EPACK Durable Listing: ईपैक ड्यूरेबल की बाजार में निराशाजनक लिस्टिंग, पहले दिन ही बाजार में सपाट

EPACK Durable Listing: आईपीओ में 400 करोड़ रुपये का ताजा शेयर और 1,04,37,047 इक्विटी शेयर की बिक्री पेशकश (ओएफएस) शामिल थी. आईपीओ के लिए 218-230 रुपये प्रति शेयर का मूल्य दायरा तय किया गया था.

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 30, 2024 3:20 PM

EPACK Durable Listing: ईपैक ड्यूरेबल के शेयरों की लिस्टिंग से निवेशकों को बड़ी निराशा हात लगी है. ईपैक ड्यूरेबल के शेयर अपने निर्गम मूल्य 230 रुपये से करीब चार प्रतिशत की गिरावट के साथ मंगलवार को बाजार में सूचीबद्ध हुए. कंपनी के शेयर ने बीएसई पर निर्गम मूल्य से 2.17 प्रतिशत की गिरावट के साथ 225 रुपये पर कारोबार शुरू किया. बाद में यह 8.15 प्रतिशत गिरकर 211.25 रुपये पर आ गए. एनएसई पर शुरुआती सौदों में यह 3.91 प्रतिशत गिरकर 221 रुपये पर आ गए. कंपनी का शुरुआती कारोबार में बाजार मूल्यांकन 2,086.97 करोड़ रुपये रहा. ईपैक ड्यूरेबल के आंरभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) को पेशकश के तीसरे एवं अंतिम दिन 24 जनवरी को 16.37 गुना अभिदान मिला था. आईपीओ में 400 करोड़ रुपये का ताजा शेयर और 1,04,37,047 इक्विटी शेयर की बिक्री पेशकश (ओएफएस) शामिल थी. आईपीओ के लिए 218-230 रुपये प्रति शेयर का मूल्य दायरा तय किया गया था. वर्ष 2002 में स्थापित ईपैक ड्यूरेबल लिमिटेड कमरों के एयर कंडीशनर और छोटे घरेलू उपकरण बनाती है. इसके देहरादून (उत्तराखंड) और भिवाड़ी (राजस्थान) में दो उत्पादन संयंत्र हैं.

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क्या करती है ईपैक ड्यूरेबल

EPACK Durable उत्तर प्रदेश बेस कंपनी है. ये ब्लू स्टार, Daikin Airconditioning, Voltas, Haier Appliances जैसे एसी बनाने वाली कंपनियों के लिए पार्ट्स बनाती है. इसके साथ ही, कंपनी इंडक्शन कुकटॉप्स, मिक्सर-ग्राइंडर, वाटर डिस्पेंसर आदि के पार्ट्स का भी निर्माण करती है. कंपनी का प्लान है कि वो आईपीओ से जमा रकम से अपना कर्ज चुकाएगी और कंपनी के विस्तार में बचे हुए पैसे को खर्च करेगी. वित्त वर्ष 2023 में कंपनी का प्रॉफिट 83.40 फीसदी बढ़कर 32 करोड़ रुपये रहा था.

आईपीओ क्या होता है

आईपीओ का पूरा नाम Initial Public Offering है. यह एक वित्तीय प्रक्रिया है जिसमें किसी प्राइवेट कंपनी ने अपने स्टॉक के खुले बाजार में निवेशकों के लिए प्रस्तावना जारी करने का निर्णय लिया होता है. यह उस कंपनी के लिए पहली बार होता है जब वह खुले बाजार में अपने शेयरों को बेचने के लिए जाती है. जब एक कंपनी आईपीओ जारी करती है, तो वह अपने शेयरों का प्रचार प्रसार करती है और इंवेस्टर्स को अपने शेयरों को खरीदने का मौका देती है. आईपीओ के माध्यम से कंपनी उसके स्टॉक को सार्वजनिक और न्यूजीज माध्यमों के माध्यम से निवेशकों के लिए उपलब्ध कराती है ताकि वे उसे खरीद सकें. आईपीओ के माध्यम से कंपनी अधिकतर अपने स्टॉक के लिए नए निवेशकों को खींचने की कोशिश करती है और इसके माध्यम से कंपनी अधिकतर पूंजी एकत्र करके अपने विकास और वित्तीय योजनाओं को पूरा करती है. यह निवेशकों के लिए एक आकर्षक विकल्प होता है क्योंकि यह उन्हें एक सार्वजनिक कंपनी के मालिक बनाने का अवसर प्रदान करता है.

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