EPF Interest Rate: केंद्र सरकार ने कर्मचारी भविष्य निधि (EPF) की ब्याज दरों में कटौती कर दी है. सरकार ने वित्त वर्ष 2021-22 के लिए 8.1 फीसदी ब्याज दर को मंजूरी दी है. कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) की ओर से इसकी अधिसूचना भी जारी कर दी गयी. केंद्र सरकार ने शुक्रवार को इस प्रस्ताव को मंजूरी दी. न्यूज एजेंसी पीटीआई ने यह जानकारी दी है.
8.5 फीसदी से घटाकर ब्याज दर को किया 8.1 फीसदी
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन ने मार्च में ब्याज दरों को 8.5 फीसदी से घटाकर 8.1 फीसदी करने का प्रस्ताव किया था. पिछले चार दशक का यह सबसे कम ब्याज दर है. इसका असर 6 करोड़ से अधिक लोगों पर पड़ा है. श्रम मंत्री की भूपेंदर यादव की अध्यक्षता में गुवाहाटी में हुई ईपीएफओ के सेंट्रल बोर्ड ऑफ ट्रस्टी की बैठक में यह निर्णय लिया गया था.
ईपीएफओ खाताधारकों के अकाउंट में ट्रांसफर होंगे पैसे
शुक्रवार को ईपीएफओ ऑफिस की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि श्रम मंत्रालय ने कर्मचारी भविष्य निधि संगठन के सदस्यों के खाते में 8.1 प्रतिशत की दर से वर्ष 2021-22 के लिए ब्याज दर ट्रांसफर करने की अनुमति दे दी है. श्रम मंत्रालय ने वित्त मंत्रालय को इसका प्रस्ताव भेज दिया.
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चार साल में कई बार बदली हैं ब्याज दरें
अब सरकार की ओर से ब्याज दरों को मंजूरी मिल जाने के बाद ईपीएफओ की ओर से खाताधारकों के अकाउंट में ब्याज के पैसे ट्रांसफर करने की प्रक्रिया शुरू की जायेगी. पिछले चार सालों में कई बार ईपीएफओ की ब्याज दरों में कटौती की गयी. वर्ष 2019-20 में खाताधारकों के खाते में 8.5 फीसदी की दर से ब्याज के पैसे डाले गये थे. वर्ष 2018-19 में ब्याज दरें 8.65 फीसदी थी, जबकि वर्ष 2017-18 में 8.55 फीसदी. वर्ष 2011-12 में ईपीएफ की ब्याज दर 8.1 फीसदी तय की गयी थी.
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