Dhanteras: पिछले धनतेरस से आज तक सोने पर मिला 22% का तगड़ा रिटर्न, 2024 में 70 हजार के जाएगा पार

Dhanteras Gold Buying: पिछले एक महीने में सोने की कीमतों में करीब नौ प्रतिशत की तेजी देखने को मिली है. अगर, पिछले धनतेरस से इस धनतेरस की तुलना करें तो सोने पर करीब 22 प्रतिशत का रिटर्न मिला है.

By Madhuresh Narayan | November 10, 2023 7:34 AM

Dhanteras Gold Buying: अगर आप धनतेरस पर बेहतर निवेश विकल्प की तलाश कर रहे हैं, तो आपके लिए सोने में निवेश करना सबसे बेहतरीन है. इजरायल-हमास युद्ध की शुरूआत के बाद सोने-चांदी की कीमतों में अचानक तेजी आयी थी. हालांकि, वैश्विक आर्थिक कारणों से अब कीमतें गिर रही है. इसके बाद भी, पिछले एक महीने में सोने की कीमतों में करीब नौ प्रतिशत की तेजी देखने को मिली है. अगर, पिछले धनतेरस से इस धनतेरस की तुलना करें तो सोने पर करीब 22 प्रतिशत का रिटर्न मिला है. पिछले धनतेरस पर सोने 24 कैरेट 10 ग्राम सोने की कीमत 50 हजार था. जबकि, 22 कैरेट 10 ग्राम सोने की कीमत 47 हजार रुपये थी. वहीं, आज सोने 24 कैरेट 10 ग्राम सोने की कीमत 61,200 रुपये और 22 कैरेट 10 ग्राम सोने की कीमत 56,100 रुपये है. मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर सोने का भाव इजरायल-हमास के पहले 56,075 रुपये प्रति 10 ग्राम से नीचे था. वहीं, सात अक्टूबर के बाद युद्ध के शुरूआत के साथ ही, सोने की कीमतों में तेजी देखने को मिली जो 31 अक्टूबर को 61,539 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर देखने को मिला. ग्लोबल मार्केट में भी सोने की कीमत 13 महीने के उच्चतम स्तर देखने को मिला था.

70 हजार के पार जा सकता है सोना

सोने में निवेश को हमेशा से सुरक्षित निवेश माना जाता है. एक तरफ रूस और युक्रेन के बीच जंग जारी है. वहीं, इजरायल और हमास के युद्ध में लेबनान की भी एंट्री हो गयी है. समझा जा रहा है कि अगर युद्ध में लंबा चलता है तो इसमें खाड़ी देशों की भी एंट्री हो सकती है. ऐसे में संघर्ष के बीच निवेश के सुरक्षित विकल्प के रुप में सोने की मांग काफी ज्यादा बढ़ी है. बैंकिंग सिस्टम की तंगी के कारण भी सर्राफा बाजार की रौनक बढ़ी है. जानकारों की माने तो 2024 के अंत तक अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना 2,400 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच सकता है. वहीं, भारत के घरेलू बाजार में सोने की कीमत 70 हजार रुपये प्रति 10 ग्राम के ऊपर जाने की संभावना है. एचडीएफसी सिक्योरिटीज के कमोडिटी और करंसी विभाग के प्रमुख अनुज गुप्ता का मानना है कि सभी निवेश में सोने का प्रदर्शन सबसे ज्यादा अच्छा रहने की संभावना है. महंगाई को काबू में करने के लिए अमेरिकी फेडरल रिजर्व आगे भी ब्याज दरों में परिवर्तन करने से बच सकता है. जबकि, महंगाई और अर्थव्यवस्था को संभालने के लिए अमेरिकी केंद्रीय बैंक समय से पहले ही, ब्याज दरों में कटौती कर सकता है. ऐसे में सोना में निवेश बढ़ेगा.

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निवेशक 10 से 15 प्रतिशत कर सकते है गोल्ड में निवेश

अनुज गुप्ता ने कहा कि अगले छह महीने में ग्लोबल आर्थिक परिवेश को देखते हुए वैश्विक मंदी और गहराने की संभावना है. इसके कारण पश्चिमी देशों को अपने यहां ब्याज दरों में कटौती करनी पड़ेगी. अगर ऐसा होता है तो सोने की कीमतों में एक बार फिर से तेजी देखने को मिलेगी. और सोने की कीमत एक नया रिकार्ड साल 2024 में बना सकती है. इसका सीधा फायदा सोने के निवेशकों को होने की संभावना है. ऐसे में निवेशक अगर चाहें तो अपने निवेश पोर्टफोलियो में 10 से 15 प्रतिशत तक गोल्ड को शामिल कर सकते हैं. हालांकि, एक बात याद रखने की जरूरत है कि लंबे समय तक रखे गए सोने को गोल्ड एसेट्स माना जाता है. उसपर कैपिटल गेन टैक्स लगता है. इसके साथ ही, 36 महीने की अवधि के बाद अगर, बेचते हैं तो मुनाफे पर लॉन्ग टर्म टैपिटल गेन टैक्स देय होता है. जबकि, 36 महीने से कम समय में अगर बेचा जाए तो शॉर्ट टर्म कैपिटल गेन टैक्स आपको देना होता है.

सोने पर कितना लगता है टैक्स

सोने को अगर खरीदने के 36 महीने के अंदर सेल करते हैं तो उस मिलने वाले लाभ पर लॉग टर्म कैपिटल गेन टैक्स लगता है. इसका वर्तमान दर करीब 20 प्रतिशत है. जबकि, 36 महीने के अंदर अगर सोने को बेच देंगे तो शॉर्ट टर्म कैपिटल गेन टैक्स देना पड़ता है. इसे व्यक्ति के कुल आय में जोड़कर देखा जाता है. जैसे कोई व्यक्ति 10 फीसद टैक्स स्लैब में आता है तो सोने की खरीद और बेचे गए मूल्य में जो अंतर होगा, उसपर 10 फीसद की दर से कर देय होगा.

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