Daughters Day : डाटर्स डे पर इन सरकारी योजनाओं का बेटियों को दे सकते हैं फ्यूचर सेफ्टी गिफ्ट, मिलेगा बड़ा फायदा
Daughters Day Celebration : बिहार-झारखंड में अक्सरहां छठ पर्व के मौके पर महिलाओं द्वारा एक गीत 'रुनकी-झुनकी बेटी मांगली, मांगली पंडित दमाद ए छठी मैया...' गाया जाता है. बेटी यानी घर की रौनक और इस पावन पर्व के अवसर पर व्रती परिवार घर की रौनक बढ़ाने वाली एक सुघड़ बेटी और विद्वान दामाद की याचना करता है. वैसे भी बेटियों को घर का उजाला कहा जाता है. इस घर के उजाले का भविष्य सुरक्षित रखने के लिए लोग संपन्न परिवार का दामाद खोजते हैं, लेकिन यह कोई जरूरी नहीं कि आप संपन्न परिवार का दामाद उतार कर ही अपनी बेटी का भविष्य सुरक्षित कर सकते हैं. आगामी 27 सितंबर यानी रविवार को 'डाटर्स डे' है. आप चाहें, तो 'डाटर्स डे' पर भी कुछ पैसे खर्च कर अपनी बेटी का भविष्य संवार सकते हैं. इससे पिता और पुत्री दोनों को फायदा हो सकता है. आइए, जानते हैं कि 'डाटर्स डे' पर अपनी बेटी को फ्यूचर सेफ्टी गिफ्ट देने के लिए इन सरकारी योजनाओं का लाभ उठा सकते हैं...
Daughters Day Celebration : बिहार-झारखंड में अक्सरहां छठ पर्व के मौके पर महिलाओं द्वारा एक गीत ‘रुनकी-झुनकी बेटी मांगली, मांगली पंडित दमाद ए छठी मैया…’ गाया जाता है. बेटी यानी घर की रौनक और इस पावन पर्व के अवसर पर व्रती परिवार घर की रौनक बढ़ाने वाली एक सुघड़ बेटी और विद्वान दामाद की याचना करता है.
वैसे भी बेटियों को घर का उजाला कहा जाता है. इस घर के उजाले का भविष्य सुरक्षित रखने के लिए लोग संपन्न परिवार का दामाद खोजते हैं, लेकिन यह कोई जरूरी नहीं कि आप संपन्न परिवार का दामाद उतार कर ही अपनी बेटी का भविष्य सुरक्षित कर सकते हैं.
आगामी 27 सितंबर यानी रविवार को ‘डाटर्स डे’ है. आप चाहें, तो ‘डाटर्स डे’ पर भी कुछ पैसे खर्च कर अपनी बेटी का भविष्य संवार सकते हैं. इससे पिता और पुत्री दोनों को फायदा हो सकता है. आइए, जानते हैं कि ‘डाटर्स डे’ पर अपनी बेटी को फ्यूचर सेफ्टी गिफ्ट देने के लिए इन सरकारी योजनाओं का लाभ उठा सकते हैं…
1. सुकन्या समृद्धि योजना
सुकन्या समृद्धि योजना सरकार की एक बचत स्कीम है. मौजूदा समय में सुकन्या समृद्धि योजना में 7.6 फीसदी सालाना ब्याज मिल रहा है. वरिष्ठ नागरिक बचत योजना के तहत सरकार की एक ऐसी स्कीम है, जिसमें निवेशकों को सबसे ज्यादा ब्याज मिल रहा है. सुकन्या समृद्धि योजना के तहत एक वित्त वर्ष में कम से कम 250 रुपये और अधिकतम 1.50 लाख रुपये जमा किया जा सकता है. एक अभिभावक अधिक से अधिक 2 बेटियों के नाम से खाता खुलवा सकते हैं.
