Fuel for India 2020 : दुनिया भर की दिग्गज सोशल मीडिया कंपनी फेसबुक आने वाले दिनों में भारत में भारी निवेश करना चाहती है. इसके लिए उसने 15-16 दिसंबर को ‘फ्यूल फॉर इंडिया’ नाम से कार्यक्रम आयोजित किया है. फेसबुक पर प्रसारित होने वाले इस कार्यक्रम में भारत के प्रमुख उद्योगपति मुकेश अंबानी और फेसबुक के सीईओ मार्क जुकरबर्ग ने भारत में निवेश के अवसर और विकास की संभावनाओं पर विस्तार से बातचीत की गई. इस दौरान सीईओ जुकरबर्ग ने यह साफ कर दिया कि आखिर उनकी कंपनी फेसबुक भारत और रिलायंस जियो में निवेश क्यों करना चाहती है. आइए, जानते हैं…
पहले पढ़िए फेसबुक के सीआरओ की बात
फेसबुक के चीफ रेवेन्यू ऑफिसर (सीआरओ) डेविड फिशर ने कहा कि भारत अकेला ऐसा देश है, जहां फेसबुक ने मीशो और अनअकेडमी जैसी कंपनियों में अल्पांश हिस्सेदारी ली है, ताकि डिजिटल इनोवेशन को बढ़ावा दिया जा सके. फेसबुक भारत में लंबे समय के लिए निवेश करने के लिए प्रतिबद्ध है. इसके लिए वह लगातार कारोबारों के लिए नए-नए समाधान पेश करती रहेगी, ताकि उन्हें अपनी ऑनलाइन मौजूदगी दर्ज कराने और वृद्धि करने में मदद मिल सके.
मुकेश अंबानी-मार्क जुकरबर्ग में क्या हुई बातचीत
जियो और फेसबुक बनेंगे वैल्यू एडेड क्रिएटर : फेसबुक के संस्थापक मार्क जुकरबर्ग ने कहा कि उन्हें भारत के भविष्य पर काफी भरोसा है. इसलिए उन्होंने भारत में निवेश किया है. मुकेश अंबानी ने कहा कि जियो और फेसबुक दोनों मिलकर वैल्यू एडेड क्रिएटर बन सकते हैं. व्हाट्सऐप के करोड़ों सब्सक्राइबर हैं और जियो के भी करोड़ों ग्राहक हैं.
भारत में वर्क फ्रॉम होम और लर्न फ्रॉम होम रहा सफल : मुकेश अंबानी ने कहा कि कोरोना संकट के इस दौर में देश में वर्क फ्रॉम होम और लर्न फ्रॉम होम का कल्चर सफल रहा है. देश का विकास आगे भी जारी रहेगा. जल्द ही देश की प्रति व्यक्ति आय 1,800 से डॉलर से बढ़कर 5,000 डॉलर होगी. हमारे देश भारत में अपार संभावनाएं हैं. अगले 20 साल के अंदर हम दुनिया की टॉप 3 अर्थव्यवस्थाओं में शामिल हो जाएंगे, क्योंकि हम तेजी से इस दिशा में आगे बढ़ रहे हैं.
भारत में डिजिटल क्रांति पर हो रही व्यापक चर्चा : अंबानी ने कहा कि देश में डिजिटल क्रांति की संभावनाओं पर व्यापक चर्चा हो रही है. संकट में नई संभावनाओं का रास्ता निकलता है. देश मे कोरोना महामारी ने कई संभावनाओं के रास्ते ईजाद किए हैं. डिजिटल इंडिया से विकास के कई मौके तैयार हुए हैं. इसका श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का है.
पीएम मोदी ने निकालीं संकट में सभावनाएं : मुकेश अंबानी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संकट में भी संभावनाएं निकालीं हैं. इस महामारी के दौरान भारत में 20 करोड़ लोगों को डायरेक्ट कैश दिया गया. गरीब परिवारों को बचाने का कदम उठाया गया. रिलायंस की तरफ से बड़ी तादाद में जरूरतमंदों की मदद की गई.
कस्बों के छोटे दुकानदारों को जोड़ेगा जियो मार्ट : मुकेश अंबानी ने कहा कि जियो मार्ट रिटेल अवसरों को भुनाकर हमारे छोटे शहरों कस्बों के छोटे दुकानदारों को जोड़ेगा और इससे लाखों नए रोजगार पैदा होंगे. जियो डिजिटल कनेक्टिविटी लेकर आई है. वॉट्सऐप पे के साथ वॉट्सऐप चैट का समावेश होता है, तो इससे डिजिटल कनेक्निविटी बढ़ी है.
कोरोना संकट में सबसे ज्यादा एफडीआई : अंबानी ने आगे कहा कि कोरोना संकट में भारत में सबसे ज्यादा प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) आया है. फेसबुक का जियो में निवेश भारत के लिए एक बड़ा एफडीआई है. फेसबुक और जियो मिलकर छोटे कारोबार को बढ़ावा देंगे. छोटे कारोबार के लिए वैल्यू क्रिएशन प्लेटफॉर्म तैयार किए जा रहे हैं.’
सभी स्कूलों को जोड़ेगी जियो : मुकेश अंबानी ने कहा कि जियो देश के सभी स्कूलों को जोड़ने की कोशिश कर रहा है. इसी तरह हेल्थकेयर के क्षेत्र में हम सभी अथॉरिटी के साथ मिलकर उन्हें टेक्नोलॉजी टूल मुहैया कराने की कोशिश कर रहे हैं. रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने कहा कि जियो ने फ्री वायस सेवाएं देने की अगुआई की है. हमें इस पर गर्व है कि जियो अपने नेटवर्क से फ्री वायस सेवाएं देने में सक्षम रहा है.
जुकरबर्ग ने की डिजिटल इंडिया कैंपेन की तारीफ : इसी कार्यक्रम में फेसबुक के सीईओ मार्क जुकरबर्ग ने भारत के डिजिटल इंडिया कैंपेन की तारीफ की. उन्होंने कहा कि डिजिटल इंडिया से विकास के कई मौके तैयार हुए हैं. मार्क जुकरबर्ग ने कहा कि भारत में शानदार व्यावसायिक संस्कृति है. यहां व्हाट्सऐप बिजनेस यूजर 1.5 करोड़ के पार चले गए हैं. इस देश में फाइनेंशियल इंक्लूजन (आर्थिक समावेश) बढ़ा है. ये एक अच्छा ट्रेंड है.’
कोरोना काल में साबित हुआ तकनीक का महत्व : फेसबुक सीईओ ने कहा कि कोरोना काल में इस साल तकनीक का महत्व साबित हुआ है. लोगों से जुड़ने में तकनीक सबसे अहम जरिया बना है. लोगों तक सही जानकारी भेजने में तकनीक सबसे अहम है. जुकरबर्ग ने कहा कि हमने पिछले महीने भारत में व्हाट्सऐप पे लॉन्च किया. यूपीआई सिस्टम और 140 बैंकों के सहयोग से यह संभव हो पाया. भारत इस तरह की पहल करने वाला दुनिया का पहला देश है.
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Posted By : Vishwat Sen
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