कर्नाटक की सिद्धारमैया सरकार ने सत्ता संभालते ही राज्य के सभी सरकारी कर्मचारियों और पेंशनरों को बड़ी खुशखबरी दी है. कर्नाटक सरकार ने मंगलवार को सरकारी कर्मचारियों और पेंशनधारकों के महंगाई भत्ते की दरों को मौजूदा 31 प्रतिशत से बढ़ाकर 35 प्रतिशत कर दिया. यह फैसला 1 जनवरी, 2023 से प्रभावी माना जाएगा. मूल पेंशन या पारिवारिक पेंशन में भी वृद्धि की गई है. यह सहायता प्राप्त शिक्षण संस्थानों में उन पेंशनधारियों पर भी लागू होगी, जिनकी पेंशन/पारिवारिक पेंशन राज्य की संचित निधि से दी जाती है.
Dearness allowance में बढ़ोतरी 1 जनवरी 2023 से प्रभावी
एक सरकारी आदेश में कहा गया है, सरकार को यह बताते हुए खुशी हो रही है कि 2018 के संशोधित वेतनमान के अनुसार राज्य सरकार के कर्मचारियों को देय महंगाई भत्ते की दरों को 1 जनवरी, 2023 से 31% से बढ़ाकर 35% कर दिया गया है. सरकार ने कहा कि ये आदेश पूर्णकालिक सरकारी कर्मचारियों, जिला पंचायतों के कर्मचारियों, निर्धारित वेतन पर काम करने वाले प्रभारी कर्मचारियों, सहायता प्राप्त शैक्षणिक संस्थानों और विश्वविद्यालयों के पूर्णकालिक कर्मचारियों पर लागू होगा.
कर्नाटक सरकार के फैसले से लाखों कर्मचारियों को मिली बढ़ी खुशी
कर्नाटक की सिद्धारमैया सरकार के डीए में बढ़ोतरी के फैसले से राज्य के लाखों सरकारी और पेंशनरों को बड़ी राहत मिली है. सरकारी कर्मचारियों ने इससे पहले डीए में बढ़ोतरी को लेकर हड़ताल भी किया था. सरकारी बयान में बताया गया कि सरकार 2018 के संशोधित वेतनमान में राज्य सरकार के कर्मचारियों को देय महंगाई भत्ते की दरों को 1 जनवरी 2023 से मूल वेतन के मौजूदा 31% से बढ़ाकर 35% करने पर फैसला लिया है.
Karnataka government increases the Dearness Allowance of government employees and pensioners from 31% to 35% with effect from 1st January 2023. pic.twitter.com/2UDKEpdwMb
— ANI (@ANI) May 30, 2023
सरकार चुनावी गारंटी को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध: शिवकुमार
कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डी के शिवकुमार ने सोमवार को कहा कि राज्य में एक जिम्मेदार सरकार है, जो विधानसभा चुनाव से पहले लोगों से किए गए सभी वादों को पूरा करेगी और उन्हें चिंता करने की आवश्यकता नहीं है.
सिद्धारमैया ने कर्नाटक की जनता से किया था पांच गारंटी लागू करने का वादा
गौरतलब है कि कांग्रेस ने अपने घोषणापत्र में ‘पांच गारंटी’ लागू करने का वादा किया था. इन वादों में गृह ज्योति (सभी घरों को 200 यूनिट मुफ्त बिजली), गृह लक्ष्मी (हर परिवार की महिला मुखिया को 2,000 रुपये मासिक सहायता), अन्न भाग्य (गरीबी रेखा से नीचे (बीपीएल) के परिवार के प्रत्येक सदस्य को 10 किलोग्राम मुफ्त चावल), युवा निधि (18 से 25 वर्ष के आयु वर्ग में बेरोजगार स्नातक युवाओं को दो साल तक हर महीने 3,000 रुपये और बेरोजगार डिप्लोमा धारकों को 1,500 रुपये की सहायता) और शक्ति (सार्वजनिक बसों में महिलाओं के लिए मुफ्त यात्रा) शामिल हैं.
कर्नाटक में कांग्रेस की धमाकेदार जीत
कर्नाटक में हाल में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने धमाकेदार जीत दर्ज की. कांग्रेस ने 135 सीटों पर जीत दर्ज की और सत्ता को फिर से हासिल किया. जबकि बीजेपी को केवल 66 सीटों पर जीत मिली और उसे सत्ता से बाहर होना पड़ा.