Loading election data...

Facebook से लोगों का हो रहा मोहभंग, 18 साल में पहली बार घटे यूजर्स, 20 फीसदी गिरा शेयर

दुनिया में सबसे बड़ी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक करीब 18 सालों के बाद अपने ढलान पर है. पिछले दिनों फेसबुक की मूल कंपनी मेटा नेटवर्क्स ने अपनी तिमाही परिणाम जारी किये. इस रिपोर्ट के मुताबिक, कंपनी ने पूरी दुनिया में अपने आधा मिलियन (पांच लाख) डेली यूजर्स को खो दिया है.

By Prabhat Khabar News Desk | February 4, 2022 9:46 AM

दुनिया में सबसे बड़ी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक करीब 18 सालों के बाद अपने ढलान पर है. पिछले दिनों फेसबुक की मूल कंपनी मेटा नेटवर्क्स ने अपनी तिमाही परिणाम जारी किये. इस रिपोर्ट के मुताबिक, कंपनी ने पूरी दुनिया में अपने आधा मिलियन (पांच लाख) डेली यूजर्स को खो दिया है. रिपोर्ट के मुताबिक, 2004 में फेसबुक की शुरुआत के बाद यह पहला मौका है, जब यूजर्स की संख्या और कंपनी का राजस्व, दोनों घटा है.

यूजर्स घटने से फेसबुक को मिलने वाले विज्ञापनों में भी कमी आयी है. इसके कारण कंपनी के शेयर 20% तक गिर गये. इससे मेटा की बाजार हैसियत (200 बिलियन डॉलर) करीब 15 लाख करोड़ रुपये डूब गये. रिपोर्ट के मुताबिक 31 दिसंबर 2021 तक फेसबुक के मंथली एक्टिव यूजर्स (एमओयू) की संख्या 2.91 अरब थी. इसमें अब तक सालाना चार प्रतिशत की बढ़ोतरी होती रही है. विभिन्न कंपनियों से मिलने वाले विज्ञापनों से फेसबुक की मोटी कमाई होती रही है.

केवल 2021 में ही कंपनी ने 40 बिलियन डॉलर (2.99 लाख करोड़ रुपये) कमाये. यूजर्स में कमी भी ऐसे समय हो रही है, जब फेसबुक ने हाल ही में अपनी कंपनी की दोबारा ब्रांडिंग करते हुए उसका नाम फेसबुक से ‘मेटा सर्विस’ कर दी. अब फेसबुक मेटा सर्विस का एक प्रोडक्ट है. मेटा सर्विस के सीइओ और एमडी मार्क जुकरबर्ग ने कहा कि कंपनी में उतार-चढ़ाव लगा रहता है. हम कोशिश करेंगे कि पहले से अच्छा प्रदर्शन करें. अधिक से अधिक लोगों को फिर से जोड़ें. हम रील्स, कॉमर्स और वर्चुअल रियल्टी के क्षेत्र में बेहतर काम रहे हैं.

मेटासर्विस के फैमिली एप

फेसबुक

इंस्टाग्राम

मैसेंजर

व्हाट्सएप

क्यों घट रहे यूजर्स: मेटा ने कहा कि एपल इंक की वजह से उसे लगातार नुकसान उठाना पड़ रहा है. पिछले साल एपल ने प्राइवेसी फीचर जारी किया था, जिसके आने के बाद कोई भी एप यूजर की इजाजत के बिना फोन का एक्सेस नहीं ले सकता. इस फीचर से आइफोन यूजर्स को अपने डाटा पर अधिक कंट्रोल मिलता है, ऐसे में फेसबुक उसे ट्रैक नहीं कर पाता जिसका नुकसान उसे विज्ञापन में होता है.

टिकटॉक से कड़ी चुनौती: फेसबुक (मेटा) को टिकटॉक और यूट्यूब से कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ रहा है. बड़ी संख्या में यूजर्स इन प्लेटफॉर्म्स की तरफ शिफ्ट हो रहे हैं.

Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.

Next Article

Exit mobile version