नयी दिल्ली : चालू वित्त वर्ष 2020-21 में हर भारतीय लोगों की आय में करीब 10 हजार रुपये की गिरावट दर्ज की गयी है. सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय की ओर से जारी अग्रिम अनुमानों के मुताबिक, वित्त वर्ष 2020 में 1.07 लाख प्रति व्यक्ति सकल राष्ट्रीय आय थी, जो चालू वित्त वर्ष में गिर कर 97889 हो गयी है.
जानकारी के मुताबिक, सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय की ओर से वित्त वर्ष 2020-21 के लिए जीडीपी के अग्रिम अनुमान में कोरोना वायरस महामारी के कारण अर्थव्यवस्था को बड़े पैमाने पर नुकसान पहुंचाने के साथ-साथ लोगों की जेब को भी सीधे प्रभावित किया है.
इसमें बताया गया है कि वित्त वर्ष 2020 में प्रति व्यक्ति सकल राष्ट्रीय आय जहां 1,07,422 रुपये थी, वह अगले वित्त 2020-2021 में गिर कर 97,889 रुपये होने की उम्मीद है. इसका मतलब है कि प्रति व्यक्ति सकल राष्ट्रीय आय में 9,533 रुपये सीधे गिरावट आने की उम्मीद है.
सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय के अग्रिम अनुमानों के मुताबिक, प्रति व्यक्ति जीएनआई में जहां 8.9 फीसदी की गिरावट आयी है, वहीं, प्रति व्यक्ति जीडीपी भी इस साल गिर कर 8.7 फीसदी रहने की संभावना जतायी गयी है.
लॉकडाउन के कारण प्रमुख उद्योगों में बेरोजगारी, कम क्षमता का उपयोग, मांग में भारी गिरावट के कारण भारतीय लोगों की आय को प्रभावित किया है. विनिर्माण, निर्माण, व्यापार, होटल आदि वित्तीय वर्ष 2020-21 में संकुचन दर्ज करने की संभावना है.
हालांकि, सरकार का अनुमान है कि चालू वित्त वर्ष में भारत की जीडीपी में 7.7 फीसदी की कमी हो सकती है. वर्ष 2020-2021 में लगातार कीमतों पर वास्तविक जीडीपी 134.40 लाख करोड़ रुपये के स्तर को प्राप्त करने की संभावना है. जबकि, साल 2019-20 के लिए जीडीपी का अनंतिम अनुमान 145.66 लाख करोड़ रुपये है.
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