वाहन डीलर संघों के महासंघ (फाडा) के एक प्रतिनिधिमंडल ने शुरूआती स्तर के दोपहिया वाहन पर जीएसटी दर को 28 से घटाकर 18 प्रतिशत करने की मांग की है. फाडा के एक प्रतिनिधिमंडल ने सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी को इस बारे में एक पत्र सौंपा है.
Federation of Automobile Dealers Associations of India ने मांग की है कि शुरूआती स्तर के 100 से 125 सीसी के दोपहिया पर जीएसटी दर में कटौती की जाए. फाडा के अध्यक्ष मनीष राज सिंघानिया ने कहा, ‘‘कुल बिक्री में दोपहिया का हिस्सा 75 प्रतिशत रहता है. इसमें भी 70 प्रतिशत शुरूआती स्तर की श्रेणी से आता है. ऐसे में कोविड-पूर्व के समय की तुलना में बिक्री में जो 20 प्रतिशत से अधिक की गिरावट आई है, उसका समाधान जरूरी है.’
सिंघानिया ने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था को 2047 तक 47,000 अरब डॉलर पर पहुंचाने के लिए घरेलू वाहन उद्योग के सभी खंडों को योगदान देना होगा. उन्होंने कहा, ‘‘जीएसटी की दर को 28 प्रतिशत से घटाकर 18 प्रतिशत करना न केवल आर्थिक रणनीति है, बल्कि इससे आम आदमी सशक्त होगा और ग्रामीण परिवहन को भी बढ़ावा मिलेगा.’’ फाडा देशभर में 15,000 डीलरों का प्रतिनिधित्व करता है.
1964 में स्थापित, फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन (FADA) और जिसे FADA के रूप में उच्चारित किया जाता है, भारत में ऑटोमोटिव रिटेल उद्योग का शीर्ष राष्ट्रीय निकाय है जो 2/3 व्हीलर , यात्री कारों , UVs, वाणिज्यिक वाहनों की बिक्री, सेवा और स्पेयर में लगा हुआ है . बसों और ट्रकों सहित ) और ट्रैक्टर . FADA इंडिया 26,500 डीलरशिप वाले 15,000 से अधिक ऑटोमोबाइल डीलरों का प्रतिनिधित्व करता है, जिसमें क्षेत्रीय, राज्य और शहर स्तर पर ऑटोमोबाइल डीलरों के कई संघ शामिल हैं जो संपूर्ण ऑटो रिटेल उद्योग का प्रतिनिधित्व करते हैं . कुल मिलाकर यह डीलरशिप और सर्विस सेंटरों पर ~4 मिलियन लोगों को रोजगार देता है.
FADA इंडिया, साथ ही ऑटो पॉलिसी, कराधान, वाहन पंजीकरण प्रक्रिया, सड़क सुरक्षा और स्वच्छ पर्यावरण आदि पर अपने इनपुट और सुझाव प्रदान करने के लिए केंद्रीय और राज्य दोनों स्तरों पर उद्योगों और अधिकारियों के साथ सक्रिय रूप से नेटवर्क बनाता है . भारत में ऑटोमोबाइल खुदरा व्यापार की वृद्धि को बनाए रखना.
Also Read: Toyota Fortuner नेता, मंत्री और बाहुबलियों की सवारी, जानिए क्यों है इतनी खास?
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.