EPFO News Updates : कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) से जुड़े देश के 6 करोड़ से अधिक अंशधारकों के लिए एक अच्छी खबर है और वह यह कि ईपीएफ (EPF) की कर्मचारी जमा लिंक्ड बीमा योजना-1976 (EDLI Scheme, 1976) के तहत 6 लाख रुपये की बजाए 7 लाख रुपये का बीमा लाभ मिलेगा.
बुधवार को ईपीएफ के केंद्रीय न्यासी मंडल (CBT) ने कर्मचारियों के बीमा लाभ की राशि बढ़ाने के लिए कर्मचारी जमा लिंक्ड इंश्योरेंस स्कीम-1976 के पैराग्राफ 22 (3) में संशोधन की मंजूरी दे दी है. सीबीटी के इस फैसले के बाद ईपीएफओ के अंशधारकों को बीमा लाभ राशि में कम से कम 1 लाख रुपये तक का इजाफा हो जाएगा.
Central Board of Trustees, EPF accorded approval for amendment of paragraph 22(3) of Employees’ Deposit Linked Insurance Scheme, 1976 to enhance the maximum assurance benefit to Rs 7 lakhs from the present maximum assurance benefit of Rs 6 lakhs: Government of India https://t.co/bVTiCt1d03
— ANI (@ANI) September 9, 2020
केंद्रीय श्रम मंत्री संतोष गंगवार ने बुधवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए ईपीएफ न्यासी मंडल की आयोजित में कर्मचारी भविष्य निधि और विविध प्रावधान अधिनियम-1952 के तहत अर्ध-न्यायिक मामलों में ईपीएफ अंशधारकों को सुविधा देने का फैसला किया. श्रम मंत्री गंगवार ईपीएफ के केंद्रीय न्यासी मंडल के अध्यक्ष भी हैं.
क्या है ईपीएफ की ईडीएलआई योजना
EPFO की कर्मचारी जमा लिंक्ड बीमा (EDLI) योजना के तहत पीएफ खाताधारकों को यह सुविधा मिलती है. इस योजना के अंतर्गत किसी कर्मचारी को न्यूनतम 2.5 लाख और अधिकतम 6 लाख रुपये तक की बीमा सुविधा मुफ्त में मिलती है. अगर किसी कर्मचारी की आकस्मिक मौत हो जाती है, तो उसके परिवार वाले बीमा राशि के लिए दावा कर सकते हैं.
कर्मचारियों को कितना करना पड़ता है भुगतान?
ईपीएफओ की इस योजना में कर्मचारी को किसी तरह का योगदान नहीं करना पड़ता है. कर्मचारी के बदले कंपनी प्रीमियम जमा करती है. प्रीमियम राशि कर्मचारी की बेसिक सैलरी और महंगाई भत्ता का 0.50 फीसदी होता है. हालांकि, अधिकतम बेसिक सैलरी 15 हजार ही काउंट की जाएगी.
Also Read: रिलायंस रिटेल में सिल्वर लेक ने खरीदी 1.75 फीसदी हिस्सेदारी, जानिए भारत में रिलायंस के कितने हैं रिटेल स्टोर…कैसे होता है ईडीएलआई का कैलकुलेशन?
इस योजना के तहत मिलने वाले लाभ कैलकुलेशन पिछले 12 महीने की बेसिक सैलरी और महंगाई भत्ता का औसत निकाला जाएगा. इस राशि को 30 से गुना करना है और 1.5 लाख रुपये अलग से बोनस के रूप में मिलता है. आसान भाषा में समझने के लिए अगर एक कर्मचारी A की सैलरी (बेसिक+महंगाई भत्ता) 10 हजार रुपये है, तो उसे 10,000×30 = 3,00,000 रुपये मिलेंगे. अलग से 1.5 लाख का बोनस भी मिलेगा और कुल राशि 4.5 लाख रुपये होगी.
Also Read: Income Tax का त्योहारी तोहफा : CBDT ने लाखों ‘ईमानदार टैक्सपेयर्स’ के लिए जारी कर दिए हैं रिफंड, जानिए आपको कितना होगा फायदा…Posted By : Vishwat Sen
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.