Hotstar-Jio Cinema Merger: क्रिकेट राइट्स नहीं छोड़ेंगी डिज्नी-रिलायंस, रियायतें देने को तैयार

Hotstar-Jio Cinema Merger: सीसीआई के नोटिस के बदले में भेजे गए अपने जवाब में वाल्ट डिज्नी और रिलायंस इंडस्ट्रीज ने कहा है कि वे क्रिकेट मैचों के प्रसारण का अधिकार किसी भी कीमत पर बेचना नहीं चाहती हैं. उनका मानना है कि क्रिकेट के राइट्स इतने आकर्षक हैं कि उन्हें छोड़ा नहीं जा सकता और यह विलय सौदे के लिए महत्वपूर्ण है.

By KumarVishwat Sen | August 23, 2024 12:38 PM
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Hotstar-Jio Cinema Merger: अमेरिकी ओटीटी प्लेटफॉर्म डिज्नी हॉटस्टार और जियो सिनेमा के 8.5 बिलियन डॉलर विलय सौदे को परवान चढ़ाने के लिए वाल्ट डिज्नी और रिलायंस इंडस्ट्रीज भारत के विज्ञापनदाताओं को रियायत देने के लिए तैयार हैं, लेकिन ये दोनों कंपनियां किसी भी कीमत पर क्रिकेट मैचों के प्रसारण का अधिकार छोड़ने को तैयार नहीं हैं. अमेरिकी कंपनी वाल्ट डिज्नी और भारत की जियो सिनेमा के इस सौदे को लेकर हाल के दिनों में भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीआई) ने चिंता जाहिर की थी कि इन दोनों कंपनियों का विलय हो जाने के बाद क्रिकेट मैचों के प्रसारण के लिए विज्ञापन की दरें तय करने का पूरा अधिकार इन्हीं दोनों का होगा और ये अपने तरीके से दरें तय करेंगी. इससे विज्ञापनदाताओं को बड़ा नुकसान हो सकता है. सीसीआई की इस चिंता के बाद खबर यह आई है कि डिज्नी और रिलायंस विज्ञापनदाताओं को रियायत देने को तो तैयार हैं, लेकिन वे क्रिकेट का अधिकार किसी भी कीमत पर नहीं छोड़ेंगी.

डिज्नी हॉटस्टार और जियो सिनेमा के विलय पर सीसीआई चिंता क्या है?

समाचार एजेंसी रायटर्स ने सूत्रों के हवाले से इस सप्ताह की शुरुआत में ही खबर दी थी कि भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीआई) ने भारत में डिज्नी हॉटस्टार और जियो सिनेमा के विलय को लेकर वाल्ट डिज्नी और रिलायंस इंडस्ट्रीज को एक नोटिस भेजा था, जिसमें इन दोनों कंपनियों के विलय को लेकर चिंता व्यक्त की गई थी. सीसीआई ने अपने नोटिस में कहा था कि डिज्नी हॉटस्टार और जियो सिनेमा के विलय हो जाने के बाद क्रिकेट मैचों के प्रसारण पर इन दोनों कंपनियों का कड़ा नियंत्रण हो जाएगा, जिससे विज्ञापनदाताओं को बड़ा नुकसान होगा. सीसीआई ने यह चिंता जाहिर की थी कि क्रिकेट मैचों के प्रसारण पर इनका नियंत्रण होने के बाद ये दोनों अपने तरीके से विज्ञापन और सब्सक्रिप्शन की दरों को तय करेंगे, जिससे टीवी और ओटीसी यूजर्स के साथ-साथ विज्ञानदाताओं को नुकसान उठाना पड़ेगा.

120 टीवी चैनल, सोनी, नेटफ्लिक्स और अमेजन को टक्कर

सूत्रों के हवाले से रॉयटर्स ने रिपोर्ट दी है कि सीसीआई के नोटिस में चिंता जाहिर करने के बाद वाल्ट डिज्नी और रिलायंस इंडस्ट्रीज ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा है कि वे विज्ञापन की दरों को कम करने और उन्हें अनुचित तरीके से नहीं बढ़ाने के लिए तैयार हैं, लेकिन क्रिकेट मैचों के प्रसारण का अधिकार किसी भी कीमत पर नहीं छोड़ेंगे. रिपोर्ट में कहा गया है कि डिज्नी हॉटस्टार और जियो सिनेमा को आपस में विलय करने के पीछे वाल्ट डिज्नी और रिलायंस इंडस्ट्रीज का उद्देश्य भारत में मनोरंजन की एक बड़ी कंपनी बनाना है. भारत के मनोरंजन क्षेत्र में बनने वाली इस सबसे बड़ी का मुकाबला 120 टीवी चैनलों और स्ट्रीमिंग सर्विस देने वाली कंपनी सोनी, नेटफ्लिक्स और अमेजन से होगा.

अनुचित तरीके से विज्ञापन दर नहीं बढ़ाएंगी डिज्नी-रिलायंस

रिपोर्ट में कहा गया है कि सीसीआई के नोटिस के बदले में भेजे गए अपने जवाब में वाल्ट डिज्नी और रिलायंस इंडस्ट्रीज ने कहा है कि वे क्रिकेट मैचों के प्रसारण का अधिकार किसी भी कीमत पर बेचना नहीं चाहती हैं. सीसीआई को इन दोनों कंपनियों ने भरोसा दिया है कि क्रिकेट मैचों के लिए विज्ञापन की दरें अनुचित तरीके से नहीं बढ़ाएंगे. हालांकि, इन दोनों कंपियों ने किसी खास टाइम के लिए कोई रेट लिमिट या विज्ञापन की दरों में वृद्धि पर रोक लगाने में अपनी प्रतिबद्धता जाहिर नहीं की है.

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क्या डिज्नी-रिलायंस भारत में क्रिकेट के दीवानगी का फायदा उठाना चाहती हैं?

वाल्ट डिज्नी और रिलायंस इंडस्ट्रीज का मानना है कि भारत में क्रिकेट प्रति दीवानगी काफी अधिक है, जिस पर उन्होंने करीब 9.5 बिलियन डॉलर खर्च किए हैं. उनका मानना है कि क्रिकेट के राइट्स इतने आकर्षक हैं कि उन्हें छोड़ा नहीं जा सकता और यह विलय सौदे के लिए महत्वपूर्ण है. सीसीआई की प्रस्तुतियों की समीक्षा करने और यह देखने की संभावना है कि क्या नई रियायतें अविश्वास संबंधी चिंताओं को दूर करने के लिए पर्याप्त हैं या व्यापक जांच की आवश्यकता है. पिछले कुछ वर्षों में दोनों कंपनियों ने अपने कुछ स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म पर यूजर्स को आकर्षित करने के लिए क्रिकेट मैचों को मुफ्त में देखने की पेशकश की है.

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