DDA Mini Draw : दिल्ली में मिनी ड्रॉ से मिलेगा फ्लैट, जानें कैसे करना होगा आपको पैसों का भुगतान
DDA Mini Draw : पिछले दिनों एक सार्वजनिक नोटिस जारी किया गया जिसमें डीडीए की ओर से कहा गया कि वेटिंग लिस्ट वाले आवेदकों को रजिस्ट्रेशन शुल्क जमा करने की जरूरत है. पेमेंट मोड के बारे में कहा गया कि यह आरटीजीएस / एनईएफटी मोड के माध्यम से लिया जाएगा.
DDA Mini Draw : दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) ने मिनी ड्रॉ की योजना तैयार की है. बताया जा रहा है कि सितंबर में द्वारका, नरेला, रोहिणी और जसोला सहित अन्य स्थानों के फ्लैटों के लिए अपनी विशेष आवास योजना 2021 के वेटिंग लिस्ट वाले लोगों के लिए ये मिनी ड्रॉ की योजना बनायी गयी है. इस संबंध में एक अधिकारी ने कहा कि 2,420 लोगों का नाम वेटिंग लिस्ट में हैं जो ड्रॉ के लिए पात्र हैं.
9,790 फ्लैटों के लिए केवल 12,387 आवेदक ही मिले
यहां चर्चा कर दें कि डीडीए की ओर से पिछले साल दिसंबर में लगभग 18,000 फ्लैटों के साथ नयी विशेष आवास योजना की शुरूआत की गयी थी. सभी इकाइयों को इसकी पुरानी सूची से तैयार किया गया था. हालांकि, यह योजना आगे बढ़ी और 9,790 फ्लैटों के लिए केवल 12,387 आवेदक ही मिले. इतने ही लोगों ने रजिस्ट्रेशन शुल्क अदा की. मामले को लेकर भू-स्वामित्व वाली एजेंसी ने कहा था कि 9,790 फ्लैटों को अंतिम ड्रॉ में रखा गया था और इसमें जिनके नाम आये थे उन आवेदकों को 5,227 फ्लैट आवंटित किये जा चुके हैं. शेष बचे फ्लैट को मिनी ड्रॉ के द्वारा लोगों को उपलब्ध कराया जाएगा.
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एक सार्वजनिक नोटिस किया गया जारी
पिछले दिनों एक सार्वजनिक नोटिस जारी किया गया जिसमें डीडीए की ओर से कहा गया कि वेटिंग लिस्ट वाले आवेदकों को रजिस्ट्रेशन शुल्क जमा करने की जरूरत है. पेमेंट मोड के बारे में कहा गया कि यह आरटीजीएस / एनईएफटी मोड के माध्यम से लिया जाएगा. किसी अन्य मोड के माध्यम से भुगतान करने पर यह स्वीकार्य नहीं होगा. खबरों की मानें तो जसोला में एचआईजी कैटेगरी में एक फ्लैट की अधिकतम कीमत करीब 2.14 करोड़ रुपये है. ईडब्ल्यूएस / जनता फ्लैट की कैटेगरी में 205 एचआईजी फ्लैट, 976 एमआईजी फ्लैट, 11,452 एलआईजी फ्लैट और 5,702 फ्लैट को रखा गया है. लगभग 8,000 फ्लैट नरेला में हैं जबकि शेष रोहिणी, द्वारका, सिरासपुर, रामगढ़ और लोक नायक पुरम जैसे क्षेत्रों में बनाये गये हैं.
डीडीए के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा
डीडीए के एक वरिष्ठ अधिकारी की ओर से जो जानकारी दी गयी है उसके अनुसार बड़ी संख्या में लोग इच्छुक नजर नहीं आ रहे जिसके पीछे कनेक्टिविटी एक वजह हो सकती है. आगे उन्होंने कहा कि हालांकि, इन क्षेत्रों में चीजें तेजी से बदलती नजर आ रही है. डीडीए अन्य एजेंसियों के साथ क्षेत्र में बुनियादी ढांचों पर काम कर रहा है. इन क्षेत्रों में नॉलेज सिटी, मेट्रो सहित कई नई बुनियादी ढांचा परियोजनाएं और नरेला जैसे क्षेत्रों में एक तीसरा रिंग रोड जल्द ही बन सकता है.
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