21.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

आटा सस्ता होगा? FCI ने तीसरे दौर की ई-नीलामी में 5.08 लाख टन गेहूं बेचा, 1 मार्च को फिर होगी बिक्री

एफसीआई ने ई-नीलामी के तीसरे दौर में आटा चक्की जैसे थोक उपभोक्ताओं को 5.08 लाख टन गेहूं की बिक्री की. पहले दो दौर में, खाद्यान्न और गेहूं के आटे की खुदरा कीमतों को कम करने के कदमों के तहत खुले बाजार बिक्री योजना (ओएमएसएस) के तहत लगभग 13 लाख टन गेहूं थोक उपयोगकर्ताओं को बेचा गया है.

नई दिल्ली : भारत के खुदरा बाजार में गेहूं के आटे की कीमत बढ़ी हुई है. आटे की कीमत को कम करने के लिए सरकार बफर स्टॉक से खुला बाजार में गेहूं की बिक्री कर रही है. इसकी जिम्मेदारी भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) को दी गई है. एफसीआई ई-नीलामी के जरिए खुले बाजार में थोक उपभोक्ताओं को गेहूं की बिक्री करता है. ई-नीलामी के जरिए एफसीआई ने तीन दौर में गेहूं की बिक्री की है. खबर है कि तीसरे दौर की ई-नीलामी में खाद्य निगम ने करीब 5.08 लाख टन गेहूं की बिक्री की है.

एक मार्च को चौथे दौर की नीलामी

समाचार एजेंसी भाषा की खबर के अनुसार, भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) ने बुधवार को हुई ई-नीलामी के तीसरे दौर में आटा चक्की जैसे थोक उपभोक्ताओं को 5.08 लाख टन गेहूं की बिक्री की. पहले दो दौर में, खाद्यान्न और गेहूं के आटे की खुदरा कीमतों को कम करने के कदमों के तहत खुले बाजार बिक्री योजना (ओएमएसएस) के तहत लगभग 13 लाख टन गेहूं थोक उपयोगकर्ताओं को बेचा गया है. अगली साप्ताहिक ई-नीलामी एक मार्च को होगी.

खुले बाजार में 30 लाख टन बेचेगी सरकार

एफसीआई के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक अशोक के मीणा ने कहा कि आज ओएमएसएस के तहत थोक उपभोक्ताओं को करीब 5.08 लाख टन गेहूं बेचा गया है. सरकार ने 25 जनवरी को घोषणा की कि वह बफर स्टॉक से 30 लाख टन गेहूं खुले बाजार में उतारेगी. गेहूं और गेहूं आटा की खुदरा कीमतों को कम करने के लिए ओएमएसएस के तहत गेहूं की बिक्री की जा रही है. खुदरा गेहूं की कीमतों को और नरम करने के लिए सरकार ने हाल ही में थोक उपयोगकर्ताओं को एफसीआई गेहूं की आरक्षित कीमत भी कम कर दी और खुले बाजार में अतिरिक्त 20 लाख टन गेहूं की बिक्री की भी घोषणा की.

महंगाई का आंकड़ा 6.52 फीसदी पर

ओएमएसएस नीति की घोषणा के बाद खाद्य मंत्रालय ने कहा है कि गेहूं और आटे की कीमतों में कमी आई है लेकिन फिर भी जनवरी 2023 के लिए मुद्रास्फीति का आंकड़ा तीन महीने के उच्च स्तर 6.52 फीसदी पर था. सरकारी आंकड़ों के अनुसार, बुधवार को प्रमुख शहरों में गेहूं की औसत कीमत 33.09 रुपये प्रति किलोग्राम थी, जबकि गेहूं आटा की औसत कीमत 38.75 रुपये प्रति किलोग्राम थी.

सरकार ने घटाया आरक्षित मूल्य

पिछले सप्ताह मंत्रालय ने उचित और औसत (एफएक्यू) गुणवत्ता वाले गेहूं का आरक्षित मूल्य घटाकर 2,150 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया, जबकि कुछ गुणवत्ता में कमी वाले (यूआरएस) गेहूं का आरक्षित मूल्य 2,125 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया. ये नए आरक्षित मूल्य ई-नीलामी के जरिए गेहूं की तीसरी बिक्री से लागू थे. इसके अलावा, एनसीसीएफ, नेफेड, केंद्रीय भंडार, राज्य सरकार सहकारी समितियों, महासंघों के साथ-साथ सामुदायिक रसोई, धर्मार्थ और एनजीओ आदि को गेहूं को आटे में बदलने और फिर उपभोक्ताओं को 27.50 रुपये प्रति किलो के भाव बेचने के लिए गेहूं की दर को घटाकर 21.50 रुपये प्रति किलोग्राम कर दिया गया है.

Also Read: झारखंड में धान क्रय घोटाला: 5 अधिकारियों के बाद एफसीआई डालटनगंज के डीएम पर गिरी गाज, किये गये सस्पेंड
45 लाख टन गेहूं बेचेगा एफसीआई

मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, कुल 50 लाख टन गेहूं में से एफसीआई 45 लाख टन गेहूं, आटा मिलों जैसे थोक उपभोक्ताओं को ई-नीलामी के माध्यम से और 2 लाख टन गेहूं राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को बेच रहा है. गेहूं को आटे में बदलने के लिए तीन लाख टन गेहूं संस्थानों और राज्य-सार्वजनिक उपक्रमों को रियायती दर पर उपलब्ध कराया जा रहा है. कीमतों को नियंत्रित करने के लिए केंद्र ने पिछले साल मई में गेहूं के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया था.

Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें