Dhanteras 2020, Diwali 2020 : धन की देवी महालक्ष्मी का धनतेरस से अटूट संबंध है. धनतेरस पर सायंकाल में दरवाजे पर दीपक जलाया जाता है. मान्यता है कि इससे यमराज प्रसन्न होते हैं और लंबी आयु का वरदान देते हैं. यह पर्व धनवतंरी जयंती के रूप में भी मनाया जाता है. इसी दिन धनवंतरी देव औषधियों से भरा अमृत कलश लेकर समुद्र मंथन से प्रकट हुए थे.
इस साल के धनतेरस में आयुष्मान और प्रीति योग बन रहे हैं. चित्रा नक्षत्र रहेगा और चंद्रमा तुला राशि में होंगे. ऐसे शुभ संयोग में सोना-चांदी और पीतल की वस्तुओं की खरीद करना विशेष फलदायी होगा. हालांकि, धातु के बर्तन, मोबाइल, वाहन और इलेक्ट्रॉनिक सामान खरीदने पर भी उतना ही फल मिलेगा. ज्योतिषाचार्यों की मानें, तो त्रयोदशी तिथि गुरुवार और शुक्रवार दोनों दिन रहेगी.
उनका कहना है कि गुरुवार की सुबह 9:30 बजे से शुक्रवार को शाम 5:40 बजे तक त्रयोदशी तिथि रहेगी. आयुष्मान योग में आयुर्वेद के अधिष्ठाता भगवान धनवंतरी का पूजन लंबी आयु और आरोग्यता प्रदान करेगा. शुक्रवार को सुबह 10:30 तक, दोपहर में 12:00 से 2:50 तक और शाम को 4:20 से 5:57 तक खरीदारी के लिए शुभ योग रहेंगे. ऐसे में, अब अगर आप इस धनतेरस पर सोने-चांदी के सिक्कों की खरीद करने जा रहे हैं, तो आइए जानते हैं कि असली-नकली की पहचान कैसे करेंगे.
धनतेरस पर निकलेगा अक्षय तृतीया का कसर
बाजार के जानकारों के अनुसार, इस साल के धनतेरस पर शगुन के लिए अनुमानित 150 करोड़ रुपये के सोने-चांदी के सिक्कों की बिक्री होने की उम्मीद है. ज्वेलरी शोरूम में बड़ी संख्या में सिक्कों का स्टॉक रखा गया है. कारोबारियों का मानना है कि इस बार त्योहार बेहतरीन होने की उम्मीद है. इसकी वजह यह है कि इस साल देश में कोरोना वायरस महामारी की वजह से लागू लॉकडाउन के चलते अक्षय तृतीया जैसे शुभ मौके पर लोग खरीदारी नहीं कर पाए. उसकी कसर धनतेरस पर निकलने की उम्मीद है.
इस साल दो दिन बनता है धनतेरस का योग
इस साल धनतेरस दो दिन यानी गुरुवार 12 नवंबर और शुक्रवार 13 नवंबर को है. इस शुभ मौके पर नया सामान खरीदना अच्छा माना जाता है. कारोबारियों के अनुसार, पूजा के लिए सबसे ज्यादा सोने-चांदी के सिक्के खरीदे जाते हैं.
लक्ष्मी-गणेश के सिक्कों की मांग अधिक
बाजार में सिक्कों की भरमार है. इसमें लक्ष्मी-गणेश और विक्टोरिया के छवि वाले सिक्के आते हैं. इसमें सबसे अधिक लक्ष्मी-गणेश के सिक्कों की मांग 90 फीसदी रहती है. विक्टोरिया के सिक्कों में मिलावट होने के कारण मांग घट गई है.
गर्म करते ही काला पड़ जाता है नकली सिक्का
धनतेरस पर कई दुकानदार मुनाफे के लालच में खोटे सिक्के भी ग्राहकों के हाथ बेच देते हैं. जानकारों के अनुसार, देश के कई शहरों से बड़ी संख्या में मिलावटी सिक्के बेच दिए जाते हैं. सोने में कॉपर और चांदी के सिक्कों में गिलेट की मिलावट की जाती है. इनकी पहचान को हॉल मार्क के सेंटर पर जांच करा लें या तेज आंच गर्म करें लें. नकली होगा, तो सिक्का काला पड़ जाएगा.
ये सोने-चांदी के सिक्कों की कीमत
अगर आप इस धनतेरस पर सोने के सिक्के खरीदने जा रहे हैं, तो उसके दाम भी जान लीजिए. बाजार में 1 से 100 ग्राम तक के सोने के सिक्के उपलब्ध हैं. 1 ग्राम के सोने के सिक्के की कीमत 5,500 रुपये रखी गई है, जबकि 100 ग्राम सोने का सिक्का 6 लाख रुपये तक मिल जाएगा. वहीं अगर आप चांदी का सिक्का खरीदने जा रहे हैं, तो 5 से 9 ग्राम के सिक्के की कीमत 450 रुपये से 9,000 रुपये तक है.
Posted By : Vishwat Sen
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.