 1.6 फीसदी की वृद्धि हुई है. उन्होंने कहा कि जब आप भारतीय उद्यमियों, छोटे व्यवसायों और एमएसएमई को खुद को पुनर्जीवित करने के लिए किए गए प्रयास पर संदेह करते हैं, तो यह आपकी मंशा को दर्शाती है. विभिन्न अंतरराष्ट्रीय एजेंसियां वित्त वर्ष 2021-22 में भारत की अर्थव्यवस्था में 12.5 फीसदी वृद्धि का अनुमान लगाई है, लेकिन फिर भी आप इस पर सवाल उठा रहे हैं.
ठाकुर ने कहा कि जीडीपी के ताजा आंकड़ों से पता चलता है कि जनवरी-मार्च 2021 तिमाही में विनिर्माण क्षेत्र में 6.9 फीसदी, निर्माण में 14.5 फीसदी, स्टील और सीमेंट में क्रमशः 27.3 फीसदी और 32.7 फीसदी की वृद्धि हुई. यह वृद्धि मार्च की पूर्व-लॉकडाउन अवधि से अधिक है. उन्होंने कहा कि अप्रैल 2021 में दोनों क्षेत्रों में 400 फीसदी और 549 फीसदी की वृद्धि हुई.
ठाकुर ने पूर्व वित्त मंत्री चिदंबरम से सवाल पूछा है कि क्या भारतीय अर्थव्यवस्था अलग-थलग द्वीप है? क्या इस महामारी में विश्व की अन्य प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं को जीडीपी संकुचन का सामना नहीं करना पड़ा है? क्या आप नहीं जानते हैं कि फ्रांस, जर्मनी, इटली और ब्रिटेन में क्रमश: 8.2 फीसदी, 4.9 फीसदी, 8.9 फीसदी और 9.9 फीसदी की आर्थिक गिरावट दर्ज की गई?
इससे पहले, सरकार की ओर से जीडीपी आंकड़े जारी करने के बाद पूर्व वित्त मंत्री चिदंबरम ने सोमवार को केंद्र सरकार पर हमला करते हुए कहा था कि 2020-21 में जीडीपी 2018-19 की जीडीपी से भी कम है. उन्होंने कहा था कि 2020-21 पिछले चार दशकों में अर्थव्यवस्था के लिए सबसे बुरा साल साबित हुआ है.
उन्होंने कहा कि 2020-21 की चार तिमाहियों के प्रदर्शन से साफ है कि देश की क्या हालत हो गई है. उन्होंने कहा कि अभी जो स्थिति है, उसकी सबसे बड़ी वजह कोरोना महामारी है, लेकिन उससे भी अधिक इसके लिए भाजपा जिम्मेदार है.
Posted by : Vishwat Sen
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