टेन्योर : सुकन्या समृद्धि योजना के तहत माता-पिता को सिर्फ 14 साल तक निवेश करना होता है, जबकि खाते की मेच्योरिटी अवधि 21 साल है. 14 साल के बाद बचे हुए 7 साल के दौरान 14 साल के क्लोजिंग बैलेंस पर 7.6 फीसदी सालाना के हिसाब से ब्याज मिलेगा. 21 साल बाद मेच्योरिटी पर पूरी रकम मिलेगी. हालांकि, अगर बेटी 18 साल की हो जाती है, तो उसकी शादी के नाम पर खाते से पैसा निकाला जा सकता है.
टैक्स छूट का लाभ : सुकन्या समृद्धि योजना के तहत निवेश आयकर कानून की धारा 80सी के तहत टैक्स छूट का लाभ लिया जा सकता है.
अधिकतम कितना फायदा : मौजूदा तिमाही के लिए सुकन्या समृद्धि योजना पर ब्याज दरें 7.6 फीसदी तय की गई हैं. मान लीजिए यदि यह ब्याज दरें बरकरार रहती हैं और 14 साल तक आप हर महीने 12,500 रुपये या 1.50 लाख रुपये सालाना (अधिकतम रकम) निवेश करते हैं. ऐसा आपको 14 साल तक करना होगा. 14 साल में 7.6 फीसदी सालाना कंपाउंडिंग के हिसाब से यह रकम 37,98,225 रुपये हो जाएगी. इसके बाद 7 साल तक इस रकम पर 7.6 फीसदी सालाना कंपाउंडिंग के हिसाब से रिटर्न मिलेगा. 21 साल यानी मेच्योरिटी पर यह रकम करीब 63,42,589 रुपये होगी. यानी आपको 42.5 लाख रुपये ब्याज के रूप में फायदा होगा.
2. बालिका समृद्धि योजना
यह बेटियों के लिए एक अन्य जरूरी स्कीम है, जिसे निम्नलिखित उद्देश्यों की पूर्ति के लिए 15 अगस्त 1997 में शुरू किया गया था. सरकार की ओर से शुरू की गयी इस योजना का मकसद जन्म के समय बेटियों के प्रति परिवार और समाज के नकारात्मक भाव को खत्म करना है. इसके साथ ही, इसका उद्देश्य स्कूलों में बालिकाओं के दाखिले को बढ़ावा देना, लड़कियों की शादी की उम्र को बढ़ाना और रोजगार के मामले में लड़कियों की भागीदारी को बढ़ावा देना है.
योजना के लाभ : बेटी के जन्म पर सरकार द्वारा 500 रुपये तोहफे के रूप में दिए जाएंगे. बालिकाओं की अच्छी शिक्षा के लिए कक्षा एक से लेकर 10वीं तक वार्षिक छात्रवृति दी जाएगी. इस योजना के लाभ शहर और गांव दोनों जगह रहने वाले लोग ले पाएंगे.
योग्यता : बालिका समृद्धि योजना के लाभ गरीबी रेखा से नीचे के परिवारों की बेटियों को मिलेगा, जिनका जन्म 15 अगस्त 1997 या उसके बाद हुआ है. यह लाभ एक परिवार की सिर्फ दो बेटियों तक ही सीमित है.
कैसे करें आवेदन : इस योजना के तहत लाभ पाने के लिए आपको एक फॉर्म भरना होगा, जो शहर-गांव क्षेत्र के सरकारी अस्पतालों और आंगनबाड़ी केंद्र में उपलब्ध है. आपको फॉर्म में सही-सही जानकारी भरनी होगी और साथ में बेटी का जन्म प्रमाण पत्र, माता-पिता का पहचान पत्र और अन्य जरूरी दस्तावेज जमा कराने होंगे.
3. मुख्यमंत्री कन्या सुरक्षा योजना (बिहार)
मुख्यमंत्री कन्या सुरक्षा योजना बालिकाओं के लिए बिहार सरकार द्वारा शुरू की गई स्कीम है, जिसका उद्देश्य लिंगानुपात में सुधार करना, भ्रूण हत्या पर रोक लगाना और जन्म के पंजीकरण को बढ़ावा देना है.
