Gold Market : कस्टम ड्यूटी घटने से होगी, सोने के बाजार की चांदी
भारत आयात किए जाने वाले सोने (Gold) के मामले में चीन के बाद दूसरा सबसे बड़ा बाजार है. पिछले साल देश ने 45 बिलियन डॉलर से अधिक मूल्य का सोना आयात किया था. सोने के आयात पर सीमा शुल्क में इस बार की गई कमी के साथ, यह उम्मीद करी जा सकती हैं कि सोना अधिक किफायती हो जाएगा.
Gold Market : इस साल आने से Budget पहले भारत में ज्यादा कस्टम ड्यूटी होने के कारण, देश में रहने वाले सोने के शौकीनों की एक बड़ी संख्या ने सोने की खरीदारी के लिए यूएई की यात्रा करना ज्यादा आसान समझते थे. इस साल कस्टम ड्यूटी में कमी के साथ, भारत में सोने की कीमत में भी कमी आई है, जिससे संभवतः विदेश में सोना खरीदने की अपील कम हो गई है. सुनारों को उम्मीद है कि इस साल उन्हें अच्छा मुनाफा होगा.
कम होगी UAE की बादशाहत
सुनारों (Gold Merchants) का कहना है कि अब UAE से लगभग आधा कारोबार भारत में वापस आएगा. इसका कारण यह है कि भारतीय खरीदार जो दुबई में आभूषणों की खरीदारी करते थे, अब भारत में खरीदारी करना पसंद करेंगे. कम सीमा शुल्क के साथ, यह उम्मीद की जा रही है कि भारत का सोने के आभूषणों का उत्पादन बढ़ेगा, जिससे स्वर्णकारों को नए, विस्तृत डिज़ाइन बनाने की अनुमति मिलेगी. तब ग्राहक विदेशों के बजाय भारत में सोना खरीदने के लिए आकर्षित होंगे.
Also Read : Railway : कश्मीर को मिलेगा रेलवे का तोहफा, जल्द चलेंगी वादियों मे ट्रेन
चीन के बाद सबसे ज्यादा सोना आयात करता है भारत
भारत आयातित सोने (Gold) के मामले में चीन के बाद दूसरा सबसे बड़ा खरीद-दार है. पिछले साल देश ने 45 बिलियन डॉलर से अधिक मूल्य का सोना आयात किया था. सोने के आयात पर सीमा शुल्क में इस बार की गई कमी के साथ, यह उम्मीद करी जा सकती हैं कि सोना अधिक किफायती हो जाएगा. इससे तस्करी में कमी आएगी और आभूषण उद्योग को भी बढ़ावा मिलेगा. भारत में तस्करी की सिरदर्दी शुरू से रही है. सरकार का यह कदम GST और आयकर से सरकार को अधिक राजस्व दिलाएगा. इस बार बजट 2024 की एक खास बात सोने पर कुल सीमा शुल्क को 15% से घटाकर 6% करने की घोषणा थी. इस प्रस्ताव के बाद से सोने की कीमतों में गिरावट देखी जा रही है.
Also Read : Bhu-Aadhaar: जमीन की सिक्योरिटी होगी पक्की, बनेगा भू आधार
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.