Economic Crisis in Jharkhand : चालू वित्तीय वर्ष (Current financial year) की प्रथम छमाही (अप्रैल-सितंबर, April-September) में राज्य सरकार (Jharkhand Government) को अपने सभी स्रोतों से 22822.50 करोड़ रुपये का राजस्व (Revenue) मिला है. यह सरकार के वार्षिक लक्ष्य का सिर्फ 27.30 प्रतिशत है. यानी राज्य सरकार भारी आर्थिक परेशानियों (Economic Crisis) का सामना कर रही है. ऐसी स्थिति में केंद्र सरकार (Central Government) द्वारा डीवीसी के बकाये की कटौती करने और केंद्रीय उपक्रमों द्वारा राज्य सरकार के बकाये का भुगतान नहीं करने की वजह से सरकार की परेशानियां बढ़ गयी हैं.
भारी आर्थिक परेशानियों का सामना कर रही राज्य सरकार
-
लॉकडाउन में व्यापारिक गतिविधियां बंद होने से राज्य के अपने सबसे बड़े राजस्व स्रोत पर पड़ा प्रतिकूल प्रभाव
-
अप्रैल से सितंबर के बीच राज्य सरकार को अपने सभी स्रोतों से मिला 22822.50 करोड़ का राजस्व
-
केंद्रीय उपक्रमों द्वारा राज्य सरकार के बकाये का भुगतान नहीं करने की वजह से सरकार की परेशानियां बढ़ गयी हैं.
इस स्थिति से निबटने के लिए सरकार ने दिसंबर तक सभी विभागों को बजट के मुकाबले सिर्फ 25 प्रतिशत तक ही निकासी की अनुमति दी है. पिछले वित्तीय वर्ष की प्रथम छमाही में वार्षिक लक्ष्य के मुकाबले 36.21 प्रतिशत राजस्व मिला था. कोविड-19 में लॉकडाउन के दौरान व्यापारिक गतिविधियां बंद होने से राज्य के अपने सबसे बड़े राजस्व स्रोत पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा.
25 प्रतिशत तक ही निकासी की अनुमति
-
पिछले वित्तीय वर्ष की प्रथम छमाही में वार्षिक लक्ष्य के मुकाबले 36.21 प्रतिशत राजस्व मिला था.
-
दूसरे राजस्व स्रोतों में भी पिछले वित्तीय वर्ष के मुकाबले गिरावट दर्ज
-
अर्थव्यवस्था पर प्रतिकूल प्रभाव
-
लॉकडाउन के कारण व्यापारिक गतिविधियां बंद
-
सबसे बड़े राजस्व स्रोत पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा
Also Read: गश्त पर निकली थी पुलिस की टीम, माओवादियों ने किया विस्फोट, पुलिस ने दिया मुंहतोड़ जवाब
पिछले वित्तीय वर्ष की प्रथम छमाही में जीएसटी से लक्ष्य के मुकाबले 37.55 प्रतिशत राजस्व मिला था. चालू वित्तीय वर्ष में जीएसटी से मिलनेवाले राजस्व में 7.25 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गयी. राज्य के दूसरे राजस्व स्रोतों में भी पिछले वित्तीय वर्ष के मुकाबले गिरावट दर्ज की गयी है. इससे राज्य की अर्थव्यवस्था पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है.
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.