FasTag Rules Change: फास्टैग नियमों में हो गया बदलाव, 1 अप्रैल से होगा लागू
FasTag Rules Change: महाराष्ट्र सरकार ने डिजिटल युग की ओर बढ़ने की दिशा में फास्टैग नियमों में बड़ा बदलाव किया है. इससे वाहन चालकों को राहत मिलेगी और टोल संग्रह में पारदर्शिता आएगी.
FasTag Rules Change: महाराष्ट्र की देवेंद्र फडणवीस सरकार ने ट्रैफिक नियमों को आसान बनाने के लिए फास्टैग नियमों में बदलाव करने का फैसला किया है. फास्टैग से जुड़े नये नियम 1 अप्रैल 2025 से लागू हो जाएंगे. सरकार के नए नियमों के तहत सभी वाहनों पर फास्टैग लगाना अनिवार्य कर दिया गया है. सरकार का यह कदम ईंधन और समय की बचत के साथ-साथ टोल कलेक्शन प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने का प्रयास है.
फास्टैग का फायदा
फास्टैग एक इलेक्ट्रॉनिक टोल कलेक्शन प्रणाली है, जो रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन (RFID) तकनीक का इस्तेमाल करती है. वाहन पर फास्टैग लगाने से टोल प्लाजा पर बिना रुके टोल का भुगतान किया जा सकता है. इससे नकद लेन-देन की आवश्यकता समाप्त होती है और वाहनों की लंबी कतारों से बचा जा सकता है.
फास्टैग का नया नियम और जुर्माना
महाराष्ट्र की देवेंद्र फडणवीस सरकार ने यह स्पष्ट कर दिया है कि जिन वाहनों पर फास्टैग नहीं होगा, उन्हें टोल का दोगुना भुगतान करना पड़ेगा. यह प्रावधान सुनिश्चित करेगा कि वाहन चालक समय रहते फास्टैग का उपयोग करना शुरू करें. यह नियम सभी निजी और व्यावसायिक वाहनों पर लागू होगा.
नए नियम के पीछे सरकार का उद्देश्य
महाराष्ट्र सरकार के इस कदम का मुख्य उद्देश्य टोल प्लाजा पर ट्रैफिक जाम को कम करना, ईंधन की खपत को नियंत्रित करना और टोल कंट्रोल में पारदर्शिता लाना है. इसके साथ ही, महाराष्ट्र सरकार डिजिटल इंडिया अभियान के तहत डिजिटल भुगतान को बढ़ावा देने का प्रयास कर रही है. बिजनेस स्टैंडर्ड की रिपोर्ट में बताया गया है कि यह नियम न केवल डिजिटल भुगतान को बढ़ावा देगा, बल्कि राज्य के राजस्व संग्रह को भी अधिक सटीक बनाएगा. टीवी9 हिंदी की रिपोर्ट के अनुसार, यह कदम महाराष्ट्र सरकार के स्मार्ट और डिजिटल टोल प्लाजा के उद्देश्य को साकार करेगा.
इसे भी पढ़ें: SIP: एचडीएफसी के इस फंड को आधा भारत नहीं जानता, वर्ना 1000 देकर बन जाता 2 करोड़ का मालिक
फास्टैग के नए नियम की चुनौतियां
महाराष्ट्र सरकार का यह निर्णय टोल प्लाजा पर यातायात को व्यवस्थित करने, कागजी लेन-देन की आवश्यकता समाप्त करने और समय की बचत में सहायक होगा. हालांकि, ग्रामीण क्षेत्रों में जागरूकता और फास्टैग खरीदने की प्रक्रिया में चुनौतियां आ सकती हैं.
इसे भी पढ़ें: Bonus Share: जिंदल ग्रुप की कंपनी ने 4 बोनस शेयर देने का किया ऐलान, शेयरों में 650% की उछाल
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.