Air India को लगा बड़ा झटका, DGCA ने बोइंग सिम्युलेटर प्रशिक्षण पर अस्थायी रोक लगाई

Air India: नागर विमानन महानिदेशालय इस मामले से जुड़े कुछ दस्तावेजों का सत्यापन कर रहा है और यह काम पूरा होने के बाद सिम्युलेटर प्रशिक्षण सुविधा बहाल करने के बारे में कोई फैसला लेगा.

By Madhuresh Narayan | August 30, 2023 9:22 AM

Air India को नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) से बड़ा झटका मिला है. एक तरफ जहां विमानन महानिदेशालय को कंपनी के सुरक्षा ऑडिट में कुछ खामियां मिली है. वहीं, विमानन क्षेत्र के नियामक डीजीसीए ने एयर इंडिया के बोइंग सिम्युलेटर प्रशिक्षण सुविधा पर अस्थायी रूप से रोक लगा दी है. एक सूत्र ने मंगलवार को यह जानकारी दी. सूत्र के मुताबिक, नागर विमानन महानिदेशालय इस मामले से जुड़े कुछ दस्तावेजों का सत्यापन कर रहा है और यह काम पूरा होने के बाद सिम्युलेटर प्रशिक्षण सुविधा बहाल करने के बारे में कोई फैसला लेगा. एयर इंडिया के बेड़े में चौड़े आकार वाले बोइंग 777 और बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमान शामिल हैं. अपने पायलटों को इन विमानों को उड़ाने का विधिवत प्रशिक्षण देने के लिए एयरलाइन बोइंग सिम्युलेटर सुविधा का इस्तेमाल करती है.

दो-सदस्यीय निरीक्षण टीम की रिपोर्ट पर हुआ एक्शन

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार डीजीसीए ने अस्थायी तौर पर एयर इंडिया की बोइंग सिम्युलेटर प्रशिक्षण सुविधा को कुछ खामियों की वजह से निलंबित कर दिया है. नियामक इस मामले से संबंधित कुछ दस्तावेजों का सत्यापन कर रहा है. इस बारे में संपर्क किए जाने पर एयर इंडिया के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि डीजीसीए नियमित रूप से एयरलाइन के कामकाज की समीक्षा करता रहता है. हालांकि, उन्होंने इस निर्णय के बारे में कोई ब्योरा नहीं दिया. एयर इंडिया के खिलाफ यह कार्रवाई डीजीसीए की दो-सदस्यीय निरीक्षण टीम की रिपोर्ट आने के बाद की गई है. निरीक्षण टीम ने एयरलाइन की आंतरिक सुरक्षा ऑडिट रिपोर्ट में खामियां पाई थीं जिसके बाद मामले की जांच शुरू की गई. डीजीसीए को सौंपी गई रिपोर्ट के मुताबिक, एयर इंडिया ने केबिन निगरानी, सामान ढुलाई और बोझ वहन जैसे कई क्षेत्रों में सुरक्षा बिंदुओं का ध्यान नहीं रखा.

एयर इंडिया ने 400 विमानों के लिए जेट इंजन का दिया है ऑर्डर

मेगा विमान ऑडर के बाद एयर इंडिया ने एक और बड़ा सौदा किया है. कंपनी ने जुलाई के महीने में 400 जेट इंजन का आर्डर सीएफएम इंटरनेशनल को दिया है. एयर इंडिया के तरफ इस बारे में जानकारी देते हुए बताया गया है कि एयर इंडिया और सीएफएम इंटरनेशनल ने 400 कम चौड़े विमानों के नए बेड़े के लिए लीप इंजन के ऑर्डर को अंतिम रूप दे दिया है. ये इंजन 210 एयरबस ए320/ए321 नियो और 190 बोइंग 737 मैक्स विमानों को शक्ति प्रदान करेंगे. बता दें कि सीएफएम एयरक्राफ्ट इंजन और जीई थर्सडे के बीच फ्रेंको-अमेरिकी संयुक्त उद्यम है. इस नये करार ये भारत अमेरिका के साथ ही, भारत फ्रांस के रिश्तों में भी नयी गरमाहट आएगी.

एयर इंडिया 2002 से सीएफएम की ग्राहक

सीईओ कैंपबेल विल्सन के नेतृत्व में एयर इंडिया के इस करार ने पूरे उद्योग जगत को आश्चर्यचकित कर दिया. सीएफएम ने एक बयान में कहा कि दोनों कंपनियों ने एक बहुवर्षीय सेवा समझौते पर भी हस्ताक्षर किए, जिसमें एयरलाइन के लीप इंजनों का पूरा बेड़ा शामिल होगा. इस ठेके के बारे में सबसे पहले फरवरी में घोषणा की गई थी. एयर इंडिया 2002 से सीएफएम की ग्राहक रही है, जब उसने सीएफएम56-5बी इंजन से चलने वाले ए320 नियो विमान का परिचालन शुरू किया था. एयर इंडिया के सीईओ और प्रबंध निदेशक कैंपबेल विल्सन ने कहा हमें सीएफएम के साथ एक बड़े सौदे की खुशी है, जो भविष्य में हमारी वृद्धि में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा. LEAP इंजन के बड़े पैमाने पर इंट्रोडक्शन के साथ-साथ हमारे सेवा समझौते से हमें अपने ग्राहकों को लाभ पहुंचाते हुए एन्वारमेंटल फुटप्रिंट और परिचालन लागत के संदर्भ में अपने संचालन को अनुकूलित करने में मदद मिलेगी. वहीं, जेवी द्वारा निर्मित हाई-बायपास टर्बोफैन लीप इंजन एयर इंडिया के 210 एयरबस A320neo/A321neos और 190 बोइंग 737 MAX परिवार के नए बेड़े को शक्ति प्रदान करेगा.

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जून में इंडिगो ने भी किया था बड़ा सौदा

एक तरफ जहां पिछले कुछ वर्ष से भारतीय बाजार में विमानन कंपनियां परेशानी झेल रही है. वहीं, जून के महीने में IndiGo एयरलाइंस ने एक बड़ा डील किया. कंपनी ने 500 एयरबस A320 विमान खरीदने का ऐलान किया है. ये किसी भी भारतीय एविएशन कंपनी के द्वारा एक साथ दिया गया सबसे बड़ा ऑडर है. ये एतिहासिक डील इंडिगो और एयरबस के बीच हुई है. इडिगो ने बताया कि एयरबस की डिलिवरी वर्ष 2023 से वर्ष 2035 के बीच होने की उम्मीद है. इसके लिए इंडिगो की बोर्ड ने 50 अरब डॉलर के फंड को मंजूरी दी है.

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