ED Action: प्रवर्तन निदेशालय ने मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत तहत जांच करते हुए चीन से नियंत्रित नौ संस्थानों के खातों में पड़ी 9.82 करोड़ रुपये की राशि जब्त कर ली है. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने ‘चीनी नियंत्रण’ वाले एक निवेश ऐप के खिलाफ जारी धनशोधन मामले की जांच के सिलसिले में कुछ ऑनलाइन भुगतान मंचों के मर्चेंट खातों में रखे हुए 9.82 करोड़ रुपये मूल्य का कोष जब्त किया है.
जांच एजेंसी ने दूसरी बार ऑनलाइन भुगतान मंचों के मर्चेंट खातों में रखी हुई राशि को जब्त किया है. ईडी ने एक बयान में इसकी जानकारी दी. एजेंसी ने कहा, कोमीन नेटवर्क टेक्नोलॉजी प्राइवेट लिमिटेड एवं कुछ अन्य चीनी नियंत्रण वाली इकाइयों का गैर-वित्तीय बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (एनबीएफसी) के साथ सेवा करार है.
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चीनी स्वामित्व वाली ये इकाइयां कैशहोम, कैशमार्ट और ईजीलोन जैसे कई संदिग्ध कर्ज एवं अन्य ऐप का परिचालन कर रही थीं. वे इन मोबाइल ऐप का संचालन करने के नाम पर आम लोगों से पैसा भी जुटाने में लिप्त थीं. इस मामले में प्रवर्तन निदेशालय की नजर ऐप-आधारित टोकन एचपीजेड पर लगी हुई है.
धनशोधन निवारक कानून के तहत कोमीन नेटवर्क टेक्नोलॉजी, मोबिक्रेड टेक्नोलॉजी प्राइवेट लिमिटेड, बायतू टेक्नोलॉजी, अलिये नेटवर्क, वीकैश टेक्नोलॉजी, लार्टिंग प्राइवेट लिमिटेड, मैजिक बर्ड टेक्नोलॉजी और एसपर्ल सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड का कोष जब्त किया गया है.
ईडी ने कहा, चीनी नियंत्रण वाली कई इकाइयों के मर्चेंट खातों में 9.82 करोड़ रुपये मूल्य के कोष को जब्त कर लिया है. जांच एजेंसी ने कुछ दिनों पहले भी इसी तरह का एक अभियान चलाया था जिसके दौरान 46.67 करोड़ रुपये की राशि जब्त की गई थी. उस अभियान में ईजबज, रेजरपे, कैशफ्री और पेटीएम जैसे भुगतान मंचों के खातों में रखी हुई राशि जब्त की गई थी. (इनपुट : भाषा)
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