Dabur India Case: घरेलू एफएमसीजी प्रमुख डाबर इंडिया की तीन अनुषंगी कंपनियों पर अमेरिका और कनाडा में कई मुकदमे दायर हुए हैं. कंपनी पर उनके हेयर-रिलैक्सर उत्पादों से गर्भाशय कैंसर और अन्य संबंधित स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न होने के गंभीर आरोप लगे हैं. शेयर बाजार में इसकी जानकारी देते हुए डाबर ने बताया कि उसकी तीन सहायक कंपनियां नमस्ते लैबोरेटरीज एलएलसी, डर्मोविवा स्किन एसेंशियल्स इंक और डाबर इंटरनेशनल लिमिटेड मामलों का सामना कर रही हैं. फाइलिंग के अनुसार, हेयर रिलैक्सर उत्पाद उद्योग में कुछ उपभोक्ताओं ने आरोप लगाया है कि हेयर रिलैक्सर उत्पाद बेचे या निर्मित किए हैं जिनमें कुछ रसायन का इस्तेमाल किया गया है जिससे डिम्बग्रंथि कैंसर, गर्भाशय कैंसर और अन्य स्वास्थ्य मुद्दे हुए है. कंपनी ने बताया कि मल्टी-डिस्ट्रिक्ट लिटिगेशन में करीब 5,400 मामले हैं, जिनमें नमस्ते, डर्मोविवा और डीआईएनटीएल के साथ कुछ अन्य उद्योग कंपनियों को प्रतिवादी के रूप में बनाया गया है. नवीनतम रिपोर्ट के अनुसार, डाबर इंडिया की 27 अनुषंगी कंपनियां हैं जिन्होंने वित्त वर्ष 2022-23 में कंपनी की एकीकृत परिचालन आय में 26.60 प्रतिशत का योगदान दिया था.
1.40 प्रतिशत तक टूटा शेयर
बाजार में डाबर की सहायक कंपनियों पर केस की खबर के बाद, कंपनी के शेयर बाजार में तेजी से गिर गए. सुबह 10.30 बजे कंपनी के शेयर 1.40 फीसदी की गिरावट के साथ 526.55 रुपये के लेवल पर ट्रेड कर रहा था. जबकि, 11.50 बजे कंपनी के शेयर डेढ़ प्रतिशत के आसपास टूट गया. हालांकि, आज सुबह प्री-ओपनिंग में ही भारतीय शेयर बाजार टूट गया था. दोपहर 11.50 बजे 110 अंक टूटकर 65,766 पर कारोबार कर रहा था. गुरुवार को गिफ्ट निफ्टी 100 अंक यानी आधा प्रतिशत से ज्यादा नीचे कारोबार कर रहा है. वहीं, एशिया के अन्य बाजार भी करीब एक प्रतिशत के नीचे फिसल गए हैं. बॉन्ड यील्ड में उछाल के चलते अमेरिकी बाजार भी लुढ़कर बंद हुआ था. इससे पहले बुधवार को भारतीय शेयर बाजार में मंदी देखने को मिली.
डाबर को मिला था 321 करोड़ रुपये के जीएसटी का नोटिस
तेल, साबुन जैसे दैनिक उपयोग का सामान बनाने वाली डाबर को 320.60 करोड़ रुपये का माल एवं सेवा कर (जीएसटी) का भुगतान करने का नोटिस मिला है. डाबर इंडिया ने मंगलवार को शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि कंपनी संबंधित प्राधिकरण के पास मामले को गुण-दोष के आधार पर चुनौती देगी. कंपनी ने कहा कि डाबर को केंद्रीय जीएसटी (सीजीएसटी) अधिनियम, 2017 की धारा 74(5) के तहत कर देनदारी के बारे में सूचना मिली है. इसमें जीएसटी के रूप में 320.60 करोड़ रुपये ब्याज और जुर्माने के साथ भुगतान करने की सलाह दी गयी है. ऐसा नहीं करने पर कारण बताओ नोटिस जारी किया जाएगा. हालांकि, डाबर ने यह साफ किया है कि जीएसटी की मांग से कंपनी की वित्तीय, संचालन या अन्य गतिविधियों पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा. कंपनी के अनुसार कि प्रभाव अंतिम कर देनदारी तक सीमित होगा.
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क्या है डाबर इंडिया
डाबर इंडिया एक भारतीय उत्पादक है जो आयुर्वेदिक औषधियों, प्राकृतिक उत्पादों और व्यक्तिगत देखभाल के उत्पादों का निर्माण करता है. यह कंपनी 1884 में स्थापित हुई थी और भारत में विभिन्न आयुर्वेदिक औषधियों का उत्पादन करती है. डाबर इंडिया के उत्पादों में हर्बल शैम्पू, तेल, क्रीम, त्वचा संरक्षण उत्पाद, लकड़ी की वॉक्स, मालिश तेल और बाल केयर उत्पाद शामिल हो सकते हैं. ये उत्पाद प्राकृतिक और आयुर्वेदिक तत्वों पर आधारित होते हैं जो व्यक्तिगत देखभाल में मदद करने के लिए उपयोग किए जाते हैं. कंपनी का मुख्यालय भारत के नई दिल्ली में स्थित है और यह विश्व भर में अपने उत्पादों की विपणन करती है. डाबर इंडिया विभिन्न देशों में अपनी उपस्थिति बनाई है और विश्वसनीयता का एक प्रमुख उत्पादक है जो प्राकृतिक और आयुर्वेदिक उत्पादों का निर्माण करता है.