Industrial Production: भारत के आठ प्रमुख बुनियादी उद्योगों की उत्पादन वृद्धि दिसंबर, 2024 में सुस्त पड़कर 4% रह गई. शुक्रवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों में यह जानकारी दी गई. एक साल पहले समान महीने में आठ बुनियादी उद्योगों का उत्पादन 5.1 प्रतिशत बढ़ा था. मासिक आधार पर बुनियादी उद्योगों की वृद्धि की रफ्तार सुस्त पड़ी है. नवंबर, 2024 में इन क्षेत्रों का उत्पादन 4.4% रहा था. दिसंबर में प्राकृतिक गैस के उत्पादन में गिरावट दर्ज की गई.
बुनियादी उद्योगों की उत्पादन वृद्धि दर में गिरावट
नवंबर 2024 में औद्योगिक उत्पादन वृद्धि दर 4.4% थी, जो दिसंबर में और घटकर 4% रह गई. मुख्य रूप से प्राकृतिक गैस उत्पादन में गिरावट दर्ज की गई, जिससे औद्योगिक वृद्धि की रफ्तार सुस्त पड़ी.
उद्योग | दिसंबर 2024 (%) | दिसंबर 2023 (%) |
कोयला | 5.3% | 10.8% |
रिफाइनरी उत्पाद | 2.8% | 4.1% |
उर्वरक | 1.7% | 5.9% |
इस्पात | 5.1% | 8.3% |
सीमेंट | 4.0% | – |
बिजली | 5.1% | – |
अप्रैल-दिसंबर 2024 की औद्योगिक वृद्धि दर
चालू वित्त वर्ष (अप्रैल-दिसंबर 2024) में बुनियादी उद्योगों की औसत उत्पादन वृद्धि दर 4.2% रही. पिछले वित्त वर्ष (अप्रैल-दिसंबर 2023) में यह 8.3% थी, जिससे यह साफ होता है कि औद्योगिक उत्पादन की वृद्धि दर धीमी हुई है.
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औद्योगिक उत्पादन सूचकांक में योगदान
आठ प्रमुख बुनियादी उद्योगों का आईआईपी (औद्योगिक उत्पादन सूचकांक) में 40.27% का भारांश है. इससे यह पता चलता है कि इनकी वृद्धि दर समग्र औद्योगिक विकास पर गहरा प्रभाव डालती है. हालांकि, कुछ क्षेत्रों में उत्पादन वृद्धि हुई, लेकिन समग्र रूप से औद्योगिक उत्पादन की रफ्तार सुस्त रही. कोयला, बिजली और सीमेंट उत्पादन में मामूली बढ़ोतरी दर्ज की गई, लेकिन प्राकृतिक गैस और उर्वरक उत्पादन में गिरावट चिंता का विषय बनी हुई है.
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