Mutual Funds: इक्विटी म्यूचुअल फंड से निवेशकों का हो रहा मोह भंग! मार्च में 16 प्रतिशत घटा निवेश

Mutual Funds: एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (एम्फी) के मुताबिक, म्यूचुअल फंड उद्योग ने कुल मिलाकर फरवरी में 1.2 लाख करोड़ रुपये का प्रवाह देखा गया था, जबकि मार्च में 1.6 लाख करोड़ रुपये की बड़ी निकासी हुई. इस निकासी की बड़ी वजह यह रही कि ऋण-आधारित म्यूचुअल फंड योजनाओं में 1.98 लाख करोड़ रुपये की निकासी की गई.

By Madhuresh Narayan | April 11, 2024 8:48 AM
an image

Mutual Funds: पिछले कुछ सालों में म्यूचुअल फंड में बेहतरीन रिटर्न के कारण लगातार नये निवेशकों की संख्या बढ़ रही है. हालांकि, इक्विटी म्यूचुअल फंड को लेकर एक महत्वपूर्ण बात सामने आ रही है. इसमें निवेश मार्च में एक महीने पहले की तुलना में 16 प्रतिशत घटकर 22,633 करोड़ रुपये हो गया है. म्यूचुअल फंड कंपनियों के निकाय एम्फी ने बुधवार को मार्च महीने के आंकड़े जारी किए. आंकड़ों के मुताबिक, इक्विटी फंड में शुद्ध प्रवाह का सिलसिला लगातार 37वें महीने यानी मार्च में भी जारी रहा. एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (एम्फी) के मुताबिक, म्यूचुअल फंड उद्योग ने कुल मिलाकर फरवरी में 1.2 लाख करोड़ रुपये का प्रवाह देखा गया था, जबकि मार्च में 1.6 लाख करोड़ रुपये की बड़ी निकासी हुई. इस निकासी की बड़ी वजह यह रही कि ऋण-आधारित म्यूचुअल फंड योजनाओं में 1.98 लाख करोड़ रुपये की निकासी की गई.

क्या कहते हैं आंकड़े?

एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया के द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, इक्विटी-आधारित म्यूचुअल फंड योजनाओं में मार्च में 22,633 करोड़ रुपये का प्रवाह देखा गया जबकि फरवरी में यह 26,866 करोड़ रुपये था. स्मॉल कैप फंड को छोड़कर सभी श्रेणियों की इक्विटी योजनाओं में शुद्ध निवेश दर्ज किया गया. म्यूचुअल फंड कंपनियों की प्रबंधन-अधीन शुद्ध परिसंपत्तियां पिछले महीने 53.4 लाख करोड़ रुपये रह गईं जबकि फरवरी के अंत में यह 54.54 लाख करोड़ रुपये थीं.

Also Read: ईद पर क्या शेयर बाजार और बैंक में रहेगी छुट्टी? यहां जानें अपने हर सवाल का जवाब

क्या है इक्विटी म्यूचुअल फंड

इक्विटी म्यूचुअल फंड एक प्रकार का म्यूचुअल फंड है जो अधिकतम रूप से इक्विटी या शेयर मार्केट में निवेश करता है. इन फंड्स का मुख्य उद्देश्य निवेशकों के पूंजी को शेयर बाजार के विभिन्न कंपनियों में निवेश करके उनके लिए लाभप्रद मौके उपलब्ध कराना होता है. इसकी एक खासियत ये है कि इसमें 12 महीनों के निवेश को भी लॉग टर्म निवेश माना जाता है. ये म्यूचुअल फंड शेयर बाजार के अलग-अलग सेगमेंट्स जैसे कि लार्ज कैप, मीडियम कैप और स्मॉल कैप कंपनियों में निवेश कर सकते हैं. यह इन्वेस्टर्स को विभिन्न स्थानीय और अंतरराष्ट्रीय शेयर बाजारों में निवेश करने का मौका देते हैं, जिससे उनका पोर्टफोलियो विविध होता है. इक्विटी म्यूचुअल फंड को अच्छी तरह से समझने के लिए, निवेशकों को इनके लक्ष्य, निवेश की रणनीति, फंड मैनेजर, और इतिहास के बारे में अच्छी तरह से जानकारी होनी चाहिए. इसके लिए किसी एक्सपर्ट की मदद लेनी चाहिए.

Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.

Exit mobile version