आज से बिजली, खाद, सीएनजी और रसोई की गैस सस्ते, सरकार ने घटाए गैस के दाम! जानिए आपका कितना बचेगा पैसा
Natural Gas Price Reduce : केंद्र सरकार (Central government) ने बुधवार को प्राकृतिक गैस (Natural Gas) के दाम में 25 फीसदी कटौती कर दी. इस कटौती के बाद गैस के दाम 1.79 डॉलर के रिकॉर्ड निचले स्तर पर पहुंच गये. इसका असर सार्वजनिक क्षेत्र (PSU) की गैस उत्पादक कंपनी ओएनजीसी (ONGC), आयल इंडिया (Oil India) की कमाई पर पड़ेगा. हालांकि, गैस के दाम रिकॉर्ड निचले स्तर पर पहुंचने से जहां एक तरफ ओएनजीसी और आयल इंडिया जैसे प्रमुख गैस उत्पादक कंपनियों को राजस्व का नुकसान होगा, वहीं बिजली उत्पादन लागत में कमी आएगी और सीएनजी (CNG) के साथ-साथ पाइपलाइन के जरिये घरों में पहुंचने वाली गैस के दाम कम होंगे.
Natural Gas Price Reduce : केंद्र सरकार (Central government) ने बुधवार को प्राकृतिक गैस (Natural Gas) के दाम में 25 फीसदी कटौती कर दी. इस कटौती के बाद गैस के दाम 1.79 डॉलर के रिकॉर्ड निचले स्तर पर पहुंच गये. इसका असर सार्वजनिक क्षेत्र (PSU) की गैस उत्पादक कंपनी ओएनजीसी (ONGC), आयल इंडिया (Oil India) की कमाई पर पड़ेगा. हालांकि, गैस के दाम रिकॉर्ड निचले स्तर पर पहुंचने से जहां एक तरफ ओएनजीसी और आयल इंडिया जैसे प्रमुख गैस उत्पादक कंपनियों को राजस्व का नुकसान होगा, वहीं बिजली उत्पादन लागत में कमी आएगी और सीएनजी (CNG) के साथ-साथ पाइपलाइन के जरिये घरों में पहुंचने वाली गैस के दाम कम होंगे.
1 अक्टूबर से लागू होगा नया दाम
पेट्रोलियम मंत्रालय के पेट्रोलियम योजना एवं विश्लेषण प्रकोष्ट (PPCA) ने कहा कि प्राकृतिक गैस के दाम घटाकर मौजूदा 2.39 डॉलर से घटाकर 1.79 डॉलर प्रति 10 लाख ब्रिटिश थर्मल यूनिट (MBTU) कर दिये गये हैं. नये दाम 1 अक्टूबर 2020 से छह महीने के लिए लागू रहेंगे. उसके बाद फिर इनकी समीक्षा होगी.
अप्रैल में की गयी गैस के दाम में कटौती
प्राकृतिक गैस के दाम में इससे पहले अप्रैल में इसमें 26 फीसदी की कटौती की गई थी. गहरे समुद्र जैसे मुश्किल क्षेत्रों से गैस का उत्पादन करने वाले उत्पादकों के लिए भी गैस का दाम 5.61 डॉलर से घटाकर 4.06 डॉलर प्रति एमबीटीयू कर दिया गया है.
हर छह महीने में तय की जाती है कीमत
देश में प्राकृतिक गैस के दाम हर छह महीने में तय किये जाते हैं. हर साल एक अप्रैल और एक अक्ट्रबर को को इसकी समीक्षा की जाती है. ये दाम अमेरिका, कनाडा और रूस जैसे गैस अधिशेष वाले देशों में चल रहे दाम के आधार पर तय किये जाते हैं. प्राकृतिक गैस का इस्तेमाल बिजली घरों, उर्वरक कारखानों और वाहनों के लिए सीएनजी बनाने में किया जाता है.
बिजली, खाद, सीएनजी और रसोई की गैस होंगे सस्ते
गैस के दाम रिकॉर्ड निचले स्तर पर पहुंचने से जहां एक तरफ ओएनजीसी और आयल इंडिया जैसे प्रमुख गैस उत्पादक कंपनियों को राजस्व का नुकसान होगा, वहीं दूसरी तरफ उर्वरक और बिजली कारखानों की उत्पादन लागत कम होगी. सीएनजी और पाइप के जरिये घरों में पहुंचने वाली प्राकृतिक गैस के दाम कम होंगे. इससे आने वाले दिनों में बिजली, खाद, सीएनजी और रसोई गैस सस्ती होगी.
Posted By : Vishwat Sen
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