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धर्मेन्द्र प्रधान ने दी जानकारी, पांच महीनों में सिलेंडर की कीमतों में 35.05 रुपये तक की बढ़ोतरी

पांच महीनों में सिलेंडर की कीमतों में 35.05 रुपये तक की बढ़ोतरी हुई है

By Sameer Oraon | March 19, 2020 11:44 AM

पिछले पांच महीनों में सिलेंडर की कीमतों में 35.05 रुपये तक की बढ़ोतरी हुई है. ये जानकारी केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने दी. सरकार की नीति के अनुसार पूरे देश में एलपीजी बजार कीमत पर उपलब्ध है.

केंद्र सरकार घरेलू इस्तमाल पर पूरे साल में 14.02 किलोग्राम के 12 सिलेंडरों पर सब्सिडी देती है. इसलिए घरेलू इस्तमाल के लिए भी सिलेंडर बजार की कीमत पर मिल रही है

अक्टूबर से सब्सिडी वाले एलपीजी की कीमत 35.55 रुपये प्रति सिलेंडर बढ़ गई है.

राज्यसभा में एक प्रश्न के लिखित जवाब में प्रधान ने कहा कि दिल्ली में घरेलू सब्सिडी वाले रसोई गैस की कीमत 1 अक्टूबर, 2019 को 538.95 रुपये प्रति सिलेंडर थी, और इस महीने इसकी कीमत 574.50 रुपये है. हालांकि, उन्होंने मूल्य वृद्धि का कोई कारण नहीं बताया है.

जबकि गैर-सब्सिडी वाले या बाजार मूल्य पर एलपीजी की बेंचमार्क अंतरराष्ट्रीय दरों के आधार पर महीने-दर-महीने अलग होती है, सब्सिडी वाले एलपीजी की कीमतों में हर महीने 4 रुपये प्रति सिलेंडर बढ़ाए गए हैं, साथ में टैक्स भी है.

एक अन्य सवाल के जवाब में केंद्रीय मंत्री ने कहा कि बिना सब्सिडी वाली सिलेंडर कीमत 805.05 रुपये है इस तरह से 14.2 किलोग्राम के घरेलू सिलेंडर पर 231 रुपये की सब्सिडी दी जा रही है.

ऐसे में जब घरेलू इस्तमाल के लिए कोई सिलेंडर 805.50 रुपये पर खरीदता है तो उसे बैंक खाते में बतौर सब्सिडी 231 रुपये वापस ट्रैन्स्फर कर दिए जाते हैं. इससे घरेलू उपभोक्ताओं को 574.50 रुपये का भुगतान करना होता है.

गौरतलब है कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों पर गिरावट हुई. लेकिन तेल में आई गिरावट पर भी जनता को कोई लाभ नहीं मिलने पर विपक्ष इस पर खूब हंगामा मचाया था. बुधवार को राज्यसभा में ये मुद्दा उठाते हुए तेदेपा के एक सदस्य ने मांग की कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल में भारी गिरावट का फायदा आम जनता को भी मिले. इससे पघले राहुल गांधी ने भी इस पर बयान देते हुए कहा थे कि केंद्र सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा था कि कच्चे तेल की कीमतों का लाभ वो आम जनता को क्यों नहीं दे रहे हैं.

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