96 साल की अवस्था में दुनिया से कूच कर गए TCS के संस्थापक और इंडियन आईटी इंडस्ट्री के जनक टेक्नोक्रेट के फकीर

फकीर चंद कोहली को पद्म भूषण पुरस्कार भी दिया गया था. 19 मार्च 1924 को जन्मे कोहली को भारतीय प्रौद्योगिकी उद्योग का जनक भी कहा जाता है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 26, 2020 10:58 PM

नयी दिल्ली : टीसीएस यानी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज के संस्थापक, भारतीय प्रौद्योगिकी उद्योग के जनक और टेक्नोक्रेट फकीर चंद कोहली का गुरुवार को 96 साल की अवस्था में निधन हो गया. फकीर चंद कोहली को पद्म भूषण पुरस्कार भी दिया गया था. 19 मार्च 1924 को जन्मे कोहली को भारतीय प्रौद्योगिकी उद्योग का जनक भी कहा जाता है. सॉफ्टवेयर इंडस्ट्री के जनक कहे जाने वाले फकीर चंद ने भारत में प्रौद्योगिकी क्रांति का नेतृत्व किया और टीसीएस के पहले सीईओ के रूप में देश को 100 बिलियन डॉलर के आईटी इंडस्ट्री के निर्माण में मदद की.

फकीर चंद ने बीए और बीएससी की शिक्षा सरकारी कॉलेज लाहौर (पंजाब विश्वविद्यालय) से ली. इसके बाद उन्होंने कनाडा के क्वीन्स विश्वविद्यालय से 1948 में इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग बीएससी ऑनर्स की डिग्री हासिल की. इसके बाद फकीर चंद ने 1950 में मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में एमएस भी पास किया.

विदेश में पढ़ाई खत्म करने के बाद कोहली 1951 में स्वदेश लौटे. 1951 में कोहली टाटा इलेक्ट्रिक कंपनियों में शामिल हो गए और सिस्टम ऑपरेशन को मैनेज करने के लिए लोड डिस्पैचिंग सिस्टम स्थापित करने में मदद की. साल 1969 में कोहली टीसीएस के प्रबंध निदेशक बने. इसके बाद, वह साल 1970 में कंपनी के निदेशक बने और बाद में उन्हें टीसीएस के पहले सीईओ के रूप में नियुक्त किया गया.

शानदार टेक्नोक्रेट के रूप में पहचाने जाने वाले कोहली 1991 में आईबीएम को टाटा-आईबीएम के हिस्से के रूप में भारत लाने के निर्णय में सक्रिय रूप से शामिल थे. यह भारत में हार्डवेयर मैन्युफैक्चरिंग के लिए संयुक्त उपक्रम का हिस्सा था. वहीं, 1994 में वह कंपनी के उपाध्यक्ष के रूप में जिम्मेदारी संभाली. इसके बाद साल 1999 में वह 75 साल की उम्र में रिटायर हो गए.

Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.

Next Article

Exit mobile version