Farming Idea: नेपियर घास, जिसे हाथी घास भी कहा जाता है. पशुपालन के लिए एक बेहतरीन ऑप्शन है. यह घास दुधारू पशुओं के लिए अत्यधिक पौष्टिक मानी जाती है और इसके सेवन से दूध उत्पादन में इजाफा होता है. पशुओं की सेहत को बेहतर बनाए रखने में भी यह घास उपयोगी है.
कम निवेश में बड़ा मुनाफा
यदि आप कम लागत में मोटी कमाई का तरीका खोज रहे हैं, तो नेपियर घास की खेती एक शानदार विकल्प हो सकता है. यह घास गन्ने जैसी दिखती है और मूल रूप से थाईलैंड में पाई जाती है. नेपियर घास को एक बार बुवाई करने के बाद पांच साल तक काटा जा सकता है, जिससे यह किसानों और पशुपालकों के लिए आर्थिक रूप से लाभदायक बनती है.
नेपियर घास से नए उपयोग: CNG और कोयला उत्पादन
नेपियर घास से CNG और कोयला बनाने की तकनीकों पर भी काम हो रहा है. यह नवाचार किसानों को कम लागत में अतिरिक्त आय के अवसर प्रदान करता है. इस घास को बोने के लिए बीज की आवश्यकता नहीं होती. इसके बजाय, डंठल का उपयोग किया जाता है, जिन्हें नेपियर स्टिक कहा जाता है. एक बीघा खेत में लगभग 4000 डंठल लगते हैं. इसकी खेती सर्दी, गर्मी, और वर्षा ऋतु में की जा सकती है.
नेपियर घास की खेती से चारे की कमी का एक ऑप्शन होता है. किसान इसके डंठल बेचकर अच्छी कमाई कर सकते हैं. कई राज्यों में इसकी खेती के लिए सब्सिडी भी उपलब्ध है.
क्या है नेपियर घास की खासियत?
नेपियर घास एक हाईब्रिड वैरायटी है जो बंजर भूमि और खेतों की मेड़ों पर भी उगाई जा सकती है. इसकी खासियत है कि यह केवल पानी के सहारे 20-25 दिनों में तैयार हो जाती है. एक एकड़ से लगभग 300-400 क्विंटल घास का उत्पादन होता है. कटाई के बाद इसकी शाखाएं स्वतः फिर से उगने लगती हैं.
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