योजना के लाभ : बिहार सरकार फिक्स्ड डिपॉजिट के रूप में बालिकाओं को 2 हजार रुपये का योगदान देगी. 18 वर्ष की होने पर बालिका को ब्याज समेत कुल राशि का भुगतान किया जाएगा. एक परिवार की दो लड़कियों तक ही यह लाभ सीमित है.
योग्यता : बिहार का निवासी होना जरूरी है. बालिका का जन्म 22 नवंबर 2007 को या उसके बाद हुआ हो. परिवार बीपीएल कार्ड धारक होना चाहिए.
कैसे करें आवेदन : योजना के लाभ प्राप्त करने के लिए आप ऑनलाइन आवेदन पत्र डाउनलोड कर सकते हैं. इसके बाद आपको दिए गए निर्देशों के अनुसार इस फॉर्म को भरना होगा. आवदेन पत्र के साथ जरूरी दस्तावेज जैसे बालिका का जन्म प्रमाण पत्र, बीपीएल कार्ड, पहचान पत्र, स्थाई प्रमाण पत्र और माता-पिता का पहचान पत्र आदि की आवश्यकता पड़ सकती है. आवेदन संबंधी सटीक जानकारी के लिए आप ग्राम पंचायत, आंगनबाड़ी, जिला या प्रखंड स्वास्थ्य पदाधिकारी से संपर्क कर सकते हैं.
4. सीबीएसई छात्रवृत्ति योजना
सीबीएसई छात्रवृत्ति योजना बेटियों के लिए लाभकारी योजना है, जो भारतीय सरकार के केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के जरिए चलाई जाती है. यह छात्रवृति योजना है, जिसे बेटियों की शिक्षा को बढ़ावा देने के उद्देश्य से शुरू किया गया था.
योजना के लाभ : बेटियों के लिए एक अच्छी छात्रवृति योजना है. इसके तहत बेटियों को हर महीने 500 रुपये की छात्रवृति दी जाएगी. इस योजना का मुख्य उद्देश्य मां-बाप के आर्थिक बोझ को थोड़ा कम करना है. इस योजना के लाभ सीबीएसई (CBSE) के एनआरआई छात्राएं भी ले सकेंगी. यह छात्रवृति दो साल तक ही जाती है.
योग्यता : इस योजना के तहत लाभ सिर्फ उसी परिवार को मिल सकता है, जिसकी इकलौती संतान कन्या हो. जिसने सीबीएसई की 10वीं की परीक्षा में 60 फीसदी अंक प्राप्त किए हों और वह सीबीएसई अफिलिएटेड स्कूल में ही 11वीं और 12वीं की पढ़ाई जारी रखे. जिसकी ट्यूशन फीस हर महीने 1500 रुपये से ज्यादा न हो. साथ ही, एनआरआई छात्राओं की ट्यूशन फीस 6 हजार रुपये हर महीने होनी चाहिए.
कैसे करें आवेदन :
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बेटी को इस योजना के लाभ दिलाने के लिए आपको एक एफिडेविट फॉर्म भरना होगा, जो सीबीएसई की वेबसाइट पर आपको मिल जाएगा.
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एफिडेविट को प्रथम श्रेणी न्यायिक मैजिस्ट्रेट/एसडीएम/कार्यकारी मैजिस्ट्रेट या फिर नोटरी द्वारा विधिवत रूप से सत्यापित करवाना होगा.
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आवेदन फॉर्म स्कूल के प्रधानाचार्य से भी सत्यापित (Attested) करवाया जाना चाहिए, जहां से छात्रा 10वीं कक्षा के बाद 11वीं की पढ़ाई कर रही है.
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इस बात का ध्यान रखें कि एफिडेविट की फोटो कॉपी स्वीकार नहीं की जाएगी.
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सभी जानकारी सही-सही भरने और सत्यापित कराने के बाद आपको यह आवेदन पत्र दिल्ली स्थित सीबीएसई मुख्यालय भेजना होगा, जिसका पता आपको बोर्ड की वेबसाइट पर मिल जाएगा.
Posted By : Vishwat Sen
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