चंडीगढ़ : करनाल में आंदोलनकारी किसान नेता और प्रशासन के बीच रस्साकशी जारी है. किसान नेता प्रशासन से अपनी मांग मनवाने को लेकर अड़े हुए हैं और वे लगातार धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं. वहीं, प्रशासन उनसे वार्ता करता है, जिसमें वह सफल नहीं हो पाता है. बुधवार को भी एक बार फिर किसान नेता और प्रशासन के बीच वार्ता विफल हो गई. इसके पहले मंगलवार को भी वार्ता विफल हो गई थी.
प्रशासन के साथ किसान नेताओं की वार्ता विफल होने के बाद भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के नेता राकेश टिकैत ने समाचार एजेंसी एएनआई से कहा कि हमारी आज प्रशासन के साथ 3 घंटे मीटिंग हुई. सरकार एसडीएम (आयुष सिन्हा) पर कोई भी कार्रवाई करने के लिए तैयार नहीं है. हमने तय किया है कि हमारा धरना प्रदर्शन जारी रहेगा. हमारा धरना स्थल यही रहेगा. हम चाहते हैं कि अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई हो.
उन्होंने कहा कि इस धरना-प्रदर्शन में उत्तर प्रदेश, पंजाब और अन्य जगहों के किसान शामिल होंगे. दिल्ली में हमारे विरोध के साथ-साथ यह आंदोलन भी तब तक जारी रहेगा, जब तक हमारी मांगें पूरी नहीं हो जातीं. हमारी मांग है कि अधिकारी को सस्पेंड किया जाए. बता दें कि करनाल में केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों की महापंचायत और मिनी सचिवालय का घेराव करने को लेकर अधिकारियों और किसान नेताओं की वार्ता मंगलवार को विफल हो गई थी.
प्रदर्शन और महापंचायत को लेकर अधिकारियों के साथ की जा रही बातचीत विफल होने के बाद भारतीय किसान यूनियन (चढूनी) प्रमुख गुरनाम सिंह चढूनी ने मंगवार को कहा था कि करनाल जिला प्रशासन और किसान नेताओं के साथ की जा रही बातचीत विफल हो गई है. उन्होंने कहा कि अब हम अनाज मंडी में अपनी रणनीति में बदलाव करेंगे.
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