क्रेडाई का अनुमान: मकान खरीदना होगा मुश्किल, ग्राहकों पर पड़ेगी बढ़ी कीमतों की मार

इस्पात जैसे कच्चे माल की कीमतों में वृद्धि के कारण घर बनाने वाली कंपनियों को अगले महीने से अपनी संपत्तियों के दाम 10 से 15 प्रतिशत तक बढ़ाने पड़ेंगे.

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 28, 2022 7:12 PM

मुंबई: अगर आप भी मकान खरीदने की योजना बना रहे हैं, तो अब आपको ज्यादा पैसे चुकाने होंगे. मकान खरीदने के लिए आपको 10 से 15 फीसदी तक ज्यादा भुगतान करना होगा. रियल्टी कंपनियों के निकाय क्रेडाई ने सोमवार को कहा कि पिछले करीब 45 दिन में निर्माण लागत में 20 से 25 प्रतिशत की वृद्धि के कारण मकान महंगे हो सकते हैं.

क्रेडाई के अनुसार, इस्पात जैसे कच्चे माल की कीमतों में वृद्धि के कारण घर बनाने वाली कंपनियों को अगले महीने से अपनी संपत्तियों के दाम 10 से 15 प्रतिशत तक बढ़ाने पड़ेंगे. क्रेडाई की महाराष्ट्र इकाई क्रेडाई-एमसीएचआइ ने इस बीच केंद्र और राज्य सरकारों से डेवलपर्स को इनपुट कर क्रेडिट (आइटीसी) की अनुमति देने के अलावा स्टांप शुल्क और जीएसटी दरों को कम करके उद्योग को राहत देने पर विचार करने की मांग की है.

क्रेडाई ने कहा कि वह अपने सदस्यों को अभी निर्माण कार्य बंद करने की सलाह नहीं देगा. हालांकि, यदि मूल्य वृद्धि जारी रहती है, तो रियल्टी कंपनियों के पास परियोजनाओं को रोकने और कच्चे माल की खरीद को स्थगित करने के अलावा कोई अन्य विकल्प नहीं होगा.

Also Read: भारत में घर खरीदना आसान, कीमत में 3.6 फीसद की आयी गिरावट, पढ़ें दुनिया के किन देशों में सबसे महंगा है घर
इस्पात व सीमेंट की कीमतों में बढ़ोतरी

क्रेडाई-एमसीएचआई के अध्यक्ष दीपक गोराडिया ने कहा कि इस्पात की कीमतें 35 से 40 रुपये प्रति किलोग्राम से बढ़ कर 85 से 90 रुपये प्रति किलोग्राम हो गयी हैं. सीमेंट के दाम करीब 100 रुपये प्रति बोरी बढ़ गये हैं. ईंधन और परिवहन लागत बढ़ गयी है. इसके चलते कुल निर्माण लागत में 20 से 25 प्रतिशत की वृद्धि हुई है.

खरीदारों को लचीली भुगतान योजनाओं की चाहत

घर खरीदने की योजना बना रहे 73 फीसदी लोग घरों की खरीद पर छूट और लचीली भुगतान योजनाएं भी चाहते हैं. आवासीय पोर्टल हाउसिंग डॉट कॉम और रियल एस्टेट संगठन नारेडको के एक साझा सर्वेक्षण में यह रुझान सामने आया है. यह सर्वेक्षण वर्ष 2022 की पहली तिमाही में 3,000 से अधिक लोगों से ली गयी राय पर आधारित है. सर्वेक्षण में शामिल 47 प्रतिशत लोग निवेश के अन्य साधनों शेयर, सोना एवं सावधि जमा के बजाय रियल एस्टेट में निवेश करना चाहते हैं.

Posted By: Mithilesh Jha

Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.

Next Article

Exit mobile version