अगस्त तक बैंक को नहीं देना चाहते EMI तो जानिए पूरी प्रक्रिया
EMI Moratorium : आरबीआई द्वारा दी गई ईएमआई किस्त चुकाने में तीन महीने की अतिरिक्त छूट को अगर आप लेना चाहते हैं तो ये न्यूज आपके लिए है. लॉकडाउन के मद्देनजर सभी बैंकों ने ईएमआई किस्त में छूट देने की प्रक्रिया शुरू कर दी है. इस प्रक्रिया में ईएमआई ग्राहकों को बस एक काम करना होगा.
नयी दिल्ली : आरबीआई द्वारा दी गई ईएमआई किस्त चुकाने में तीन महीने की अतिरिक्त छूट को अगर आप लेना चाहते हैं तो ये न्यूज आपके लिए है. लॉकडाउन के मद्देनजर सभी बैंकों ने ईएमआई किस्त में छूट देने की प्रक्रिया शुरू कर दी है. इस प्रक्रिया में ईएमआई ग्राहकों को बस एक काम करना होगा.
Also Read: EMI पर सुप्रीम कोर्ट सख्त, आरबीआई से मांगा जवाब, जानें क्या है मामला
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने अपने ग्राहकों से ईएमआई किस्त में रिलीफ पाने के लिए कहा है कि वो सिर्फ अपने अधिकृत मोबाइल नंबर से येस लिखकर बैंक को भेज दें. एसबीआई द्वारा भेजे गये मैसेज में गाहकों से कहा गया है कि इस बार ईएमआई किस्त चुकाने में अगस्त तक छूट के लिए कोई प्रक्रिया नहीं करनी होगी.
Also Read: EMI moratorium : तीन महीने तक EMI टालने से आपको नहीं होगा कोई लाभ, बाद में अधिक ब्याज वसूलेंगे बैंक
अन्य बैंकों में यह विकल्प- इसके अलावा केनरा बैंक ने एक मोबाइल नंबर जारी किया है और ग्राहकों से उसपर मैसेज भेजने के लिए कहा है. बाकी अन्य बैंकों में भी ग्राहकों से पूछताछ कर येस और नो के बारे में जानकारी ले रही है.
Also Read: EMI fraud: SBI ने ऑनलाइन धोखाधड़ी के लिए जारी की चेतावनी, जानिए क्या हो रहा खेल
सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई– इससे पहले, मंगलवार को ईएमआई किस्त में ब्याज दर बढ़ाने को लेकर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई. सुनवाई के दौरान कोर्ट ने इसपर सरकार से दो हफ्ते में जवाब मांगा है. दरअसल, किस्त में राहत देने के साथ ही बैंक उसके ब्याज दर को बढ़ा दे रही है.
आरबीआई ने बीते दिनों ईएमआई किस्त की अवधि को तीन महीने के लिए और बढ़ा दिया है. आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने मीडिया से बातचीत में बताया कि अब ईएमआई भरने मेंं 31 अगस्त तक राहत दी गयी है, जिसके बाद सभी बैंक इसपर प्रक्रिया शुरू कर दी है.
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.