EPFO News Latest Updates : निजी क्षेत्र में काम करने वाले कर्मचारियों के लिए एक खुशखबरी है. कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) इसी दिसंबर के महीने में नए साल का तोहफा दे सकता है. मीडिया की खबरों के बताया जा रहा है कि ईपीएफओ निजी क्षेत्र में काम करने वाले करीब 19 करोड़ कर्मचारियों के पीएफ (PF) खातों में जल्द ही ब्याज पैसा एकमुश्त ट्रांसफर करेगा. कर्मचारी भविष्य निधि संगठन के पीएफ खातों में ब्याज पैसा ट्रांसफर से जुड़ी हर Latest News in Hindi से अपडेट रहने के लिए बने रहें हमारे साथ.
बता दें कि कर्मचारियों के इस संगठन ने दिवाली के पहले वित्त वर्ष 2019-20 के लिए 8.5 फीसदी की दर से ब्याज देने का फैसला किया था. कर्मचारियों के पीएफ खाते में ब्याज का यह पैसा दो किस्तों में डाला जाना था. ब्याज की 8.15 फीसदी रकम दिवाली के समय ही कर्मचारियों के खातों में भेजे जाने थे, जो अभी तक नहीं डाले जा सके हैं. वहीं, दूसरी किस्त के रूप 0.35 फीसदी रकम दिसंबर के आखिर तक भेजा जाना था.
मीडिया की खबरों में यह बताया जा रहा है कि कर्मचारियों के पीएफ खातों में ब्याज की एकमुश्त रकम डालने के लिए ईपीएफओ ने तैयारी पूरी कर ली है. अब केवल वित्त मंत्रालय की ओर से मंजूरी मिलने का इंतजार किया जा रहा है. ईपीएफओ के एक वरिष्ठ अधिकारी से मिली जानकारी के अनुसार, बाजार में तेजी के कारण तीन महीने पहले लगाए अनुमान के मुकाबले ईपीएफओ के पास दोगुनी अधिशेष रकम जमा हो गई है.
श्रम मंत्रालय ने वित्त मंत्रालय को भेजी चिट्ठी
कर्मचारियों को ब्याज की रकम का भुगतान करने के संबंध में केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्रालय ने भी वित्त मंत्रालय को चिट्ठी लिखी है. इसमें 19 करोड़ खाताधारकों को 8.5 फीसदी ब्याज भुगतान करने की बात कही गई है. हालांकि, मंत्रालय की ओर से फिलहाल कोई जवाब नहीं आया है, लेकिन माना जा रहा है कि एक हफ्ते के भीतर तस्वीर साफ हो जाएगी. शेयर बाजार में भारी तेजी के बीच ईपीएफओ ने शेयरों में निवेश से भारी मुनाफा कमाया है और दिसंबर में उसे उम्मीद से अधिक प्रतिफल प्राप्त हुआ है.
दिसंबर तक पूरे पैसे का करना था भुगतान
श्रम एवं रोजगार मंत्रालय संतोष कुमार गंगवार की अध्यक्षता वाले ईपीएफओ के केंद्रीय न्यासी बोर्ड (सीबीटी) ने सितंबर में कोविड 19 की वजह से पीएफ खाते में जमा रकम पर अर्जित ब्याज दो किस्तों में डालने की घोषणा की थी. ईपीएफओ ने फैसला किया था कि 8.15 फीसदी ब्याज तत्काल कर्मचारियों के पीएफ खातों में डाले जाएंगे और शेष 0.35 फीसदी शेयरों की बिक्री से प्राप्त रकम से दी जाएगी. हालांकि, ईपीएफओ ने ब्याज खाते में डालने से पहले शेयरों में निवेश पर प्राप्त प्रतिफल की समीक्षा के लिए दिसंबर तक इंतजार करने का निर्णय लिया.
ईटीएफ की बिक्री से ईपीएफ की बढ़ गई आमदनी
ईपीएफओ अधिकारी ने कहा कि दिसंबर तक धैर्य बनाए रखने से सभी को लाभ हुआ है. उपभोक्ताओं के खातों में ब्याज आने में थोड़ा अधिक समय जरूर लगा है, लेकिन अच्छी बात यह है कि ईपीएफओ को एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) की बिक्री से अधिक आमदनी की प्राप्ति हुई है. 8.5 फीसदी ब्याज दर देने के बाद भी हमारे पास 1,000 करोड़ रुपये अतिरिक्त रकम बच जाएगी.’
कोरोना महामारी के चलते ब्याज भुगतान में हो रही देरी
अधिकारी ने बताया कि सितंबर में जब ईपीएफओ ने दो किस्तों में ब्याज देने का निर्णय लिया था, तो उस समय इसके पास 500 करोड़ रुपये थे. उन्होंने कहा कि ईटीएफ में निवेश से इतना शानदार प्रतिफल मिला है. ईपीएफओ ने वर्ष 2016 में ईटीएफ में किए निवेश वित्त वर्ष 2020 में भुनाने का अनुमान लगाया था और उसे इससे 2,800 करोड़ रुपये मिलने की उम्मीद थी. यह लेनदेन मार्च 2020 में होना था, लेकिन कोरोना महामारी की वजह से बाजार में भारी बिकवाली के बाद ज्यादातर शेयर निवेशकों के प्रतिफल पर चोट पड़ी थी.
Posted By : Vishwat Sen
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