Cyrus Mistry: टाटा ग्रुप के पूर्व चेयरमैन और उद्योगपति साइरस मिस्त्री के आकस्मिक निधन से पूरा उद्योग जगत शोक में है. देश के नामी उद्योगपतियों में से एक साइरस मिस्त्री का पालघर के पास सड़क हादसे में निधन हो गया है. जिस मर्सिडीज गाड़ी से यह हादसा हुआ उसमें साइरस समेत कुल चार लोग सवार थे. जिसमें दो की मौत हो गई है. दरअसल, साइरस की कार मुंबई से सटे पालघर में एक डिवाइडर से टकरा गई. टक्कर इतनी जोरदार थी कि कार के परखच्चे उड़ गये. मिस्त्री अहमदाबाद से मुंबई की ओर जा रहे थे. लेकिन सूर्या नदी पर बने पुल हादसे ने बिजनेस की दुनिया का एक चमकता हुआ सितारा को छीन लिया.
टाटा कंपनी को संभालने का मिला था मौका: साइरस मिस्त्री भारतीय बिजनेस जगत की एक जानी मानी हस्ती थे. एक समय में वो टाटा संस से सीधे जुड़े थे. 2012 में साइरस मिस्त्री को रतन टाटा की जगह टाटा संस का चेयरमैन बनाया गया था. हालांकि, चार साल तक पद संभालने के बाद विवाद के कारण 2016 में उन्हें अचानक से पद से हटा दिया गया. गौरतलब है कि टाटा संस में शापूरजी पालोनजी समूह की 18.37 फीसदी हिस्सेदारी है. विवादों के बाद टाटा समूह ने टाटा संस में शापूरजी पालोनजी समूह की हिस्सेदारी खरीदने की पेशकश की थी जिसे शापूरजी पालोनजी समूह ने खारिज कर दिया था.
पलोनजी शापूरजी मिस्त्री के बेटे थे साइरस: आमतौर पर मीडिया से दूर रहने वाले साइरस मिस्त्री देश के सबसे बड़े उद्योगपतियों में से एक थे. वो अरबपति उद्योगपति पलोनजी शापूरजी मिस्त्री के बेटे हैं. पालोनजी शापूरजी मिस्त्री के चार बच्चों में साइरस सबसे छोटे हैं. उनका जन्म आयरलैंड में हुआ था. दरअसल, साइरस के पिता पलोनजी शापूरजी मिस्त्री ने एक आइरिस महिला के साथ शादी की थी, शादी के बाद वो आयरलैंड में ही बस गये. उन्हें वहां की नागरिकता भी मिल गई. आयरलैंड में ही साइरस का जन्म हुआ.
कई देशों में फैला है कारोबार: साइरस मिस्त्री एक तेज-तर्रार और कुशल उद्योगपति थे, विरासत में उन्हें एक समृद्ध और बड़ा कारोबार मिला था. उनके पिता पलोनजी मिस्त्री समूह का कारोबार भारत समेत कई और देशों में फैला हुआ है. शापूरजी पालोनजी समूह का गारमेंट, रियल एस्टेट के साथ-साथ हॉस्पिटैलिटी के क्षेत्र में बड़ा और फैला हुआ कारोबार है. शापूरजी पालोनजी समूह में शापूरजी पालोनजी इंजीनियरिंग ऐंड कंस्ट्रक्शन, फोर्ब्स टेक्सटाइल्स, गोकक टेक्सटाइल्स, यूरेका फोर्ब्स, एफकॉन्स इन्फ्रास्ट्रक्चर समेत कई और नाम शुमार हैं.
साइरस ने शापूरजी पालोनजी समूह को दी नई ऊंचाई: साइरस मिस्त्री ने लंदन बिजनेस स्कूल से अपनी पढ़ाई की है. उनकी जन्म 1968 में हुआ था. अपने पिता की कंपनी में वो 1991 में जुड़े थे. अपने बिजनेस आइडिया और काम करने के अंदाज के कारण जल्द ही वो कंपनी को नई ऊंचाइयों पर ले गये. साइरस की योग्यता देखते हुए उन्हें 1994 में शापूरजी पलोनजी ग्रुप का डायरेक्टर बना दिया गया. इसके बाद साइरस ने पश्चिम एशिया, अफ्रीका और भारत में भी कई कीर्तिमान बनाये. लंबी पुल से लेकर रेलवे ब्रिज और बड़े बंदरगाह के काम को इस कंपनी ने तय समय में और पूरी ईमानदारी से किया.
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