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5 फीसदी तक बढ़ सकता है घरेलू विमान का किराया, सरकार के प्राइस बैंड बढ़ाने के कारण हो सकता है ऐसा

Domestic flight fare Hike नयी दिल्ली : घरेलू विमान से सफर करना महंगा हो सकता है. किराये में पांच प्रतिशत तक बढ़ोतरी की उम्मीद है. भारत सरकार ने घरेलू उड़ानों पर लॉकडाउन के दौरान शुरू में किराया बैंड सेट को फिर से बदल दिया है. अपने नवीनतम बदलाव में, सरकार ने न्यूनतम किराया बैंड में 5 प्रतिशत की बढ़ोतरी की है. ऐसा एक रिपोर्ट में कहा गया है. फरवरी में, सरकार ने न्यूनतम और अधिकतम मूल्य बैंड पर क्रमशः 10 प्रतिशत और 30 प्रतिशत की सीमा बढ़ा दी है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 19, 2021 10:12 PM

Domestic flight fare Hike नयी दिल्ली : घरेलू विमान से सफर करना महंगा हो सकता है. किराये में पांच प्रतिशत तक बढ़ोतरी की उम्मीद है. भारत सरकार ने घरेलू उड़ानों पर लॉकडाउन के दौरान शुरू में किराया बैंड सेट को फिर से बदल दिया है. अपने नवीनतम बदलाव में, सरकार ने न्यूनतम किराया बैंड में 5 प्रतिशत की बढ़ोतरी की है. ऐसा एक रिपोर्ट में कहा गया है. फरवरी में, सरकार ने न्यूनतम और अधिकतम मूल्य बैंड पर क्रमशः 10 प्रतिशत और 30 प्रतिशत की सीमा बढ़ा दी है.

न्यूज 18 की एक खबर के मुताबिक सीमित उड़ानों की वजह से टिकट की कीमतों को बनाए रखने के लिए घरेलू उड़ान ऑपरेटरों पर मूल्य कैपिंग लगाई गई थी. 25 मई को प्राइस कैपिंग लगाई गई थी जब घरेलू उड़ानों को फिर से कैलिब्रेट किया गया था. अब सरकार ने प्राइस बैंड में बदलाव किया है जिसका फायदा घरेलू विमानन कंपनियां जरूर उठाने का प्रयास करेंगे.

फरवरी में नागर विमानन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा था कि जैसे ही उड़ान सेवाएं कोविड पूर्व के स्तर पर पहुंच जायेंगी, इनके किरायों में प्राइस बैंड को खत्म कर दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि वायु किरायों पर न्यूनतम एवं अधिकतम सीमा लगाने का कदम एक असाधारण उपाय था जो असाधारण परिस्थिति के कारण आवश्यक हो गया था। इसके पीछे यह भी मकसद था कि सीमित उपलब्धता की स्थिति में एयरलाइन अनाप-शनाप किराये नहीं वसूल करें.

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ऐसे समझें पूरा मामला

अब जब सरकार ने प्राइस बैंड के तहत न्यूतम और अधिकतम किरायों की सीमा बढ़ा दी है तो विमानन कंपनियां किराए में बढ़ोतरी करने की तैयारी में हैं. 21 मई 2020 को डीजीसीए ने सरकार के निर्देश पर प्राइस बैंड लगाया था. इसमें 40 मिनट से कम यात्रा के लिए न्यूनतम 2000 रुपये और अधिकतम 6000 रुपये किराया लिमिट तय किया. इसी प्रकार 40 से 60 मिनट की यात्रा के लिए 2500-7500 रुपये, 60 से 90 मिनट की यात्रा के लिए 3000-9000 रुपये, 90 से 120 मिनट की यात्रा के लिए 3500-10000 रुपये, 120 से 150 मिनट की यात्रा के लिए 4500 से 13000 रुपये, 150 से 180 मिनट की यात्रा के लिए 5500-15700 रुपये और 180 मिनट से 210 मिनट की यात्रा के लिए 6500 से 18600 रुपये किराया तय किया गया था.

अब बात करते हैं नये प्राइस बैंड की. पिछली वृद्घि में 180 से 210 मिनट की उड़ान की अधिकतम किराया 18600 कैप किया था उसे 30 फीसदी बढ़ाकर 24200 रुपये कर दिया गया. इस प्रकार इसमें 5600 रुपये की वृद्धि हुई, वहीं न्यूनतम किराया को 5 फीसदी बढ़ाया गया. इसे 6500 रुपये से बढ़ाकर 7500 रुपये कर दिया गया. मतलब अब 180 से 210 मिनट की यात्रा का किराया 7500 से शुरू होगा और 18600 रुपये तक होगा.

Posted By: Amlesh Nandan.

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