EPFO News: बीमारी में नहीं होगी पैसों की चिंता, इलाज के लिए तत्काल प्रभाव से मिलेंगे 1 लाख रुपये, जानिए कैसे

EPF Medical Advance: कोरोना वायरस महामारी समेत किसी भी तरह की मेडिकल इमरजेंसी में इलाज के लिए अब पैसे के लिए दो चार नहीं होना पडेगा. कर्मचारियों को इलाज के लिए एक लाख रुपये तत्काल मुहैया हो जाएगा. जी हां, ईपीएफ (EPF) ने अपने सदस्यों के लिए यह नई सुविधा शुरू की है. epfo news, medical emergency, 1 lakh rupees advanced, corona virus, any medical need.

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 8, 2021 9:53 AM
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  • ईपीएफ कर्मचारियों को तत्काल मिलेगी 1 लाख की मदद

  • कोरोना महामारी या मेडिकल इमरजेंसी की हालात में मिलेंगे पैसे

  • ईपीएफओ ने 1 जून को ही जारी कर दिया था सर्कुलर

EPF Medical Advance: कोरोना वायरस महामारी (Corona virus pandemic) समेत किसी भी तरह की मेडिकल इमरजेंसी (Medical Emergency) में इलाज के लिए अब पैसे के लिए दो चार नहीं होना पडेगा. कर्मचारियों को इलाज के लिए एक लाख रुपये (EPF Medical Advance) तत्काल मुहैया हो जाएगा. जी हां, ईपीएफ (EPF) ने अपने सदस्यों के लिए यह नई सुविधा शुरू की है. जिसके तहत अस्पताल में भर्ती होते ही एक लाख रुपये तत्काल मिल जाएंगे.

1 लाख का एडवांस तुरंत निकाल सकते हैं सदस्यः ईपीएफ के सदस्य अब से किसी भी मेडिकल इमरजेंसी (EPF Medical Emergency Advance) की हालत में 1 लाख रुपये बतौर एडवांस अपने पीएफ खाते (PF Account) से निकाल सकेंगे. सबसे बड़ी बात की इसके लिए उन्हें किसी तरह का बिल दिखाने की भी जरूरत नहीं होगी. अस्पताल में दाखिला के साथ ही एक लाख रुपये सदस्य के अकाउंट में डाल दिया जाएगा.

1 जून को आया था सर्कुलरः गौरतलब है कि, पिछले महीने 1 जून को ही ईपीएफओ (EPFO) ने एक सर्कुलर जारी किया था. इस सर्कुलर के अनुसार, कोरोना समेत किसी भी तरह की जानलेवा बीमारी के इलाज के लिए अगर कोई अस्पताल में भर्ती होता है तो ईपीएफओ (EPFO) के सदस्यों को एक लाख रुपये बतौर मेडिकल इमरजेंसी दिया जाएगा.

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1 लाख पाने के लिए आवश्यक शर्तेः मेडिकल इमरजेंसी की परिस्थिति में ईपीएफ के सदस्य 1 लाख रुपये की सहायता ले सकते हैं. इसके ईपीएफ के सदस्यों के लिए कुछ दिशा-निर्देश जारी किए गए है. जिसके तहत मरीज को सरकारी या पब्लिक सेक्टर यूनिट अस्पताल में भर्ती होना चाहिए. निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है तो एक अधिकारी इसकी जांच करेगा. अस्पताल और रोगी का डिटेल्स देना होगा.

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Posted by; Pritish Sahay

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